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पाकिस्तान आर्मी चीफ आसिम मुनीर ने दिया शांति संदेश, सीमा पार आतंकवाद पर कड़ा रुख

पाकिस्तान आर्मी चीफ आसिम मुनीर ने दिया शांति संदेश, सीमा पार आतंकवाद पर कड़ा रुख

पाकिस्तान आर्मी चीफ आसिम मुनीर ने शांति का संदेश देते हुए कहा कि पाकिस्तान पड़ोसी देशों के साथ सहयोग चाहता है। उन्होंने सीमा पार आतंकवाद को रोकने और खैबर पख्तूनख्वा प्रांत को सुरक्षित बनाने का संकल्प व्यक्त किया।

Pakistan News: पाकिस्तान के आर्मी चीफ फील्ड मार्शल आसिम मुनीर ने हाल ही में शांति का संदेश दिया है। मुनीर ने कहा कि पाकिस्तान सभी पड़ोसी देशों के साथ शांति चाहता है और सीमा पार आतंकवाद की अनुमति नहीं दी जाएगी। यह बयान उन्होंने पेशावर में कबायली वरिष्ठ नागरिकों की जिरगा के साथ संवाद सत्र के दौरान दिया। उनका यह संदेश पाकिस्तान के आंतरिक और बाहरी सुरक्षा दृष्टिकोण का हिस्सा माना जा रहा है।

जिरगा के साथ संवाद 

आसिम मुनीर ने अपने संवाद सत्र में 11वीं कोर मुख्यालय में मौजूदा सुरक्षा माहौल, सैन्य तैयारियों और पाकिस्तान-अफगान सीमा पर शांति बनाए रखने के लिए किए जा रहे आतंकवाद-रोधी प्रयासों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कबायली लोगों और खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बहादुर नागरिकों के योगदान की सराहना की।

सेना के एक बयान में कहा गया कि मुनीर ने अफगान तालिबान और सीमा पार सुरक्षा खतरे के दौरान स्थानीय लोगों द्वारा दिखाए गए दृढ़ समर्थन की तारीफ की। इस मौके पर वरिष्ठ नागरिकों ने आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान की सशस्त्र बलों को अपना पूर्ण समर्थन दोहराया।

आतंकवाद के खिलाफ पाक की प्रतिबद्धता

आसिम मुनीर ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान पड़ोसी देशों के साथ शांति चाहता है लेकिन किसी भी पड़ोसी देश की जमीन से आतंकवाद को बढ़ावा नहीं दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान से सीमा पार आतंकवाद जारी रहने के बावजूद पाकिस्तान ने धैर्य बनाए रखा है।

मुनीर ने यह भी बताया कि पाकिस्तान ने द्विपक्षीय संबंधों को बेहतर बनाने के उद्देश्य से काबुल को कूटनीतिक और आर्थिक प्रस्ताव दिए हैं। उनका कहना था कि आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा और खैबर पख्तूनख्वा प्रांत को आतंकवाद से पूरी तरह मुक्त करने का लक्ष्य है।

खैबर पख्तूनख्वा में आतंकवाद से मुक्ति

सेना प्रमुख ने कबायली वरिष्ठ नागरिकों को आश्वासन दिया कि पाकिस्तान विशेष रूप से खैबर पख्तूनख्वा को आतंकवादियों और उनके समर्थकों से मुक्त करेगा। इस दिशा में सुरक्षा बल लगातार अभियान चला रहे हैं।

वरिष्ठ नागरिकों ने सेना प्रमुख के भाषण की सराहना की और शांति के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता जताई। उनका कहना था कि इस तरह के संवाद और सहयोग से स्थानीय स्तर पर सुरक्षा और स्थिरता बनी रहेगी।

क्या है पाकिस्तान की नीति 

हालांकि मुनीर ने शांति की बात की, वैश्विक नजरिए से देखा जाए तो पाकिस्तान पर अक्सर आतंकवाद और उग्रवाद को प्रोत्साहित करने के आरोप लगते रहे हैं। ओसामा बिन लादेन को शरण देने और पाकिस्तान की सीमा से आतंकवादी गतिविधियों की वजह से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी आलोचना होती रही है।

आसिम मुनीर ने कहा कि पाकिस्तान के लिए सबसे बड़ी चुनौती सीमा पार आतंकवाद है। अफगानिस्तान की सीमा से कुछ आतंकी समूह सक्रिय हैं और यह सुरक्षा के लिए खतरा बने हुए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि पाकिस्तान ने सीमा सुरक्षा और आतंकवाद-रोधी उपायों को मजबूत किया है।

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