आज की तेज़ भागदौड़ भरी जिंदगी में पेट से जुड़ी समस्याएं बेहद आम हो गई हैं। खासकर गैस और एसिडिटी (Acidity) की समस्या हर उम्र के लोगों को परेशान करती है। चाहे वो दफ्तर में घंटों बैठकर काम करने वाला युवा हो या घर पर कामकाज संभालने वाली महिला, गैस और पेट में जलन की शिकायत हर किसी को होती है।
डॉक्टरों की मानें तो एसिडिटी केवल खानपान से नहीं, बल्कि तनाव, नींद की कमी और गलत दिनचर्या के कारण भी होती है। पेट में जलन, भारीपन, डकारें आना, खट्टी डकारें, उल्टी जैसा महसूस होना — ये सभी एसिडिटी के लक्षण हैं। कई बार ये समस्या इतनी ज्यादा बढ़ जाती है कि लोग हर रोज एंटासिड दवाइयां लेने लगते हैं, जो लंबे समय तक फायदेमंद नहीं होती।
1. रात का खाना समय पर खाएं – कम से कम सोने से 2 घंटे पहले
डॉ. अमित मिगलानी (Director & HOD, Gastroenterology, AIMS, Faridabad) के अनुसार एसिडिटी से राहत पाने का सबसे आसान तरीका है – रात को खाना समय पर और हल्का खाना। देर रात का खाना पेट में एसिड बनने की संभावना को बढ़ा देता है, जिससे रात को लेटते ही सीने में जलन या उल्टी जैसी समस्या हो सकती है।
उपाय
- सोने से कम से कम 2 घंटे पहले खाना खाएं।
- हल्का, सुपाच्य और कम मसाले वाला भोजन चुनें।
- खाने के बाद थोड़ी देर वॉक करें, सीधे लेटना बिल्कुल न करें।
2. सिट्रस और स्पाइसी फूड से दूरी बनाएं
एसिडिटी को बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों में टमाटर, नींबू, सिरका, ज्यादा मिर्च-मसाले, तले-भुने पदार्थ, और चटनी आदि शामिल हैं। इनका सेवन करने से पेट की अम्लता बढ़ती है, जिससे गैस और जलन जैसी समस्या हो सकती है।
उपाय
- स्पाइसी, ऑयली और खट्टे फूड्स से परहेज करें।
- अपने आहार में फाइबर, हरी सब्जियां और फलों को शामिल करें।
- ज्यादा देर तक भूखे न रहें, दिन में 4-5 बार थोड़ी-थोड़ी मात्रा में भोजन करें।
3. रात को चाय-कॉफी का सेवन बंद करें
डॉ. मिगलानी बताते हैं कि कैफीन और टैनीन युक्त पेय पदार्थ जैसे चाय और कॉफी, पेट की अम्लता को बढ़ाते हैं। खासकर रात के समय इनका सेवन करने से पेट खाली होने पर एसिड और ज्यादा बनता है, जिससे आपको नींद में खलल और जलन महसूस हो सकती है।
उपाय
- रात को सोने से 3-4 घंटे पहले तक चाय या कॉफी न पिएं।
- इसकी जगह गुनगुना पानी या हर्बल टी ले सकते हैं, जैसे कैमोमाइल टी या अजवाइन पानी।
- अगर गैस की समस्या है तो एक कप गुनगुना पानी + 1 चुटकी सेंधा नमक + 1/4 चम्मच अजवाइन पिएं।
4. तनाव से रहें दूर, दिनचर्या में शामिल करें योग और मेडिटेशन
तनाव न केवल दिमाग पर असर डालता है, बल्कि पेट की सेहत पर भी बुरा प्रभाव डालता है। लगातार स्ट्रेस से पेट में गैस और एसिड बनना शुरू हो जाता है। इससे अपच, एसिडिटी और कब्ज जैसी समस्याएं बढ़ती हैं।
उपाय
- रोज़ाना कम से कम 15 मिनट प्राणायाम या मेडिटेशन करें।
- सुबह की सैर और हल्का योग भी बेहद लाभदायक है।
- जितना हो सके, नकारात्मक विचारों से दूरी बनाएं और पर्याप्त नींद लें।
5. तुरंत राहत चाहिए तो अपनाएं ये घरेलू उपाय
अगर आपको अचानक पेट में जलन, भारीपन या गैस की शिकायत हो रही है, तो इन 5 सेकंड में असर करने वाले घरेलू उपायों को अपनाएं:
- अजवाइन और काला नमक: 1/2 चम्मच अजवाइन में चुटकी भर काला नमक मिलाकर गुनगुने पानी के साथ लें।
- गुड़ और सौंफ: खाना खाने के बाद 1 छोटा टुकड़ा गुड़ और आधा चम्मच सौंफ चबाएं।
- ठंडा दूध: एक गिलास बिना चीनी वाला ठंडा दूध भी एसिड को शांत करता है।
- एलोवेरा जूस: रोजाना 10-15ml एलोवेरा जूस सुबह खाली पेट लेने से पेट को ठंडक मिलती है।
- बनाना (केला): केला पेट की परत को कवर करता है, जिससे एसिड नहीं चढ़ता।
एसिडिटी और गैस जैसी पेट की समस्याएं केवल दवाओं से नहीं, बल्कि सही दिनचर्या, संतुलित भोजन और तनावमुक्त जीवनशैली से ही कंट्रोल हो सकती हैं। अगर आप इन डॉक्टर द्वारा सुझाए गए सुझावों और घरेलू उपायों को अपनाते हैं तो आपको जल्दी ही राहत मिल सकती है।