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पेटीएम के शेयरों में 7 प्रतिशत की तेज़ी, चौथी तिमाही के घाटे में आई कमी, जानें कैसे

पेटीएम (Paytm) की मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस के शेयरों में बुधवार सुबह लगभग 7 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई। यह तेजी कंपनी द्वारा चौथी तिमाही के परिणामों की घोषणा के बाद आई, जिसमें उन्होंने 31 मार्च 2025 को समाप्त होने वाली चौथी तिमाही के लिए समेकित घाटा 545 करोड़ रुपये तक कम करने की सूचना दी।

बिजनेस न्यूज़: पेटीएम की मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस के शेयरों में बुधवार को एक महत्वपूर्ण उछाल देखा गया, जो कि कंपनी की चौथी तिमाही के नतीजों के बाद हुआ। पेटीएम ने 31 मार्च, 2025 को समाप्त चौथी तिमाही में अपने घाटे में उल्लेखनीय कमी की घोषणा की। कंपनी ने बताया कि उसने अपनी लागत में कटौती की और अपनी संचालन क्षमता में सुधार किया, जिससे इस तिमाही में घाटा घटकर 545 करोड़ रुपये हो गया। इससे पहले इसी तिमाही में पेटीएम को 551 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।

बीएसई और एनएसई पर पेटीएम के शेयरों में क्रमशः 6.7 प्रतिशत और 6.74 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, जो कंपनी के लिए एक सकारात्मक संकेत है। बीएसई पर पेटीएम का शेयर 870 रुपये तक पहुंच गया, जबकि एनएसई पर यह 869.80 रुपये के स्तर तक चढ़ा। यह बढ़ोतरी कंपनी की हालिया वित्तीय रिपोर्ट और उसकी प्रदर्शन में सुधार के परिणामस्वरूप हुई।

घाटे में कमी और सुधार की दिशा

पेटीएम की चौथी तिमाही में 545 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया गया, जबकि पिछले साल इस तिमाही में यह घाटा 551 करोड़ रुपये था। कंपनी ने बताया कि पेमेंट प्रोसेसिंग शुल्क और कर्मचारियों के लाभ में कमी के बाद यह घाटा कम हुआ। खासकर, पेटीएम की कर्मचारी लागत में महत्वपूर्ण कमी आई, जो एक तिहाई तक घट गई। कंपनी ने मार्च तिमाही के दौरान लगभग 748.3 करोड़ रुपये का खर्च किया, जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में यह खर्च 1,104.4 करोड़ रुपये था।

कंपनी ने अपनी वित्तीय रिपोर्ट में यह भी बताया कि उसने 522 करोड़ रुपये का असाधारण घाटा उठाया, जो कि ईएसओपी (कर्मचारी स्टॉक ऑप्शन योजना) के कारण हुआ। इसके बावजूद, ईएसओपी के कारण हुए नुकसान को छोड़कर पेटीएम ने मार्च तिमाही में मात्र 23 करोड़ रुपये का घाटा रिपोर्ट किया। यह सुधार कंपनी के लिए सकारात्मक संकेत है और इसके वित्तीय प्रदर्शन में सुधार का संकेत देता है।

ऑपरेशनल बेनिफिट और लाभ की दिशा

पेटीएम ने बताया कि मार्च तिमाही में, ईएसओपी लागत को छोड़कर 81 करोड़ रुपये का ऑपरेशनल बेनिफिट हासिल किया। यह कंपनी के कार्यकारी प्रदर्शन में सुधार और ऑपरेशनल खर्चों में कमी का परिणाम था। इसके अलावा, कंपनी की लाभप्रदता को बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए गए, जैसे कि कर्मचारियों की संख्या में कमी और उनके लाभ में कटौती।

कंपनी ने अपने लाभ में सुधार करने के लिए कई योजनाओं पर काम किया। इनमें लागत में कटौती, नई तकनीकों का अपनाना और बाजार में अधिक प्रभावी रणनीतियों का उपयोग करना शामिल था। इसके परिणामस्वरूप, पेटीएम को अब अपने घाटे में कमी और लाभ में सुधार की दिशा में बेहतर परिणाम दिखाई दे रहे हैं।

पेटीएम के शेयरों में उछाल का असर

पेटीएम के शेयरों में आई तेज़ी ने निवेशकों और बाजार विशेषज्ञों का ध्यान आकर्षित किया है। कंपनी के शेयरों में यह बढ़ोतरी संकेत देती है कि पेटीएम की भविष्यवाणी और सुधारात्मक कदमों ने निवेशकों के विश्वास को पुनः मजबूत किया है। बाजार के जानकारों का मानना है कि पेटीएम के लिए आने वाले समय में बेहतर परिणाम हो सकते हैं, क्योंकि कंपनी ने अपनी लागत और संचालन में सुधार किया है।

इसके साथ ही, पेटीएम के सीईओ विजय शेखर शर्मा ने भी अपने 2.1 करोड़ ईएसओपी शेयरों को स्वेच्छा से वापस कर दिया, जिससे कंपनी के वित्तीय परिदृश्य में और भी सुधार हो सकता है। इसके अलावा, कंपनी ने बाजार में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए नई योजनाओं और उत्पादों की घोषणा की है, जिससे इसके व्यवसायिक लाभ में वृद्धि हो सकती है।

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