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पेट्रोल-डीजल पर सरकारी कंपनियों का मुनाफा बढ़ा, एक लीटर में हो रही है इतनी कमाई

पेट्रोल-डीजल पर सरकारी कंपनियों का मुनाफा बढ़ा, एक लीटर में हो रही है इतनी कमाई

वित्त वर्ष 2026 में पेट्रोल और डीजल पर सरकारी तेल कंपनियों की कमाई बढ़कर प्रति लीटर क्रमशः ₹11.2 और ₹8.1 हो गई है। जबकि इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतें 70 डॉलर से कम हैं, आम उपभोक्ताओं को पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई राहत नहीं मिली। दिल्ली, मुंबई और कोलकाता जैसे शहरों में पेट्रोल और डीजल के दाम 90-105 रुपए प्रति लीटर के बीच बने हुए हैं।

नई दिल्ली: वित्त वर्ष 2026 में पेट्रोलियम कंपनियों की एक लीटर पेट्रोल और डीजल पर कमाई जबरदस्त बढ़ गई है। रिपोर्ट के अनुसार, एक लीटर पेट्रोल पर 11.2 रुपए और डीजल पर 8.1 रुपए का मार्केटिंग मार्जिन कंपनी को मिल रहा है। जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें 70 डॉलर प्रति बैरल से नीचे बनी हुई हैं, आम लोगों को इसकी कोई राहत नहीं मिली है। राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 94.77 रुपए और डीजल 87.67 रुपए प्रति लीटर है, वहीं मुंबई और कोलकाता में ये दाम 100 रुपए प्रति लीटर के करीब हैं।

एक लीटर पेट्रोल और डीजल पर कंपनियों का मार्जिन

वित्त वर्ष 2026 की रिपोर्ट के अनुसार देश की सरकारी तेल कंपनियों को एक लीटर पेट्रोल पर 11.2 रुपए और डीजल पर 8.1 रुपए की कमाई हो रही है। इस कमाई में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का बड़ा हाथ है। वैश्विक बाजार में कच्चे तेल के दाम 70 डॉलर प्रति बैरल से नीचे बने हुए हैं।

हालांकि, आम लोगों को इस कमी का लाभ नहीं मिला। पेट्रोल और डीजल की कीमतें पिछले डेढ़ साल से अधिक समय में स्थिर रही हैं। आखिरी बार साल 2024 में पेट्रोल और डीजल के दामों में 2-3 रुपए प्रति लीटर की कटौती की गई थी।

अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमत

ब्रेंट क्रूड ऑयल का दाम मौजूदा समय में 67.10 डॉलर प्रति बैरल है। यह पिछले महीने के अंत में 72 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गया। वहीं अमेरिकी क्रूड ऑयल के दाम 63.13 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहे हैं। इस महीने अमेरिकी क्रूड ऑयल की कीमत में करीब 9 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली है।

मार्केटिंग मार्जिन में बढ़ोतरी

जेफरीज के विश्लेषक भास्कर चक्रवर्ती के अनुसार, वित्त वर्ष 2026 में पेट्रोल और डीजल पर 11.2 और 8.1 रुपए प्रति लीटर का मार्जिन सामान्य स्तर से काफी ऊपर है। इस बढ़ोतरी से तेल कंपनियों के मुनाफे में उछाल देखने को मिला है।

मार्च से कच्चे तेल की कीमतें 70 डॉलर प्रति बैरल से नीचे रहने के बावजूद पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई कमी नहीं आई। ओपेक+ ने अप्रैल और सितंबर 2025 के बीच तेल आपूर्ति में 2.2 एमबीपीडी की वृद्धि की योजना बनाई है, जबकि मांग में अपेक्षित वृद्धि मात्र 0.68 एमबीपीडी की रही। चौथी तिमाही में मांग के मुकाबले सप्लाई में 1.5 एमबीपीडी अधिक होने की संभावना है।

देश में पेट्रोल और डीजल की वर्तमान कीमत

राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 94.77 रुपए और डीजल 87.67 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है। कोलकाता में पेट्रोल 105.41 रुपए और डीजल 92.02 रुपए प्रति लीटर है। मुंबई में पेट्रोल की कीमत 103.50 रुपए और डीजल 90.03 रुपए प्रति लीटर पहुंच चुकी है। चेन्नई में पेट्रोल 100.80 रुपए और डीजल 92.39 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है।

पेट्रोल-डीजल के बढ़े दाम से तेल कंपनियों को भारी मुनाफा

हाल के आंकड़े बताते हैं कि पेट्रोल और डीजल के दाम आम जनता के लिए भारी हैं, लेकिन कंपनियों के लिए यह बेहद लाभकारी साबित हो रहा है। इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल के दाम में कमी होने के बावजूद पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई खास बदलाव नहीं हुआ। इसका सीधा मतलब यह है कि तेल कंपनियों का मुनाफा बढ़ रहा है।

वित्त वर्ष 2026 में पेट्रोल और डीजल पर बढ़े हुए मार्जिन के कारण तेल कंपनियों की कमाई में वृद्धि हुई है। इससे यह भी संकेत मिलता है कि कंपनियों के रेवेन्यू में लगातार इजाफा होने की संभावना बनी रहेगी।

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