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फेड रेट कट के बाद सोना और चांदी में आई गिरावट, जानें किसमें है निवेश का बेहतर मौका

फेड रेट कट के बाद सोना और चांदी में आई गिरावट, जानें किसमें है निवेश का बेहतर मौका

अमेरिकी फेड की नई पॉलिसी के बाद डॉलर मजबूत होने और ग्लोबल टेंशन घटने से गोल्ड और सिल्वर दोनों की कीमतों में गिरावट आई। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, गोल्ड सुरक्षित और स्थिर निवेश है जबकि सिल्वर जोखिम भरा लेकिन संभावित रूप से ज्यादा रिटर्न देने वाला विकल्प है। लॉन्ग-टर्म निवेशकों को गोल्ड, वहीं ट्रेडर्स को सिल्वर पर ध्यान देना चाहिए।

Better returns: फेडरल रिजर्व की ताजा नीति घोषणा के बाद गुरुवार को सोना और चांदी दोनों के दामों में तेज गिरावट दर्ज की गई। MCX पर गोल्ड फ्यूचर्स 1.27% गिरकर 1,19,125 रुपये प्रति 10 ग्राम और सिल्वर 0.4% टूटकर 1,45,498 रुपये प्रति किलोग्राम पर खुला। डॉलर की मजबूती और ग्लोबल तनाव घटने से इंडस्ट्रियल डिमांड कम हुई। विशेषज्ञों का मानना है कि गोल्ड सेफ और स्टेबल रिटर्न देता है, जबकि सिल्वर हाई रिस्क लेकिन बेहतर रिटर्न की संभावना वाला विकल्प है।

सोना और चांदी दोनों में बड़ी गिरावट

गुरुवार को एमसीएक्स पर गोल्ड फ्यूचर्स 1.27 प्रतिशत गिरकर 1,19,125 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ओपन हुआ, जबकि पिछला क्लोज 1,20,666 रुपये था। वहीं, चांदी के वायदा दाम 0.4 प्रतिशत गिरकर 1,45,498 रुपये प्रति किलोग्राम पर खुले। पिछला क्लोज 1,46,081 रुपये था।

सुबह 9 बजकर 20 मिनट तक गोल्ड में 1,827 रुपये यानी करीब 1.51 प्रतिशत की गिरावट आई और यह 1,18,839 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड कर रहा था। इसी दौरान सिल्वर भी 1,411 रुपये यानी करीब 0.97 प्रतिशत टूटकर 1,44,670 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया।

गिरावट की वजह क्या है

इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन की वाइस प्रेसिडेंट और एस्पेक्ट ग्लोबल वेंचर्स की चेयरपर्सन अक्षा कंबोज के मुताबिक डॉलर के मजबूत होने और वैश्विक तनाव कम होने से इंडस्ट्रियल और इन्वेस्टमेंट डिमांड में गिरावट आई है। हाल के हफ्तों में सोना और चांदी दोनों में अच्छी रिकवरी देखने को मिली थी, लेकिन अब बाजार ने फिर से करेक्शन दिखाया है।

उन्होंने कहा कि सोना हमेशा से सेफ इन्वेस्टमेंट ऑप्शन माना जाता है, जबकि चांदी की कीमतें इंडस्ट्रियल एक्टिविटी पर निर्भर रहती हैं। यही वजह है कि सिल्वर की स्थिति फिलहाल अनिश्चित बनी हुई है।

पिछले सत्रों में भी जारी रही कमजोरी

पिछले कुछ ट्रेडिंग सेशंस में भी गोल्ड और सिल्वर दोनों में कमजोरी का ट्रेंड बना हुआ था। गोल्ड में 12 साल से ज्यादा की सबसे बड़ी सिंगल-डे गिरावट दर्ज की गई थी। एक्सपर्ट्स का कहना है कि गोल्ड पारंपरिक रूप से एक सुरक्षित निवेश है, जो महंगाई या आर्थिक अनिश्चितता के दौर में अच्छा प्रदर्शन करता है।

साल 2025 में भी ग्लोबल सेंट्रल बैंकों और बड़े निवेशकों की खरीदारी ने गोल्ड की कीमतों को सपोर्ट दिया था। लेकिन अब फेड रेट कट के बाद डॉलर में मजबूती आने से गोल्ड की चमक थोड़ी फीकी पड़ गई है।

निवेश के लिए कौन बेहतर विकल्प

विशेषज्ञों के अनुसार, सोना और चांदी दोनों ही निवेश के लिहाज से अच्छे विकल्प हैं, लेकिन उनका उद्देश्य और जोख़िम अलग-अलग हैं। गोल्ड को सेफ्टी और स्टेबिलिटी के लिए जाना जाता है। यह उन निवेशकों के लिए उपयुक्त है जो लंबी अवधि में अपनी संपत्ति की सुरक्षा चाहते हैं या आर्थिक अस्थिरता से चिंतित हैं।

वहीं, सिल्वर उन लोगों के लिए बेहतर है जो ज्यादा जोखिम लेकर ऊंचा रिटर्न पाना चाहते हैं। इसकी कीमतें इंडस्ट्रियल डिमांड और इलेक्ट्रॉनिक इंडस्ट्री की ग्रोथ से सीधा जुड़ी होती हैं। यही कारण है कि जब मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में तेजी आती है, तो सिल्वर में जबरदस्त उछाल देखने को मिलता है।

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