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पटना में राहुल गांधी की महागठबंधन नेताओं संग अहम बैठक, सीट शेयरिंग और चुनावी रणनीति पर होगा मंथन

पटना में राहुल गांधी की महागठबंधन नेताओं संग अहम बैठक, सीट शेयरिंग और चुनावी रणनीति पर होगा मंथन

आगामी विधानसभा चुनावों से पहले बिहार की सियासत में हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक के बाद पार्टी नेता राहुल गांधी ने बुधवार की देर शाम पटना के होटल चाणक्य में महागठबंधन (Mahagathbandhan) के प्रमुख नेताओं संग बैठक की। 

पटना: कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक के बाद बुधवार की देर शाम राहुल गांधी महागठबंधन के नेताओं से होटल चाणक्य में मुलाकात करेंगे। इस दौरान सीट बंटवारे सहित कई अहम मुद्दों पर गहन चर्चा होने की संभावना है। बैठक के उपरांत राहुल गांधी और तेजस्वी यादव महागठबंधन के अन्य नेताओं के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता भी करेंगे। विधानसभा चुनाव से पूर्व महागठबंधन को मजबूत और एकजुट दिखाना कांग्रेस व उसके सहयोगी दलों के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

सीट बंटवारे पर मंथन

बैठक का मुख्य उद्देश्य महागठबंधन को एकजुट दिखाना और आगामी चुनावों के लिए साझा रणनीति बनाना था। राहुल गांधी ने इस दौरान कहा कि विपक्षी पार्टियों को व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं से ऊपर उठकर व्यापक जनहित और लोकतंत्र की मजबूती को प्राथमिकता देनी चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि विपक्षी एकता ही भाजपा और एनडीए गठबंधन की नीतियों का मजबूत विकल्प बन सकती है।

बैठक का सबसे अहम मुद्दा सीटों का बंटवारा रहा। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस चाहती है कि उसे पिछली बार से अधिक सीटें मिलें, जबकि राजद (RJD) अपने पारंपरिक गढ़ों में किसी भी समझौते के मूड में नहीं है। इसके चलते दोनों दलों के बीच सीटों को लेकर खींचतान की स्थिति बनी हुई थी। राहुल गांधी की मौजूदगी में इस पर सहमति बनाने की कोशिश की गई।

बैठक में वामदल और विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के शीर्ष नेताओं ने भी हिस्सा लिया। यह तय माना जा रहा है कि सीटों के अंतिम बंटवारे की घोषणा जल्द ही की जाएगी ताकि उम्मीदवार चयन और चुनाव प्रचार में देरी न हो।

साझा चुनावी रणनीति पर जोर

बैठक में नेताओं ने तय किया कि महागठबंधन आगामी चुनाव को सिर्फ सीटों की संख्या की लड़ाई तक सीमित नहीं रखेगा, बल्कि जनता के मुद्दों को प्राथमिकता देगा। इसमें बेरोजगारी, महंगाई, किसानों की समस्याएं और सामाजिक न्याय जैसे मुद्दे प्रमुख रहेंगे। साथ ही यह भी चर्चा हुई कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एनडीए सरकार की नीतियों के खिलाफ संयुक्त आंदोलन चलाया जाए। महागठबंधन नेताओं ने यह भी स्वीकार किया कि जनता तक पहुंचने के लिए सोशल मीडिया कैंपेन और ग्राउंड-लेवल प्रचार दोनों को बराबर महत्व दिया जाएगा।

बैठक के बाद राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने संयुक्त प्रेस वार्ता की। दोनों नेताओं ने एक स्वर में कहा कि महागठबंधन चुनाव में भाजपा और एनडीए के खिलाफ मजबूत विकल्प बनकर उतरेगा। राहुल गांधी ने इस दौरान महागठबंधन को "जनता की आवाज़ और लोकतांत्रिक ताकत" बताया, वहीं तेजस्वी यादव ने कहा कि यह गठबंधन बिहार की राजनीति में बदलाव का प्रतीक है।

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