Pune

राजस्थान देवनारायण छात्रा स्कूटी योजना, अब हर साल 4240 स्कूटियां, भजनलाल सरकार का बड़ा ऐलान

राजस्थान देवनारायण छात्रा स्कूटी योजना, अब हर साल 4240 स्कूटियां, भजनलाल सरकार का बड़ा ऐलान

राजस्थान सरकार ने देवनारायण छात्रा स्कूटी योजना के तहत 2025-26 से हर साल 4240 स्कूटियों का वितरण करने का ऐलान किया। योजना से बालिकाओं को उच्च शिक्षा में बढ़ावा मिलेगा और उन्हें आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिलेगा।

जयपुर: राजस्थान सरकार ने देवनारायण छात्रा स्कूटी योजना के तहत हर साल स्कूटी वितरण की संख्या बढ़ाकर 4240 स्कूटियां कर दी है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पहल पर यह योजना वर्ष 2025-26 से लागू होगी। इस योजना का उद्देश्य राज्य की बेटियों को उच्च शिक्षा के समान अवसर प्रदान करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है।

भजनलाल सरकार ने शुक्रवार को योजना के विस्तार और वित्तीय विवरणों की जानकारी साझा करते हुए कहा कि योजना के तहत चयनित छात्राओं को उच्च शिक्षा के दौरान स्कूटी और प्रोत्साहन राशि के माध्यम से समर्थन मिलेगा।

स्कूटी योजना से बेटियों की शिक्षा और स्वतंत्रता बढ़ेगी

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि यह योजना बालिका शिक्षा और महिला सशक्तिकरण के लिए अहम है। स्कूटी वितरण के माध्यम से बेटियों को न केवल उच्च शिक्षा की ओर प्रेरित किया जा रहा है, बल्कि उन्हें सुरक्षित और स्वतंत्र आवागमन का अवसर भी मिल रहा है।

सरकार का लक्ष्य है कि राज्य की हर बेटी को शिक्षा के समान अवसर प्राप्त हों और वे आत्मनिर्भर बनें। इस योजना के माध्यम से छात्राओं को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करने के साथ-साथ उनके आत्मविश्वास और भविष्य को भी मजबूती मिलती है।

2011 से जारी बेटियों के लिए यह योजना

देवनारायण छात्रा स्कूटी योजना 2011-12 से लागू है। यह योजना विशेष पिछड़ा वर्ग की मेधावी छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करती है। इसके तहत राजस्थान बोर्ड या CBSE से 12वीं में 50% या अधिक अंक पाने वाली छात्राओं को स्कूटी दी जाती है।

लाभ के लिए छात्रा को राज्य के सरकारी या राज्य वित्तपोषित महाविद्यालयों में स्नातक प्रथम वर्ष में नियमित रूप से अध्ययनरत होना आवश्यक है। चयन मेरिट सूची के आधार पर किया जाता है।

2025-26 से योजना में बदलाव

पहले योजना के तहत हर साल 1500 स्कूटियां वितरित की जाती थीं, लेकिन अब संख्या बढ़ाकर 4240 स्कूटियां कर दी गई हैं। इस योजना का लाभ लेने के लिए परिवार की वार्षिक आय 2.50 लाख रुपये से कम होनी चाहिए।

जो छात्राएं स्कूटी सूची में चयनित नहीं हो पातीं, उन्हें प्रोत्साहन राशि दी जाती है – स्नातक में प्रत्येक वर्ष 10,000 रुपये और स्नातकोत्तर में 20,000 रुपये प्रतिवर्ष।

योजना का बजट और वित्तीय विवरण

अब तक इस योजना से 16,021 छात्राओं को स्कूटी और 19,100 छात्राओं को प्रोत्साहन राशि का लाभ मिल चुका है। वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए कुल 56.10 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया गया है, जिसमें सितंबर 2025 तक 32.92 करोड़ रुपये व्यय किए जा चुके हैं। इस योजना से न केवल बेटियों का शैक्षिक हौसला बढ़ा है, बल्कि उनके परिवार और समाज में महिला सशक्तिकरण की दिशा में सकारात्मक संदेश भी गया है।

Leave a comment