तेलंगाना में अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े हाई-प्रोफाइल मामले में अब फिल्मी सितारों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। इसी कड़ी में सुपरस्टार राणा दग्गुबाती को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूछताछ के लिए समन जारी किया था और उन्हें बुधवार को पेश होना था।
ED Summons Rana Daggubati: साउथ सुपरस्टार और 'बाहुबली' फेम अभिनेता राणा दग्गुबाती का नाम इन दिनों एक बड़े विवाद में सामने आया है। तेलंगाना में अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी (Online Betting) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने राणा को समन भेजकर पेश होने के लिए कहा था, लेकिन वह नियत तारीख पर एजेंसी के सामने उपस्थित नहीं हुए।
अब ईडी ने उन्हें 11 अगस्त 2025 को दोबारा पेश होने का निर्देश दिया है। यह मामला साउथ और बॉलीवुड दोनों इंडस्ट्री के लिए गंभीर मोड़ ले चुका है, क्योंकि कई चर्चित सितारों को भी ईडी की जांच के दायरे में लाया गया है।
क्या है पूरा मामला?
यह विवाद गैरकानूनी ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म्स के प्रचार और उनमें हुए करोड़ों रुपये के लेन-देन से जुड़ा हुआ है। ईडी की जांच के मुताबिक, कुछ ऑनलाइन बेटिंग ऐप्स अवैध तरीके से भारत में संचालित हो रहे थे और इन प्लेटफॉर्म्स के प्रचार के लिए प्रसिद्ध फिल्मी सितारों और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स को मोटी रकम दी गई।
तेलंगाना पुलिस की ओर से दर्ज की गई पांच प्राथमिकियों (FIRs) के आधार पर ED ने जांच शुरू की और पाया कि इस नेटवर्क के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग का एक संगठित जाल फैला हुआ है। इन अवैध ऐप्स के ब्रांड प्रमोशन के नाम पर कलाकारों को दिए गए भुगतान की वैधता और स्रोत की जांच की जा रही है।
ईडी की नजर में कौन-कौन?
इस हाई-प्रोफाइल जांच में राणा दग्गुबाती के अलावा टॉलीवुड और बॉलीवुड के कई सितारे शामिल हैं:
- प्रकाश राज को 30 जुलाई को समन भेजा गया है
- विजय देवरकोंडा को 6 अगस्त को पेश होना है
- लक्ष्मी मंचु को 13 अगस्त को बुलाया गया है
इन सभी पर आरोप है कि उन्होंने कथित तौर पर ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप्स का प्रचार किया और बदले में बड़ी रकम प्राप्त की। हालांकि, अधिकतर कलाकारों का कहना है कि उन्हें इन ऐप्स की वास्तविक गतिविधियों की जानकारी नहीं थी, और वे इसे सिर्फ एक ब्रांड प्रमोशन मानकर इससे जुड़े थे।
मनी लॉन्ड्रिंग कानून क्या कहता है?
भारत में प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत यदि कोई व्यक्ति अवैध रूप से अर्जित धन को छिपाता है, उसका उपयोग करता है या उसे वैध दिखाने की कोशिश करता है, तो वह मनी लॉन्ड्रिंग का दोषी माना जाता है। इस कानून के अंतर्गत:
- दोष सिद्ध होने पर गिरफ्तारी हो सकती है
- संपत्ति जब्त की जा सकती है
- कड़ी आर्थिक सज़ा का प्रावधान है
ईडी इस केस में सभी संबंधित कलाकारों और कंपनियों के बयानों को दर्ज करेगी, जो कोर्ट में कानूनी सबूत की तरह पेश किए जा सकते हैं।
राणा दग्गुबाती को फिर समन
ईडी की ओर से पहले जारी समन में राणा को बुधवार, 23 जुलाई को पेश होना था। लेकिन उनके अनुपस्थित रहने के कारण अब उन्हें 11 अगस्त को फिर से बुलाया गया है। अब देखना होगा कि राणा ईडी के समक्ष पेश होते हैं या नहीं, और उनके बयान इस केस में क्या नया मोड़ लाते हैं। ईडी की जांच अब सिर्फ कलाकारों तक सीमित नहीं रहेगी। जिन कंपनियों और प्रमोटर्स ने इन ऐप्स के जरिए लेन-देन किया, उनके खिलाफ भी जांच तेज हो सकती है।