रवींद्र जडेजा ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए वनडे टीम से बाहर हुए। उन्होंने कहा कि उन्हें कोई हैरानी नहीं हुई, उनका जुनून बरकरार है और वे भविष्य में टीम इंडिया के लिए वापसी कर वर्ल्ड कप 2027 में योगदान देना चाहते हैं।
Sports News: भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए वनडे टीम में जगह न मिलने पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस फैसले को पूरी परिपक्वता के साथ स्वीकार किया और कहा कि उन्हें इस पर कोई हैरानी नहीं हुई। हालांकि, जडेजा ने साफ कहा कि उनका वनडे क्रिकेट (ODI Cricket) खेलने का जुनून अब भी बरकरार है और वे भविष्य में टीम इंडिया के लिए इस प्रारूप में वापसी करना चाहते हैं।
चयन से पहले ही थी बातचीत
जडेजा ने बताया कि टीम मैनेजमेंट ने उन्हें पहले ही इस फैसले के बारे में सूचित कर दिया था। उन्होंने कहा कि जब चयन समिति ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए टीम चुनी, तो उन्हें किसी प्रकार की हैरानी नहीं हुई क्योंकि यह सब पहले से तय था।
रवींद्र जडेजा ने कहा,
“मुझे पहले ही टीम मैनेजमेंट, कोच और कप्तान ने इस बारे में बताया था। उन्होंने मुझे कारण भी समझाया, इसलिए जब टीम का ऐलान हुआ, तो मुझे कोई आश्चर्य नहीं हुआ। यह अच्छी बात है कि उन्होंने मुझसे साफ-साफ बात की।”
उन्होंने आगे कहा कि चयन उनके नियंत्रण में नहीं है, लेकिन जब भी मौका मिलेगा, वह पूरी कोशिश करेंगे कि टीम के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें।
“मैं हमेशा भारत के लिए खेलना चाहता हूं”
जडेजा ने कहा,
“मैं हमेशा भारत के लिए खेलना चाहता हूं। यह हर खिलाड़ी का सपना होता है कि वह अपने देश के लिए खेलते हुए टीम को जीत दिलाए। लेकिन आखिर में फैसला चयनकर्ताओं, कप्तान और कोच का होता है। मैं उस फैसले का सम्मान करता हूं।”
उन्होंने आगे कहा कि उन्हें इस समय आराम दिया गया है ताकि नए खिलाड़ियों को मौके मिल सकें। लेकिन जब भी उन्हें फिर से बुलाया जाएगा, वह पहले की तरह 100 प्रतिशत प्रदर्शन करने के लिए तैयार रहेंगे।
वर्ल्ड कप पर नजर
रवींद्र जडेजा ने यह भी कहा कि उनका मुख्य फोकस अगले वनडे वर्ल्ड कप 2027 पर है। उन्होंने कहा, “वर्ल्ड कप हर खिलाड़ी के लिए सबसे बड़ा सपना होता है। अगर मुझे मौका मिलता है, तो मैं कोशिश करूंगा कि टीम के लिए महत्वपूर्ण योगदान दे सकूं।”
उन्होंने बताया कि अगर वर्ल्ड कप से पहले उन्हें कुछ वनडे मैच खेलने का मौका मिलता है और वह अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो यह टीम इंडिया के लिए फायदेमंद साबित होगा। जडेजा ने कहा कि उनका लक्ष्य हमेशा यही रहा है कि टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई जाए।
'मैं वही करूंगा जो हमेशा करता आया हूं'
जडेजा ने अपने बयान में कहा, “जब भी मुझे मौका मिलेगा, मैं वही करूंगा जो अब तक करता आया हूं। मेरा काम मैदान पर प्रदर्शन करना है। बाकी चीजें चयनकर्ताओं और टीम प्रबंधन पर निर्भर हैं।”
उन्होंने कहा कि इस समय कई युवा खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, जो भारतीय क्रिकेट के लिए एक सकारात्मक संकेत है। “मुझे खुशी है कि भारत के पास इतने अच्छे विकल्प हैं। इससे टीम मजबूत होती है और प्रतिस्पर्धा बढ़ती है।”
चयनकर्ताओं का नजरिया
बीसीसीआई (BCCI) के मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने भी जडेजा के बारे में बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि रवींद्र जडेजा अभी भी टीम की भविष्य की योजनाओं का हिस्सा हैं। लेकिन ऑस्ट्रेलिया में टीम संयोजन को देखते हुए इस बार उन्हें आराम देने का निर्णय लिया गया है।
अगरकर ने बताया कि ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम प्रबंधन कुछ नए खिलाड़ियों को आजमाना चाहता था, इसलिए इस बार जडेजा को बाहर रखा गया। उनकी जगह वॉशिंगटन सुंदर और कुलदीप यादव को टीम में शामिल किया गया है।
ऑस्ट्रेलिया दौरे का कार्यक्रम
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच यह दौरा बेहद अहम माना जा रहा है। दोनों टीमों के बीच 29 अक्टूबर से 8 नवंबर के बीच पांच टी20 मुकाबले खेले जाएंगे। वनडे सीरीज से पहले यह दौरा भारत के युवा खिलाड़ियों के लिए अपनी क्षमता दिखाने का बड़ा मौका होगा।
वॉशिंगटन सुंदर और कुलदीप यादव को इस सीरीज में शामिल करने का मकसद है कि टीम की स्पिन बैकअप स्ट्रेंथ (Spin Backup Strength) को मजबूत किया जा सके। वहीं, जडेजा को फिलहाल आराम देकर उनकी फिटनेस और वर्कलोड मैनेजमेंट पर ध्यान दिया जा रहा है।