दक्षिण अफ्रीका की स्पिनर नॉनकुलुलेको मलाबा ने भारत के खिलाफ महिला वनडे विश्व कप के मुकाबले में अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन आईसीसी ने उन्हें आचार संहिता का उल्लंघन करने पर फटकार लगाई है। क्रिकेट की वैश्विक संस्था ने मलाबा के खाते में एक डिमेरिट अंक भी जोड़ दिया है।
स्पोर्ट्स न्यूज़: दक्षिण अफ्रीका की स्पिनर नॉनकुलुलेको मलाबा पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने आचार संहिता उल्लंघन का आरोप लगाते हुए फटकार लगाई है और उनके खाते में एक डिमेरिट अंक जोड़ दिया है। यह कार्रवाई मलाबा के खिलाफ महिला वनडे विश्व कप के भारत के खिलाफ मुकाबले में हुई घटना के चलते की गई।
आईसीसी ने स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई लेवल एक उल्लंघन के तहत की गई, जो खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ के लिए निर्धारित ICC Code of Conduct की धारा 2.5 का उल्लंघन है। इस धारा के तहत किसी अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान बल्लेबाज के आउट होने पर अपमानजनक भाषा, हाव-भाव या आक्रामक प्रतिक्रिया देना शामिल है।
आईसीसी का बयान और घटना को विवरण
आईसीसी ने अपने बयान में कहा कि, मलाबा को खिलाड़ियों और उनके सहयोगी स्टाफ के लिए ICC आचार संहिता की धारा 2.5 के उल्लंघन का दोषी पाया गया है। यह उनके 24 महीनों की अवधि में पहला उल्लंघन था। इसलिए उन्हें केवल फटकार और एक डिमेरिट अंक दिया गया है। आईसीसी ने यह भी कहा कि डिमेरिट अंक उनके अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में जोड़ दिए गए हैं, और यदि 24 महीने की अवधि में कोई दूसरा उल्लंघन होता है, तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
यह विवाद भारत की पारी के 17वें ओवर में सामने आया, जब मलाबा ने हरलीन देओल को आउट किया और उसके पवेलियन लौटने पर इशारा किया था, जिसे आचार संहिता के उल्लंघन के रूप में देखा गया। दक्षिण अफ्रीका ने इस मुकाबले में भारत को तीन विकेट से हराया था। मैच के दौरान मलाबा का प्रदर्शन शानदार रहा, लेकिन इस घटना के कारण उनका अनुशासनात्मक रिकॉर्ड धब्बेदार हुआ।
ICC के आचार संहिता उल्लंघन मामलों का उद्देश्य खिलाड़ियों को खेल भावना और अनुशासन बनाए रखने के लिए प्रेरित करना है। महिला क्रिकेट में इन नियमों का उल्लंघन कम देखा जाता है, लेकिन मलाबा के मामले ने यह दिखाया कि खेल के दौरान भावनाओं पर नियंत्रण रखना कितना महत्वपूर्ण है।