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SA vs ZIM, 1st Test: साउथ अफ्रीका का ऐतिहासिक जीत, बुलावायो में जिम्बाब्वे को 328 रन से रौंदा

SA vs ZIM, 1st Test: साउथ अफ्रीका का ऐतिहासिक जीत, बुलावायो में जिम्बाब्वे को 328 रन से रौंदा

साउथ अफ्रीकी टीम इस समय बेहतरीन फॉर्म में नजर आ रही है। हाल ही में उन्होंने फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराकर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम किया था।  

स्पोर्ट्स न्यूज़: वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की ट्रॉफी अपने नाम करने के बाद साउथ अफ्रीका की टीम का विजय रथ रुकने का नाम नहीं ले रहा। टेम्बा बावुमा की अगुवाई वाली अफ्रीकी टीम ने बुलावायो के क्वींस स्पोर्ट्स क्लब में खेले गए पहले टेस्ट में मेजबान जिम्बाब्वे को 328 रन से करारी शिकस्त दी और लगातार 9वां टेस्ट मैच जीतकर इतिहास में अपनी बराबरी कर ली।

गौरतलब है कि साउथ अफ्रीका ने हाल ही में टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराकर खिताब अपने नाम किया था और अब इस ऐतिहासिक उपलब्धि के तुरंत बाद टीम ने एक और बड़ी जीत हासिल की है। इस जीत के साथ ही साउथ अफ्रीकी टीम ने साबित कर दिया कि मौजूदा समय में टेस्ट क्रिकेट में उनकी दावेदारी सबसे मजबूत है।

पहली पारी से ही साउथ अफ्रीका का दबदबा

मैच की शुरुआत से ही साउथ अफ्रीका ने अपना वर्चस्व दिखाया। पहली पारी में अफ्रीकी बल्लेबाजों ने सधी हुई बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया और 418/9 के स्कोर पर अपनी पारी घोषित की। सलामी बल्लेबाजों ने ठोस शुरुआत दी और मिडिल ऑर्डर ने उसे बड़े स्कोर में बदल दिया। कप्तान बावुमा ने अहम 91 रन बनाए जबकि जोंडो ने 134 रनों की शानदार शतकीय पारी खेली।

जवाब में जिम्बाब्वे की टीम पहली पारी में सिर्फ 251 रन ही बना सकी। उनके लिए सीन विलियम्स ने शतक जरूर जड़ा, लेकिन बाकी बल्लेबाज अफ्रीकी तेज गेंदबाजों के सामने संघर्ष करते नजर आए। पहली पारी के आधार पर साउथ अफ्रीका को 167 रनों की ठोस बढ़त मिली।

दूसरी पारी में अफ्रीका का आक्रमक रुख

दूसरी पारी में भी साउथ अफ्रीका ने जिम्बाब्वे को वापसी का कोई मौका नहीं दिया। अफ्रीकी बल्लेबाजों ने आक्रामक शैली में बल्लेबाजी करते हुए 369 रनों का स्कोर खड़ा किया और जिम्बाब्वे के सामने 537 रनों का विशाल लक्ष्य रखा। इस पारी में भी जोंडो ने 78 रन बनाए, जबकि कीगन पीटरसन ने तेजतर्रार 66 रन जोड़े।

537 रन का पीछा करते हुए जिम्बाब्वे की टीम दूसरी पारी में पूरी तरह दबाव में नजर आई और मात्र 208 रन पर ही सिमट गई। इस तरह अफ्रीकी टीम ने 328 रन की बड़ी जीत दर्ज कर इतिहास में अपना नाम और मजबूत कर दिया।

लगातार 9 टेस्ट जीतकर रचा इतिहास

साउथ अफ्रीका ने इस जीत के साथ टेस्ट क्रिकेट में लगातार 9 टेस्ट मैच जीतने का अपना ही 22 साल पुराना रिकॉर्ड दोहराया है। इससे पहले 15 मार्च 2002 से 1 मई 2003 के बीच साउथ अफ्रीका ने लगातार 9 टेस्ट जीते थे। अब एक बार फिर अफ्रीकी टीम ने यह कीर्तिमान हासिल कर लिया है। खास बात यह भी है कि अफ्रीका ने अगस्त 2024 के बाद से कोई टेस्ट मैच नहीं गंवाया। टीम की आखिरी हार जनवरी 2024 में भारत के खिलाफ हुई थी, उसके बाद से यह टीम अपराजेय बनी हुई है।

यदि साउथ अफ्रीका मौजूदा सीरीज का अगला टेस्ट भी जीतने में सफल हो जाती है, तो वह टेस्ट इतिहास में लगातार 10 या उससे ज्यादा टेस्ट मैच जीतने वाली दुनिया की तीसरी टीम बन जाएगी। इससे पहले यह उपलब्धि केवल ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज ने हासिल की है।

लगातार सबसे ज्यादा टेस्ट जीतने वाली टीमें

  • ऑस्ट्रेलिया – 16 (1999–2001)
  • ऑस्ट्रेलिया – 16 (2005–2008)
  • वेस्टइंडीज – 11 (1984)
  • श्रीलंका – 9 (2001–2002)
  • साउथ अफ्रीका – 9 (2002–2003 और 2024–25)

साउथ अफ्रीका की इस ऐतिहासिक जीत में गेंदबाजों का भी अहम योगदान रहा। रबाडा, नोर्ट्जे और महाराज ने जिम्बाब्वे के बल्लेबाजों को दोनों पारियों में खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया। रबाडा ने मैच में कुल 8 विकेट चटकाए, जबकि स्पिनर महाराज ने भी दूसरी पारी में 3 अहम विकेट लेकर विपक्षी टीम की कमर तोड़ दी।

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