सावन का महीना सिर्फ धार्मिक और मौसमीय दृष्टिकोण से ही खास नहीं होता, बल्कि यह सेहत के लिहाज़ से भी बेहद महत्वपूर्ण समय होता है। इसी मौसम में बाजारों में एक खास देसी फल देखने को मिलता है – नाशपाती। यह हरे-पीले रंग का फल न केवल स्वाद में लाजवाब होता है, बल्कि शरीर को बीमारियों से लड़ने की शक्ति भी देता है। इस लेख में जानिए कि नाशपाती को क्यों कहा जाता है 'रोगों का नाशक फल' और सावन में इसे खाने के क्या लाभ हैं।
नाशपाती: भारत का पारंपरिक और पौष्टिक फल
नाशपाती को इंग्लिश में Pear कहा जाता है। हालांकि भारत में मिलने वाली नाशपाती और विदेशी पियर में थोड़ा फर्क होता है। देसी नाशपाती थोड़ी सख्त, हल्की बीजदार और स्वाद में खट्टी-मीठी होती है, जबकि पियर या बब्बूगोशा ज़्यादा रसीला और मुलायम होता है। दोनों ही स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं, लेकिन देसी नाशपाती का सेवन बरसात के मौसम में ज्यादा लाभकारी माना जाता है।
इम्यूनिटी बढ़ाने वाला फल
सावन में मौसम परिवर्तन के कारण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी कमजोर होने लगती है। इस समय वायरल संक्रमण, सर्दी-खांसी, बुखार जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं। नाशपाती में मौजूद विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर को इन संक्रमणों से लड़ने की ताकत देते हैं। यह इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाकर बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करता है।
पाचन तंत्र को बनाता है मजबूत
नाशपाती में घुलनशील फाइबर की अच्छी मात्रा पाई जाती है, जो पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में मदद करती है। यह पेट को साफ रखने, कब्ज से छुटकारा दिलाने और गैस की समस्या को कम करने में बेहद कारगर होता है। फाइबर से भरपूर यह फल आंतों की गति को सुधारता है और पेट से जुड़ी बीमारियों से राहत दिलाता है।
दिल के लिए अमृत के समान
नाशपाती में पोटेशियम और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं जो दिल की सेहत के लिए लाभकारी हैं। यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखता है और खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है, जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा घटता है। रोजाना एक नाशपाती खाना हृदय रोगियों के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है।
डायबिटीज मरीज भी खा सकते हैं नाशपाती
नाशपाती में नेचुरल शुगर होती है और इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे यह ब्लड शुगर को तेजी से नहीं बढ़ाती। इसलिए डायबिटीज के मरीज भी इसे संतुलित मात्रा में खा सकते हैं। इसके अलावा इसमें मौजूद फाइबर ब्लड शुगर लेवल को स्थिर बनाए रखने में मदद करता है।
हड्डियों और त्वचा को दे मजबूती
नाशपाती में विटामिन C के साथ-साथ विटामिन K, कॉपर और मैग्नीशियम जैसे मिनरल्स होते हैं जो हड्डियों को मजबूत बनाते हैं। यह ऑस्टियोपोरोसिस जैसी हड्डियों की बीमारियों से बचाने में सहायक है। वहीं विटामिन C त्वचा को कोलेजन बनाने में मदद करता है, जिससे त्वचा में निखार आता है और उम्र बढ़ने के लक्षण कम नजर आते हैं।
वजन घटाने में मददगार
यदि आप वजन घटाने की कोशिश कर रहे हैं, तो नाशपाती आपके लिए एक आदर्श फल है। इसमें कैलोरी कम और फाइबर अधिक होता है, जिससे पेट लंबे समय तक भरा हुआ महसूस होता है और बार-बार खाने की इच्छा नहीं होती। नाशपाती मेटाबॉलिज्म को भी बेहतर बनाता है, जिससे वजन घटाना आसान होता है।
कौन-कौन से विटामिन और मिनरल्स मिलते हैं नाशपाती से?
नाशपाती पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें मुख्य रूप से पाए जाने वाले तत्व हैं:
- विटामिन C – इम्यूनिटी बूस्टर
- विटामिन B और फोलेट – एनर्जी और कोशिका विकास के लिए
- पोटेशियम – हार्ट और मसल्स के लिए जरूरी
- मैग्नीशियम और कॉपर – हड्डियों और तंत्रिका तंत्र के लिए
- फाइबर – पाचन स्वास्थ्य के लिए अनिवार्य
नाशपाती एक देसी सुपरफूड है जो स्वाद के साथ-साथ सेहत भी देता है। सावन के इस मौसम में जब नमी और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, तब नाशपाती आपके शरीर को प्राकृतिक सुरक्षा कवच प्रदान करती है। यह फल बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, सभी के लिए फायदेमंद है।