SCO समिट में PM मोदी और पुतिन ने पाकिस्तान के PM शहबाज शरीफ को नजरअंदाज कर आतंकवाद पर भारत का सख्त रुख दिखाया। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो ने पाकिस्तान को साफ संदेश दिया कि आतंक और बातचीत साथ नहीं चल सकते।
SCO Summit: शंघाई सहयोग संगठन (SCO) का 25वां शिखर सम्मेलन चीन के तियानजिन शहर में आयोजित किया गया। इस सम्मेलन में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ समेत कई देशों के नेता शामिल हुए। लेकिन इस बार सुर्खियां बटोरीं पीएम मोदी और पुतिन के उस कदम ने जब दोनों नेताओं ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया।
वायरल हुआ वीडियो, शहबाज शरीफ रह गए खड़े देखते हुए
सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें पीएम मोदी हॉल में प्रवेश करते हैं। उनके साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन भी होते हैं। पीएम मोदी सबसे पहले पुतिन से गर्मजोशी से मिलते हैं और फिर दोनों चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात करते हैं। इसके बाद दोनों नेता साथ-साथ आगे बढ़ जाते हैं। इसी दौरान स्टेज पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ अकेले खड़े दिखाई देते हैं। वह मोदी और पुतिन को जाते हुए देखते रह जाते हैं लेकिन दोनों में से कोई भी उनके पास नहीं रुकता।
डिनर के दौरान भी पीएम मोदी ने बनाई दूरी
सम्मेलन के दौरान आयोजित डिनर में भी पीएम मोदी और शहबाज शरीफ एक ही हॉल में मौजूद थे। लेकिन मोदी ने शहबाज से कोई बातचीत नहीं की। सूत्रों के अनुसार, यह साफ संदेश था कि भारत आतंकवाद पर अपना सख्त रुख बनाए रखेगा और पाकिस्तान से किसी तरह की सामान्य बातचीत की गुंजाइश नहीं है जब तक कि वह आतंकवाद पर लगाम नहीं लगाता।
आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकती
पीएम मोदी कई मौकों पर यह साफ कर चुके हैं कि आतंकवाद और बातचीत एक साथ नहीं चल सकते। पाकिस्तान की जमीन से लगातार हो रहे आतंकी हमलों और भारत में हिंसा फैलाने की साजिशों ने भारत-पाकिस्तान संबंधों को लंबे समय से प्रभावित किया है। इस बार SCO सम्मेलन में पीएम मोदी ने अपने रुख को और स्पष्ट कर दिया कि भारत अब आतंकवाद के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं करेगा।
पुतिन का भी कड़ा संदेश
सिर्फ पीएम मोदी ही नहीं बल्कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने भी शहबाज शरीफ को नजरअंदाज करके पाकिस्तान को सख्त संदेश दिया। पुतिन और मोदी की मुलाकात ने इस बात को और मजबूत किया कि आतंकवाद के मुद्दे पर वैश्विक मंच पर पाकिस्तान के लिए समर्थन जुटाना अब आसान नहीं होगा।
पाकिस्तान को मिला साफ संदेश
वीडियो और पूरे घटनाक्रम से पाकिस्तान को साफ संदेश मिल गया है कि भारत और उसके सहयोगी देश आतंकवाद के मुद्दे पर अब कोई नरमी नहीं दिखाएंगे। पाकिस्तान को आतंकवाद पर कार्रवाई किए बिना अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सम्मान पाना मुश्किल होता जाएगा।
भारत की बढ़ती कूटनीतिक ताकत
पीएम मोदी का यह कदम भारत की बढ़ती कूटनीतिक ताकत को भी दर्शाता है। भारत अब न केवल क्षेत्रीय बल्कि वैश्विक मंच पर भी मजबूत स्थिति में है। चीन, रूस और मध्य एशियाई देशों के साथ भारत के रिश्ते लगातार मजबूत हो रहे हैं जबकि पाकिस्तान को बार-बार नजरअंदाज किया जा रहा है।
वीडियो के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है। लोग कह रहे हैं कि पीएम मोदी और पुतिन का यह कदम पाकिस्तान के लिए एक कड़ा संदेश है। कई यूजर्स ने इसे भारत की कूटनीतिक जीत बताया है।