शुभमन गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट में विराट कोहली का रिकॉर्ड तोड़ते हुए एक सीरीज में भारतीय कप्तान के रूप में सबसे अधिक रन बनाए। उन्होंने 2016 में कोहली के 655 रनों को पीछे छोड़ 658* रन बनाए।
IND vs ENG: मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर खेले जा रहे भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के चौथे मैच में शुभमन गिल ने ऐसा कारनामा कर दिखाया, जिसे भारतीय क्रिकेट इतिहास में लंबे समय तक याद किया जाएगा। युवा कप्तान गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ एक टेस्ट सीरीज में किसी भी भारतीय कप्तान द्वारा बनाए गए सर्वाधिक रनों का विराट कोहली का रिकॉर्ड तोड़ दिया।
विराट कोहली का छह साल पुराना रिकॉर्ड टूटा
साल 2016 में विराट कोहली ने इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में कुल 655 रन बनाए थे। यह रिकॉर्ड तब से किसी भी भारतीय कप्तान के नाम नहीं हो पाया था। लेकिन 2025 की मौजूदा इंग्लैंड सीरीज में गिल ने चौथे टेस्ट की दूसरी पारी में यह आंकड़ा पार कर लिया। पहली पारी में 12 रन पर सिमटने के बाद गिल को इस ऐतिहासिक उपलब्धि तक पहुंचने के लिए दूसरी पारी में सिर्फ 37 रनों की जरूरत थी। उन्होंने जोफ्रा आर्चर की गेंद पर चौका लगाकर यह उपलब्धि हासिल की।
'मजे-मजे' में इतिहास रच दिया
गिल का बल्लेबाजी अंदाज हमेशा से ही सहज और संयमित रहा है। लेकिन इस सीरीज में उन्होंने न केवल कप्तानी का दबाव झेला, बल्कि रन बनाने की रफ्तार भी बरकरार रखी। ओल्ड ट्रैफर्ड के कठिन पिच पर, जहां इंग्लैंड के तेज गेंदबाज लगातार नई गेंद से स्विंग और बाउंस निकाल रहे थे, वहां गिल ने शांत दिमाग से खेलते हुए इस मील के पत्थर को पार किया।
जायसवाल का रिकॉर्ड अगला लक्ष्य
गिल अब इंग्लैंड के खिलाफ किसी भी भारतीय बल्लेबाज द्वारा एक टेस्ट सीरीज में बनाए गए सर्वाधिक रनों के रिकॉर्ड से सिर्फ कुछ ही रन दूर हैं। यह रिकॉर्ड यशस्वी जायसवाल के नाम है, जिन्होंने 2024 की घरेलू सीरीज में 712 रन बनाए थे। गिल के पास अभी एक पारी और है। अगर वह मौजूदा मैच में 55 रन और जोड़ लेते हैं, तो वे इस सूची में शीर्ष पर पहुंच जाएंगे।
भारतीय कप्तानों की सूची में गिल का नाम
गिल अब उन चुनिंदा भारतीय कप्तानों की सूची में शामिल हो चुके हैं जिन्होंने विदेशी पिचों पर बड़ा प्रदर्शन किया है।
- सुनील गावस्कर – 732 रन (वेस्टइंडीज, 1978-79)
- शुभमन गिल – 658* रन (इंग्लैंड, 2025)
- विराट कोहली – 655 रन (भारत, 2016)
अगर गिल शतक लगाते हैं, तो वे गावस्कर के लंबे समय से चले आ रहे रिकॉर्ड को भी तोड़ सकते हैं।
कप्तानी के दबाव में गिल की परिपक्वता
यह सीरीज गिल के लिए सिर्फ बल्लेबाज के रूप में नहीं, बल्कि कप्तान के तौर पर भी परीक्षा थी। रोहित शर्मा के बाद टेस्ट टीम की कमान संभालना आसान नहीं था। इंग्लैंड की परिस्थितियां हमेशा से भारतीय बल्लेबाजों के लिए चुनौतीपूर्ण रही हैं। इसके बावजूद गिल का लगातार रन बनाना उनकी मानसिक मजबूती और तकनीकी परिपक्वता को दर्शाता है।
टीम इंडिया को मिली मजबूती
गिल की इस उपलब्धि ने टीम इंडिया को सीरीज में मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया है। चौथे टेस्ट की दूसरी पारी में उनकी पारी ने न सिर्फ व्यक्तिगत रिकॉर्ड बनाया, बल्कि टीम को इंग्लैंड पर बढ़त लेने का मौका भी दिया। जब टीम की पहली पारी कमजोर रही थी, उस समय कप्तान का इस तरह मोर्चा संभालना पूरी टीम के आत्मविश्वास को बढ़ाता है।