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तेजप्रताप की वापसी की उम्मीद? विधानसभा में तेजस्वी के साथ दिखे तो सियासी गलियारों में बढ़ीं हलचल

तेजप्रताप की वापसी की उम्मीद? विधानसभा में तेजस्वी के साथ दिखे तो सियासी गलियारों में बढ़ीं हलचल

बिहार विधानसभा के अंतिम मानसून सत्र में तेजस्वी और तेजप्रताप यादव अगल-बगल बैठे दिखे। विवाद के बाद पहली बार दोनों सार्वजनिक मंच पर साथ नजर आए। सुलह की संभावना जताई जा रही है।

Bihar Assembly Session: बिहार विधानसभा का अंतिम मानसून सत्र सोमवार से शुरू हो गया है जो 25 जुलाई तक चलेगा। यह मौजूदा विधानसभा का आखिरी सत्र होगा क्योंकि राज्य में अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव से ठीक पहले सियासी हलचल तेज है और सभी राजनीतिक दल अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश में जुटे हैं। इस सत्र के दौरान एक और महत्वपूर्ण दृश्य सामने आने वाला है जो सिर्फ राजनीति ही नहीं बल्कि लालू परिवार के अंदरूनी रिश्तों पर भी असर डाल सकता है।

तेजप्रताप और तेजस्वी एक साथ बैठेंगे

सत्र की सबसे खास बात यह है कि लंबे समय से मनमुटाव झेल रहे तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव विधानसभा में अगल-बगल बैठते नजर आएंगे। दोनों भाई करीब ढाई महीने बाद किसी सार्वजनिक मंच पर एक साथ दिखेंगे। बिहार विधानसभा सचिवालय की तरफ से जारी सीटिंग अरेंजमेंट में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है। यानी तेजप्रताप को पार्टी और परिवार से बाहर करने के बावजूद उन्हें तेजस्वी के पास ही बैठाया गया है।

तेजप्रताप की वायरल फोटो और विवाद की शुरुआत

तेजप्रताप यादव की एक लड़की के साथ तस्वीर वायरल होने के बाद पूरे परिवार में तनाव गहरा गया था। यह लड़की अनुष्का बताई जा रही है और कहा गया कि दोनों के बीच करीबी संबंध हैं। तेजप्रताप पहले से शादीशुदा हैं और उनकी पहली पत्नी के साथ तलाक की प्रक्रिया चल रही है। इस नए विवाद से पार्टी की छवि को नुकसान हुआ और लालू यादव ने तेजप्रताप को आरजेडी से बाहर करने का फैसला किया। उन्हें पारिवारिक घर से भी निकलने को कहा गया।

तेजस्वी की नाराजगी और मीडिया बयान

तेजप्रताप की पार्टी से बेदखली के बाद तेजस्वी यादव ने भी मीडिया में इस मुद्दे पर खुलकर अपनी नाराजगी जाहिर की थी। तेजस्वी पर यह आरोप भी लगा कि वे खुद चाहते थे कि तेजप्रताप को पार्टी और परिवार से दूर किया जाए ताकि वे आरजेडी में एकछत्र नेतृत्व स्थापित कर सकें। हालांकि तेजस्वी ने कभी सार्वजनिक रूप से इस आरोप को स्वीकार नहीं किया, लेकिन राजनीतिक हलकों में इस पर काफी चर्चा रही।

3 मई को दोनों आए थे साथ नजर

मई की शुरुआत में पटना में आयोजित एक कार्यक्रम में तेजस्वी और तेजप्रताप एक साथ मंच पर दिखे थे। हालांकि तब दोनों के बीच बातचीत नहीं हुई थी। उसके बाद से तेजप्रताप मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक अपनी अलग लाइन पर चल रहे हैं और लगातार पार्टी से अलग होने के संकेत देते रहे हैं। वहीं तेजस्वी संगठन को मजबूत करने और चुनाव की तैयारी में लगे हैं।

तेजप्रताप की अलग राह, लेकिन उम्मीद बाकी

तेजप्रताप यादव ने कई बार संकेत दिया है कि वे आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी से अलग होकर लड़ सकते हैं। वह बिहार के कई विधानसभा क्षेत्रों का दौरा भी कर चुके हैं। उनके भाषणों और पोस्ट्स में यह साफ झलकता है कि वह अब पार्टी नेतृत्व से खुश नहीं हैं। लेकिन यह भी सच है कि विधानसभा सत्र में तेजस्वी के साथ उनकी नजदीकी कहीं न कहीं रिश्तों में सुधार की संभावनाओं को भी जन्म देती है।

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