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The Oval में चलेगा बल्ला या गूंजेगा गेंदबाजों का शोर? जानिए अंतिम टेस्ट मुकाबले की पिच रिपोर्ट और आंकड़े

The Oval में चलेगा बल्ला या गूंजेगा गेंदबाजों का शोर? जानिए अंतिम टेस्ट मुकाबले की पिच रिपोर्ट और आंकड़े

भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज का आखिरी और पांचवां मुकाबला 31 जुलाई से केनिंग्टन ओवल में खेला जाएगा। अब तक की सीरीज काफी रोमांचक रही है, जहां दोनों टीमों ने जबरदस्त मुकाबले खेले हैं। 

स्पोर्ट्स न्यूज़: भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही टेस्ट सीरीज अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई है। पांच मैचों की इस श्रृंखला में इंग्लैंड 2-1 से आगे चल रहा है और अब सारी निगाहें सीरीज के अंतिम टेस्ट मुकाबले पर टिकी हैं, जो 31 जुलाई से ऐतिहासिक द ओवल स्टेडियम (The Oval, London) में खेला जाएगा। भारतीय टीम के पास इस टेस्ट को जीतकर सीरीज 2-2 से ड्रॉ करने का सुनहरा मौका है, जबकि इंग्लैंड की नजर घरेलू मैदान पर सीरीज को अपने नाम करने पर है। आइए जानते हैं कि द ओवल की पिच इस निर्णायक मुकाबले में कैसी भूमिका निभा सकती है।

द ओवल पिच रिपोर्ट: बल्लेबाजों की जन्नत या गेंदबाजों का अखाड़ा?

द ओवल की पिच को पारंपरिक रूप से बल्लेबाजी के अनुकूल माना जाता है, लेकिन यहां उछाल (बाउंस) भी अच्छी मिलती है, जिससे तेज गेंदबाजों को शुरुआती ओवरों में सहायता मिल सकती है। खासकर नई गेंद से गेंदबाजों को स्विंग और सीम मूवमेंट दोनों मिलती है। लेकिन जैसे-जैसे टेस्ट आगे बढ़ता है, पिच धीमी होने लगती है और स्पिनर्स को टर्न मिलना शुरू हो जाता है।

यह विशेषता इस पिच को पांचों दिन मुकाबला कराने के लिए आदर्श बनाती है और यह टेस्ट क्रिकेट के लिए संतुलित मैदान माना जाता है। यहां जो बल्लेबाज टिकता है, वह लंबा स्कोर बना सकता है। यही कारण है कि इस मैदान पर हाई-स्कोरिंग मुकाबले भी देखने को मिलते हैं।

ओवल का ऐतिहासिक स्कोरबोर्ड: आंकड़े जो बताते हैं कहानी

  • अब तक खेले गए टेस्ट मैच: 107
  • पहली पारी में जीतने वाली टीम: 40
  • दूसरी पारी में जीतने वाली टीम: 30
  • ड्रॉ मुकाबले: 37

इस मैदान पर बल्लेबाजों को शुरुआत में थोड़ी सतर्कता बरतनी पड़ती है, लेकिन सेट हो जाने पर रन बनाना अपेक्षाकृत आसान हो जाता है।

भारत बनाम इंग्लैंड: ओवल में आमने-सामने

इंग्लैंड ने 1934 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 7 विकेट पर 903 रन बनाकर अपनी पारी घोषित की थी। 2007 में भारत ने यहां 664 रन बनाए थे, जो इस मैदान पर उसका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। भारत और इंग्लैंड के बीच ओवल में अब तक कुल 14 टेस्ट मैच खेले जा चुके हैं।

  • इंग्लैंड की जीतें: 5
  • भारत की जीतें: 2
  • ड्रॉ मुकाबले: 7

यह आंकड़े इंग्लैंड के पक्ष में जरूर दिखते हैं, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में भारतीय टीम ने विदेशों में टेस्ट क्रिकेट में अपनी पकड़ मजबूत की है। अगर टॉस जीतने वाली टीम पहले बल्लेबाजी करती है, तो शुरुआती दो से ढाई दिन रन बनाने का अच्छा मौका मिलेगा। बाद में स्पिनर्स का रोल बढ़ता जाएगा, खासकर चौथे और पांचवें दिन। ऐसे में भारत के पास अश्विन-जडेजा जैसे अनुभवी स्पिन गेंदबाजों के साथ रणनीतिक बढ़त हो सकती है।

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