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Trigeminal Neuralgia Awareness Day: चेहरे के दर्द और जागरूकता का दिन 

Trigeminal Neuralgia Awareness Day: चेहरे के दर्द और जागरूकता का दिन 

हर साल 7 अक्टूबर को ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया जागरूकता दिवस (Trigeminal Neuralgia Awareness Day) मनाया जाता है। यह दिन केवल एक स्वास्थ्य स्थिति को पहचानने का अवसर नहीं है, बल्कि उन लाखों लोगों के दर्द और संघर्ष को समझने और उनके प्रति सहानुभूति दिखाने का अवसर भी है, जिन्हें यह गंभीर न्यूरोलॉजिकल स्थिति प्रभावित करती है। ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया, जिसे आमतौर पर TN कहा जाता है, एक क्रॉनिक दर्द की स्थिति है जो चेहरे में तंत्रिका के माध्यम से भेजे जाने वाले संकेतों को प्रभावित करती है।

ट्राइजेमिनल न्यूरल्जिया क्या है?

ट्राइजेमिनल न्यूरल्जिया एक न्यूरोलॉजिकल स्थिति है जिसमें चेहरे के एक हिस्से में अचानक और तीव्र दर्द उत्पन्न होता है। यह दर्द आम तौर पर चेहरे के एक तरफ होता है और कभी-कभी मांसपेशियों में ऐंठन के साथ भी जुड़ा होता है। दर्द कुछ सेकंड से लेकर कुछ मिनट तक रह सकता है। TN के कारण व्यक्ति के लिए खाना खाना, पानी पीना, मुस्कुराना या हवा का स्पर्श भी दर्दनाक हो सकता है।

इस स्थिति को अक्सर “टिक डूलोरॉक्स (Tic Douloureux)” कहा जाता है। TN मुख्य रूप से उन लोगों में पाया जाता है जो 50 वर्ष या उससे अधिक उम्र के हैं। यह महिलाओं में पुरुषों की तुलना में लगभग दोगुनी बार देखा जाता है। इसके कारण व्यक्ति का जीवन अत्यधिक प्रभावित हो सकता है और मानसिक तनाव भी बढ़ सकता है।

ट्राइजेमिनल न्यूरल्जिया अवेयरनेस डे का इतिहास

ट्राइजेमिनल न्यूरल्जिया अवेयरनेस डे की शुरुआत 2013 में हुई। यह दिन इस रोग के प्रति जागरूकता फैलाने और पीड़ितों के समर्थन के लिए शुरू किया गया। 2017 में, अमेरिकी हाउस ऑफ़ रिप्रेजेंटेटिव्स ने इसे आधिकारिक राष्ट्रीय दिवस के रूप में मान्यता दी। इस दिन का उद्देश्य समाज और समुदायों को TN के बारे में जानने, जागरूकता फैलाने और शोध एवं उपचार में योगदान देने वाले लोगों को सम्मानित करना है।

ट्राइजेमिनल न्यूरल्जिया और Me संगठन इस दिन को समर्थन और जागरूकता के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करता है। यह संगठन विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के समक्ष TN के लिए समर्थन और नीतिगत बदलाव की वकालत भी करता है।

TN के लक्षण और जोखिम

ट्राइजेमिनल न्यूरल्जिया के लक्षण चेहरे के अचानक तेज दर्द से शुरू होते हैं। यह दर्द कभी-कभी बिजली की तरह तेज और चुभने वाला महसूस होता है। दर्द चेहरे के एक हिस्से में ही होता है और कभी-कभी मांसपेशियों की ऐंठन के साथ जुड़ा होता है। इससे भोजन करना, पीना, बात करना और सामान्य जीवन क्रियाएँ कठिन हो जाती हैं।

इस रोग के जोखिम कारक में उच्च रक्तचाप, धूम्रपान, मल्टीपल स्क्लेरोसिस और अन्य न्यूरोलॉजिकल सूजन वाले रोग शामिल हैं। TN महिलाओं में अधिक सामान्य है और यह आमतौर पर 50 वर्ष से अधिक आयु वाले व्यक्तियों को प्रभावित करता है।

ट्राइजेमिनल न्यूरल्जिया क्या है?

ट्राइजेमिनल न्यूरल्जिया एक न्यूरोलॉजिकल स्थिति है जिसमें चेहरे के एक हिस्से में अचानक और तीव्र दर्द उत्पन्न होता है। यह दर्द आम तौर पर चेहरे के एक तरफ होता है और कभी-कभी मांसपेशियों में ऐंठन के साथ भी जुड़ा होता है। दर्द कुछ सेकंड से लेकर कुछ मिनट तक रह सकता है। TN के कारण व्यक्ति के लिए खाना खाना, पानी पीना, मुस्कुराना या हवा का स्पर्श भी दर्दनाक हो सकता है।

इस स्थिति को अक्सर “टिक डूलोरॉक्स (Tic Douloureux)” कहा जाता है। TN मुख्य रूप से उन लोगों में पाया जाता है जो 50 वर्ष या उससे अधिक उम्र के हैं। यह महिलाओं में पुरुषों की तुलना में लगभग दोगुनी बार देखा जाता है। इसके कारण व्यक्ति का जीवन अत्यधिक प्रभावित हो सकता है और मानसिक तनाव भी बढ़ सकता है।

ट्राइजेमिनल न्यूरल्जिया अवेयरनेस डे का इतिहास

ट्राइजेमिनल न्यूरल्जिया अवेयरनेस डे की शुरुआत 2013 में हुई। यह दिन इस रोग के प्रति जागरूकता फैलाने और पीड़ितों के समर्थन के लिए शुरू किया गया। 2017 में, अमेरिकी हाउस ऑफ़ रिप्रेजेंटेटिव्स ने इसे आधिकारिक राष्ट्रीय दिवस के रूप में मान्यता दी। इस दिन का उद्देश्य समाज और समुदायों को TN के बारे में जानने, जागरूकता फैलाने और शोध एवं उपचार में योगदान देने वाले लोगों को सम्मानित करना है।

ट्राइजेमिनल न्यूरल्जिया और Me संगठन इस दिन को समर्थन और जागरूकता के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करता है। यह संगठन विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के समक्ष TN के लिए समर्थन और नीतिगत बदलाव की वकालत भी करता है।

TN के लक्षण और जोखिम

ट्राइजेमिनल न्यूरल्जिया के लक्षण चेहरे के अचानक तेज दर्द से शुरू होते हैं। यह दर्द कभी-कभी बिजली की तरह तेज और चुभने वाला महसूस होता है। दर्द चेहरे के एक हिस्से में ही होता है और कभी-कभी मांसपेशियों की ऐंठन के साथ जुड़ा होता है। इससे भोजन करना, पीना, बात करना और सामान्य जीवन क्रियाएँ कठिन हो जाती हैं।

इस रोग के जोखिम कारक में उच्च रक्तचाप, धूम्रपान, मल्टीपल स्क्लेरोसिस और अन्य न्यूरोलॉजिकल सूजन वाले रोग शामिल हैं। TN महिलाओं में अधिक सामान्य है और यह आमतौर पर 50 वर्ष से अधिक आयु वाले व्यक्तियों को प्रभावित करता है।

ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया जागरूकता दिवस कैसे मनाएं

इस विशेष दिन को मनाने के कई तरीके हैं जो लोगों को जानकारी प्रदान करने और समर्थन दिखाने में मदद कर सकते हैं।

  1. टील रंग पहनें
    TN का समर्थन रंग टील (Teal) है। इस दिन लोग टील रंग की रिबन, टी-शर्ट या ध्वज पहनकर अपने समर्थन को दिखाते हैं। समुदाय और व्यवसाय भी अपने भवनों को टील रंग से रोशन कर सकते हैं। यह रंग एक प्रतीक है जो बातचीत और जागरूकता को बढ़ावा देता है।
  2. TN के बारे में अधिक जानें
    इस दिन का उद्देश्य केवल प्रतीकात्मक नहीं है। यह लोगों को TN के बारे में अधिक जानने और इसे समझने के लिए प्रोत्साहित करता है। जब लोग इस बीमारी के लक्षण, उपचार और सामाजिक प्रभाव को समझते हैं, तो वे मरीजों के प्रति अधिक संवेदनशील और सहायक बनते हैं।
  3. शिक्षा और संगोष्ठी आयोजित करें
    स्कूल, कॉलेज और समुदाय केंद्रों में TN के बारे में सेमिनार और कार्यशालाओं का आयोजन किया जा सकता है। यह न केवल लोगों को जागरूक करता है, बल्कि उन्हें इस स्थिति के लिए अनुसंधान और समर्थन करने के लिए प्रेरित करता है।
  4. सोशल मीडिया पर समर्थन दिखाएं
    ट्वीट, पोस्ट और वीडियो के माध्यम से TN के बारे में जानकारी साझा करना जागरूकता बढ़ाने का एक आसान तरीका है। यह मरीजों और उनके परिवारों को समर्थन दिखाने का एक डिजिटल माध्यम भी बन जाता है।
  5. चैरिटी और सहायता कार्यक्रम
    समुदाय में TN से प्रभावित लोगों की मदद के लिए चैरिटी कार्यक्रम आयोजित किए जा सकते हैं। इससे अनुसंधान और बेहतर उपचार के विकल्पों के लिए वित्तीय सहयोग भी मिलता है।

ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया जागरूकता का महत्व

ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया सिर्फ एक चिकित्सा समस्या नहीं है। यह एक ऐसी स्थिति है जो रोगी के जीवन की गुणवत्ता को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है। जागरूकता दिवस हमें यह याद दिलाता है कि छोटे से छोटी समझ और समर्थन भी मरीजों के जीवन में बड़ा फर्क डाल सकती है।

इस दिन के माध्यम से लोग न केवल जानकारी साझा करते हैं, बल्कि मरीजों के लिए एक सहायक और संवेदनशील वातावरण भी बनाते हैं। यह जागरूकता केवल दर्द के भौतिक पहलू को नहीं, बल्कि मानसिक, सामाजिक और भावनात्मक स्वास्थ्य को भी महत्व देती है।

ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया जागरूकता दिवस हमें इस गंभीर न्यूरोलॉजिकल स्थिति और उससे प्रभावित लोगों के दर्द, संघर्ष व मानसिक स्वास्थ्य की समझ देता है। यह दिन जागरूकता बढ़ाने, संवेदनशीलता पैदा करने और मरीजों के लिए समर्थन दिखाने का अवसर है। छोटे-छोटे प्रयास, जानकारी साझा करना और सहानुभूति दिखाना भी प्रभावित जीवन में बड़ा फर्क डाल सकते हैं और समाज में समझ और सहयोग की भावना को मजबूत करते हैं।

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