संसद में आज उपराष्ट्रपति पद के लिए मतदान हो रहा है। मुकाबला एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन और विपक्ष के बी सुदर्शन रेड्डी के बीच है। शाम को वोटों की गिनती होगी और देर रात परिणाम घोषित किया जाएगा।
VP Election 2025: देश का अगला उपराष्ट्रपति कौन होगा, इसका फैसला आज होने वाले मतदान से तय होगा। भाजपा नीत राजग (NDA) ने अपने उम्मीदवार के रूप में महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन को मैदान में उतारा है। वहीं विपक्षी गठबंधन (INDIA Alliance) ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी को उम्मीदवार बनाया है।
राजनीतिक गलियारों में इस मुकाबले को दिलचस्प माना जा रहा है। हालांकि आंकड़ों के हिसाब से भाजपा गठबंधन स्पष्ट बढ़त में है और अपनी जीत के प्रति आश्वस्त दिख रहा है।
पद खाली क्यों हुआ
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के स्वास्थ्य कारणों से दिए गए इस्तीफे के बाद देश का दूसरा सबसे बड़ा संवैधानिक पद रिक्त हो गया था। इसके बाद निर्वाचन आयोग ने उपराष्ट्रपति पद के चुनाव की प्रक्रिया शुरू की।
मतदान का समय और प्रक्रिया
आज (मंगलवार) संसद भवन में सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक सांसद मतदान करेंगे। शाम 6 बजे से मतगणना शुरू होगी और देर रात तक परिणाम की घोषणा हो सकती है।
इस चुनाव में खास बात यह है कि सांसदों पर पार्टी व्हिप लागू नहीं होता। यानी सांसद अपनी पसंद के अनुसार गुप्त मतदान (secret ballot) के जरिए वोट डाल सकते हैं। हर सांसद को मतपत्र पर उम्मीदवारों के नाम के सामने ‘1’ लिखकर अपनी पहली प्राथमिकता बतानी होगी। अगर चाहें तो वे दूसरी और तीसरी प्राथमिकता भी दर्ज कर सकते हैं।
ईवीएम का इस्तेमाल क्यों नहीं
उपराष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया लोकसभा और विधानसभा चुनाव से अलग है। यहां मतदान एकल संक्रमणीय मत प्रणाली (Single Transferable Vote) के तहत होता है, जो आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली (Proportional Representation System) पर आधारित है।
इसी वजह से इस चुनाव में Electronic Voting Machine (EVM) का इस्तेमाल संभव नहीं है। मतदाता यानी सांसद केवल बैलेट पेपर (ballot paper) पर अपनी वरीयता अंकित करेंगे।
नंबर गेम में कौन आगे
उपराष्ट्रपति पद के लिए निर्वाचक मंडल में कुल 788 सदस्य हैं। इनमें 245 राज्यसभा और 543 लोकसभा सदस्य शामिल होते हैं। इसके अलावा राज्यसभा के 12 नामित सदस्य भी मतदान कर सकते हैं। मौजूदा स्थिति में निर्वाचक मंडल के 781 सदस्य वोट डालेंगे क्योंकि 7 सीटें रिक्त हैं।
- जीत के लिए 391 वोटों की जरूरत होगी।
- राजग के पास 425 सांसद हैं।
- विपक्षी गठबंधन के पास 324 सांसद हैं।
वाईएसआरसीपी के 11 सांसदों ने राजग को समर्थन देने का ऐलान किया है। जबकि बीआरएस (BRS) और बीजद (BJD) ने मतदान से दूर रहने का फैसला किया है। ऐसे में आंकड़े साफ संकेत दे रहे हैं कि राजग का उम्मीदवार मजबूत स्थिति में है।
राजग के उम्मीदवार सी.पी. राधाकृष्णन
राजग ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बनाया है। 67 वर्षीय राधाकृष्णन तमिलनाडु से आने वाले भाजपा नेता हैं। वे गौंडर-कोंगु वेल्लालर समुदाय से ताल्लुक रखते हैं, जो राज्य में प्रभावशाली ओबीसी समूह माना जाता है।
राधाकृष्णन को पार्टी में एक मृदुभाषी और गैर-विवादास्पद नेता के रूप में जाना जाता है। वे 1998 और 1999 में कोयंबटूर से दो बार लोकसभा सांसद भी रह चुके हैं। जुलाई 2024 से वे महाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में कार्यरत हैं। अपने चुनावी अभियान के दौरान उन्होंने सभी राज्यों के सांसदों से मुलाकात की और समर्थन जुटाने का प्रयास किया। उनकी साफ-सुथरी छवि और संगठनात्मक अनुभव को राजग अपनी सबसे बड़ी ताकत मान रहा है।
विपक्ष के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी
संयुक्त विपक्ष ने उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी को मैदान में उतारा है। 79 वर्षीय रेड्डी जुलाई 2011 में सुप्रीम कोर्ट से सेवानिवृत्त हुए थे और अपने लंबे करियर में कई अहम फैसलों से चर्चित रहे हैं।
काले धन (Black Money) मामलों में सरकार की लापरवाही को लेकर उन्होंने सख्त टिप्पणियां की थीं। इतना ही नहीं, छत्तीसगढ़ सरकार की नक्सल विरोधी पहल सलवा जुडूम को उन्होंने असंवैधानिक (unconstitutional) घोषित किया था, जो उस समय देशभर में चर्चा का विषय बना।
वे आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट में न्यायाधीश और गुवाहाटी हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के पद पर भी रहे। इसके अलावा उन्होंने तेलंगाना में जातिगत सर्वेक्षण से जुड़ी एक महत्वपूर्ण कमेटी का नेतृत्व किया था। विपक्ष रेड्डी को एक अनुभवी और ईमानदार उम्मीदवार के रूप में प्रस्तुत कर रहा है और मानता है कि उनका न्यायिक अनुभव संसद और लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूती देगा।