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Vecmocon को EV टेक्नोलॉजी के लिए मिले $18 मिलियन: Series A फंडिंग से मिलेगा नया बूस्ट

Vecmocon को EV टेक्नोलॉजी के लिए मिले $18 मिलियन: Series A फंडिंग से मिलेगा नया बूस्ट

दिल्ली में आधारित Deep‑tech EV स्टार्टअप Vecmocon ने 9 जून 2025 को अपनी Series A राउंड में $18 मिलियन (करीब ₹153 करोड़) का अतिरिक्त निवेश हासिल किया। इसके पीछे प्रमुख नाम है Ecosystem Integrity Fund (EIF), साथ ही Aavishkaar Capital, British International Investment (BII) और Blume Ventures का भी जबरदस्त सपोर्ट था ।

Vecmocon का काम है EV के लिए सेफ्टी-क्वेशन इलेक्ट्रॉनिक्स और सॉफ्टवेयर सिस्टम बनाना। इनमें battery management systems, vehicle intelligence modules, motor controllers, smart chargers और cloud‑based analytics शामिल हैं। इन सेल्ल्युलर और IoT फ्रेंडली टेक्नोलॉजीज़ के ज़रिए कंपनी अब तक भारत में 100,000+ EVs को सपोर्ट दे रही है ।

वर्तमान राउंड से जुटाए गए फंड का उपयोग वह करने जा रही है:

  • R&D केंद्र को बढ़ाना और टेक्निकल टीम में embedded design, power electronics, IoT और data science जैसे क्षेत्रों में विस्तार करना।
  • अपने सिस्टम को और अधिक OEMs (original equipment manufacturers) और fleet operators तक विस्तार करना — खासकर लॉजिस्टिक्स, ऑटो और स्मार्ट-शहर सेक्टर्स में।
  • भारत में फुल‑स्टैक मेकिंग और मैन्युफैक्चरिंग को मजबूत करना, ताकि देश में ही 'Make-in-India' और 'Atmanirbhar Bharat' की जिम्मेदारी निभाई जा सक सके ।

क्यों ये फंडिंग मायने रखती है?

India का EV बाजार पिछली बार रिकॉर्ड 1.95 मिलियन यूनिट्स के पार गया, जो कि एक साल में 27% की ग्रोथ दर्शाता है । ऐसे में यह फंडिंग इस बात का संकेत है कि EV इकोसिस्टम में सिर्फ वाहन नहीं, बल्कि backend तकनीकों में भी भारी निवेश बढ़ रहा है। ग्लोबल पार्टनर जैसे EIF और BII का इन्वेस्टमेंट भारत को बता रहा है कि देश electric mobility की अगली पीढ़ी के लिए Ready है और यह वैश्विक दृष्टि से Sustainability और Safety के साथ ट्रांसफॉर्मेशन की दिशा में बढ़ रहा है।

विशेषज्ञों की राय

Vecmocon के CEO Peeyush Asati ने कहा है कि यह पूंजी “most robust, safety-critical systems” के निर्माण में काम आएगी, जिन्हें ग्लोबल स्ट्रैंडर्ड्स के अनुरूप India में ही बनाया जाएगा। EIF के Managing Partner Devin Whatley के अनुसार, इससे India का EV इंफ्रास्ट्रक्चर “smarter, safer, and more reliable” बनेगा, और यह दृश्य global.clean transport में India की लीडरशिप को मजबूत करेगा 

यह फंडिंग सिर्फ एक रकम नहीं है यह भारत की EV टेक्नोलॉजी में आत्मनिर्भरता का संकेत है। जब EVs के दिमाग़ (software + hardware) भारत में तैयार होंगे, तो यह किफ़ायती, सुरक्षित और ग्लोबल-स्तर की mobility सॉल्यूशंस देने में सक्षम होगा।

अब देखना ये होगा कि Vecmocon और दूसरे टेक स्टार्टअप्स की यह पहल भारत को Climate‑smart, Tech‑forward और Future‑ready EV पावरहाउस बना पाएगी या नहीं।

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