प्रकृति में हर जीव का अपना महत्व है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में रहने वाला कंगारू अपनी खास पहचान के लिए जाना जाता है। यह न केवल ऑस्ट्रेलिया की संस्कृति और प्राकृतिक धरोहर का प्रतीक है, बल्कि हमारी पर्यावरण और जैव विविधता के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। हर साल 24 अक्टूबर को वर्ल्ड कंगारू डे मनाया जाता है, ताकि कंगारुओं के संरक्षण, उनके जीवन और उनके साथ सह-अस्तित्व की जरूरत को दुनिया भर में जागरूक किया जा सके।
कंगारू – ऑस्ट्रेलिया का अद्भुत जीव
कंगारू का शरीर मजबूत और लंबी टाँगों वाला होता है, जिससे यह बड़े आराम से कूद सकता है। इनके कई प्रकार और आकार होते हैं और ऑस्ट्रेलिया में इनकी संख्या लगभग 5 करोड़ जंगली कंगारू होने का अनुमान है। कंगारू न केवल पर्यावरण की भौगोलिक संतुलन को बनाए रखने में मदद करते हैं, बल्कि यह ऑस्ट्रेलिया के लिए एक सांस्कृतिक प्रतीक भी हैं।
हालांकि, इंसानों और कंगारुओं के बीच सह-अस्तित्व बनाए रखना बेहद जरूरी है। यह दिन हमें यही सिखाता है कि इन अद्भुत जीवों का सम्मान और संरक्षण करना हमारी जिम्मेदारी है।
वर्ल्ड कंगारू डे कैसे मनाएँ

- वर्ल्ड कंगारू डे फोटो प्रतियोगिता में भाग लें
इस दिन की सबसे रोचक गतिविधियों में से एक है फोटो प्रतियोगिता में हिस्सा लेना। ऑस्ट्रेलिया में यह प्रतियोगिता प्राकृतिक दृश्यों और कंगारू की तस्वीरें लेने के लिए लोगों को प्रेरित करती है। 2023 में इस प्रतियोगिता के न्यायाधीश स्टीव इरविन के बेटे रॉबर्ट इरविन और फोटोग्राफर-संपादक स्टीव पैरिश थे। आप अधिक जानकारी आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर प्राप्त कर सकते हैं। - युइन डिक्लेरेशन को अपनाएँ
युइन नेशन दक्षिण ऑस्ट्रेलिया के मूल निवासी हैं जिन्होंने कंगारू के साथ इंसानों के सह-अस्तित्व और सम्मान का एक घोषणापत्र तैयार किया। 2021 में युइन एल्डर अंकल मैक्स हैरिसन ने राष्ट्रीय स्तर पर कंगारू संरक्षण के लिए इस दस्तावेज़ को औपचारिक रूप दिया। वर्ल्ड कंगारू डे के माध्यम से समुदायों को इस घोषणापत्र को अपनाने और कंगारू की सुरक्षा के लिए सहयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। इसे Kangaroos Alive वेबसाइट पर देखा जा सकता है। - रू डॉक्यू प्रतियोगिता में हिस्सा लें
वर्ल्ड कंगारू डे के तहत आयोजित एक अन्य गतिविधि है Roo Doco (कंगारू डॉक्यूमेंट्री) प्रतियोगिता। इसमें प्रतिभागियों को 60 सेकंड के अंदर कंगारू पर आधारित एक डॉक्यूमेंट्री वीडियो बनाना होता है। इसे वेबसाइट पर जमा करके पुरस्कार, प्रशंसा और नाम कमाया जा सकता है। यह प्रतियोगिता लोगों को कंगारू के प्रति रचनात्मक रूप से जुड़ने का अवसर देती है।
वर्ल्ड कंगारू डे का इतिहास

वर्ल्ड कंगारू डे की शुरुआत 2020 में Kangaroos Alive और Animal Justice Party की संयुक्त पहल से हुई। इसका मुख्य उद्देश्य जनता में जागरूकता फैलाना और कंगारू के संरक्षण की जरूरत को समझाना था। इस दिन की स्थापना का एक बड़ा कारण 2019 और 2020 में ऑस्ट्रेलिया में हुए भयानक जंगल की आग भी थी, जिसमें लगभग 3 अरब कोआला, कंगारू और अन्य वन्यजीवों की जानें चली गईं।
वर्ल्ड कंगारू डे क्यों महत्वपूर्ण है?
कंगारू केवल ऑस्ट्रेलिया के जंगलों के जीव नहीं हैं, बल्कि वे पर्यावरण संतुलन के महत्वपूर्ण अंग हैं। इनकी संख्या और जीवन पर खतरा मानव गतिविधियों, वन्य जीवन के शिकार और प्राकृतिक आपदाओं के कारण बढ़ गया है।
वर्ल्ड कंगारू डे हमें सिखाता है:
- सह-अस्तित्व जरूरी है। इंसान और कंगारू एक साथ साझा भूमि पर रह सकते हैं।
- वन्य जीवन का संरक्षण हमारी जिम्मेदारी है।
- प्राकृतिक संसाधनों का सही उपयोग करें और कंगारुओं के प्राकृतिक आवास को नष्ट न करें।
इस दिन का थीम “Co-existing with Kangaroos” है, जो यह याद दिलाता है कि इंसानों को कंगारुओं के साथ अपने जीवन और कार्यों को संतुलित करना चाहिए।
वर्ल्ड कंगारू डे हमें याद दिलाता है कि कंगारू केवल ऑस्ट्रेलिया के जंगलों के अद्भुत जीव नहीं, बल्कि पर्यावरण और जैव विविधता के संतुलन के महत्वपूर्ण स्तंभ हैं। इंसानों और कंगारुओं के बीच सह-अस्तित्व बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है। हमें उनके प्राकृतिक आवास का सम्मान करना, संरक्षण करना और रचनात्मक रूप से जागरूक रहना चाहिए, ताकि यह अनमोल जीव आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित और संरक्षित रहें।












