अगर आप अपनी हार्ट हेल्थ का ध्यान सही तरीके से नहीं रखते हैं, तो आपका दिल समय से पहले ही आपको धोखा दे सकता है। आजकल यंग उम्र में ही हार्ट अटैक से लोगों की जान जा रही है। लेकिन दिल को 70 साल की उम्र तक जवान रखने के कुछ नायाब तरीके हैं:
हेल्थ टिप्स: आज के समय में हार्ट अटैक सिर्फ उम्रदराज लोगों तक सीमित नहीं रह गया है। युवा वर्ग में भी दिल की बीमारियों का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। असल में गलत लाइफस्टाइल, तनाव, खान-पान की गलत आदतें और व्यायाम की कमी युवा दिलों के लिए खतरे की घंटी बन गई हैं। विशेषज्ञों और स्वास्थ्य गुरुओं के मुताबिक अगर समय रहते सावधानी न बरती जाए तो दिल का दौरा किसी भी उम्र में आ सकता है।
योगगुरु स्वामी रामदेव ने ऐसे कई उपाय बताए हैं, जिन्हें अपनाकर दिल को स्वस्थ और मजबूत रखा जा सकता है। आइए जानें उन उपायों और सलाहों के बारे में।
1. हार्ट हेल्थ के लिए एक्सरसाइज जरूरी
दिल की सेहत को बनाए रखने के लिए नियमित एक्सरसाइज और शारीरिक गतिविधि बेहद महत्वपूर्ण हैं। स्वामी रामदेव के अनुसार कुछ सरल लेकिन असरदार तरीकों से हार्ट अटैक का खतरा कम किया जा सकता है।
- डांस करें
- जुम्बा, हिप-हॉप या क्लासिकल डांस का अभ्यास करना दिल के लिए लाभकारी है।
- मीडियम स्पीड डांस या कार्डियो एक्सरसाइज से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और हार्ट अटैक का जोखिम घटता है।
- शोधों के मुताबिक हफ्ते में कम से कम 150 मिनट की एक्टिविटी दिल के लिए फायदेमंद साबित होती है।
- हल्की वेटलिफ्टिंग
- हल्के वजन उठाने से हार्ट वेसल्स पर प्रेशर कम होता है।
- इससे ब्लड फ्लो सुधरता है और हार्ट को पर्याप्त रक्त मिल पाता है।
- चेयर एक्सरसाइज
- कुर्सी पर बैठकर उठना-बैठना, हाथ-कंधों को घुमाना और पैरों को फैलाते हुए आगे झुकना दिल के लिए आसान लेकिन असरदार व्यायाम है।
- यह एक्सरसाइज दिल की बीमारियों के खतरे को कम करने में मदद करती है।
2. रिसर्च क्या कहती है
हार्ट अटैक के बढ़ते मामलों पर लगातार नई रिसर्च सामने आ रही है। फिनलैंड और यूनाइटेड किंगडम के वैज्ञानिकों ने मिलकर पाया है कि लंबे समय तक ब्लड वेसल्स में छुपा बैक्टीरिया दिल के दौरे का कारण बन सकता है।
- यह बैक्टीरिया किसी वायरल संक्रमण के संपर्क में आने पर सक्रिय हो जाता है।
- नसों में सूजन और ब्लड क्लॉटिंग के खतरे को बढ़ाता है।
- हाई शुगर, हाई बीपी और कोलेस्ट्रॉल जैसी बीमारियां इसे और गंभीर बना देती हैं।
- इसलिए दिल की सुरक्षा के लिए इनफेक्शन से बचाव, ब्लड प्रेशर कंट्रोल और लाइफस्टाइल सुधार बेहद जरूरी है।
3. हार्ट अटैक के लक्षण
दिल की बीमारियों का समय रहते पता लगाना जानलेवा साबित हो सकता है। अगर ये लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें:
- छाती में तेज दर्द या दबाव
- कंधे, हाथ, पीठ या जबड़े में दर्द
- अचानक पसीना आना
- तेज धड़कन या हार्टबीट में अनियमितता
- थकान या बेचैनी
- सांस लेने में कठिनाई
इन लक्षणों की अनदेखी करना घातक साबित हो सकता है।
4. हार्ट हेल्थ के लिए आयुर्वेदिक उपाय
स्वामी रामदेव और आयुर्वेद विशेषज्ञों के अनुसार कुछ प्राकृतिक उपाय दिल को मजबूत बनाते हैं:
- इम्यूनिटी बढ़ाने वाले आहार
- गिलोय-तुलसी काढ़ा
- हल्दी वाला दूध
- मौसमी फल, बादाम और अखरोट
- दिल को स्वस्थ रखने वाले सुपरफूड
- लौकी (सूप, सब्जी और जूस)
- अलसी, लहसुन, दालचीनी और हल्दी
- अर्जुन की छाल: 1 चम्मच, 2 ग्राम दालचीनी और 5 तुलसी पत्तों को उबालकर रोज पिएं।
वजन और डाइजेशन नियंत्रित करने के उपाय
- मोटापे को घटाना और बॉडी वेट कंट्रोल करना हार्ट हेल्थ के लिए जरूरी है।
- रात में एक चम्मच त्रिफला गर्म पानी से लेना वजन कम करने और डाइजेशन सुधारने में मदद करता है।
5. लाइफस्टाइल में बदलाव
दिल की सेहत मजबूत करने के लिए सिर्फ एक्सरसाइज और आहार ही पर्याप्त नहीं है। लाइफस्टाइल में ये बदलाव भी जरूरी हैं:
- पानी की पर्याप्त मात्रा रोज पीएं।
- नमक और चीनी का सेवन कम करें।
- फाइबर-rich आहार (साबुत अनाज, सब्जियां) अपनाएं।
- नट्स और प्रोटीन को डाइट में शामिल करें।
- नियमित ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और शुगर लेवल की जांच करें।
6. दिल को स्वस्थ रखने के सरल उपाय
- रोजाना हल्की कार्डियो एक्टिविटी करें।
- सप्ताह में 2-3 दिन वेट ट्रेनिंग शामिल करें।
- स्ट्रेस कम करने के लिए योग और प्राणायाम अपनाएं।
- धूम्रपान और शराब से दूर रहें।
- पर्याप्त नींद लें और तनाव मुक्त जीवन जीने की कोशिश करें।
हार्ट अटैक अब सिर्फ बुजुर्गों की बीमारी नहीं रही। युवा वर्ग भी इसके शिकार बन रहे हैं। इसलिए सक्रिय जीवनशैली, स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम और आयुर्वेदिक उपाय अपनाना जरूरी हो गया है।