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मधुबनी से विकास की नई शुरुआत, पीएम मोदी और नीतीश का आतंकवाद व पंचायती सशक्तिकरण पर जोर

मधुबनी से विकास की नई शुरुआत, पीएम मोदी और नीतीश का आतंकवाद व पंचायती सशक्तिकरण पर जोर
अंतिम अपडेट: 3 घंटा पहले

पंचायती राज दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 अप्रैल को एक दिवसीय दौरे पर बिहार के मधुबनी जिले के झंझारपुर पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने लोहना उत्तर ग्राम पंचायत में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद थे।

बिहार: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार, 24 अप्रैल को पंचायती राज दिवस के अवसर पर मधुबनी जिले के झंझारपुर स्थित लोहना उत्तर ग्राम पंचायत में संयुक्त रूप से एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम को संबोधित किया। इस आयोजन ने न सिर्फ बिहार की विकास यात्रा को नई ऊर्जा दी बल्कि राष्ट्रीय एकता और आतंकवाद के खिलाफ सशक्त संदेश भी दिया।

प्रधानमंत्री के आगमन से पहले ही लोहना उत्तर में खासा उत्साह था। पारंपरिक लोक गीतों और रंग-बिरंगे स्वागत द्वारों से सजे गांव ने मानो एक उत्सव का रूप ले लिया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां ग्राम पंचायत के प्रतिनिधियों से संवाद किया और पंचायती राज की भावना को मजबूत करने की दिशा में केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया।

आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का संदेश

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने भाषण की शुरुआत जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले की निंदा करते हुए की। उन्होंने कहा, "यह बहुत ही दुखद घटना है। कई निर्दोष लोगों की जान चली गई। हम शोकाकुल परिवारों के साथ खड़े हैं और पूरे देश को इस समय आतंकवाद के खिलाफ एकजुट रहना चाहिए।" उन्होंने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी के रुख की सराहना की और कहा कि देश की सुरक्षा के लिए उनका नेतृत्व निर्णायक और प्रेरणादायी है।

आरजेडी पर नीतीश का तीखा हमला

अपने संबोधन में नीतीश कुमार ने विपक्ष, खासकर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "2005 से पहले बिहार की पंचायतों की हालत बहुत खराब थी। कोई काम नहीं होता था, ना महिलाओं की भागीदारी थी, ना विकास की बात। जब एनडीए की सरकार बनी, तो 2006 में पंचायतों और 2007 में नगर निकायों को सशक्त करने के लिए कानूनों में संशोधन किया गया। महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया। क्या आरजेडी ने कभी महिलाओं या आम जनता के लिए कुछ किया?"

पंचायती विकास की तस्वीर

नीतीश कुमार ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से अब तक 1,639 पंचायत सरकार भवनों का निर्माण किया जा चुका है और शेष भवनों का कार्य भी तेज़ी से चल रहा है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि आगामी विधानसभा चुनाव से पहले सभी पंचायत भवन तैयार हो जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा, हमने हर सेक्टर चाहे वो शिक्षा हो, स्वास्थ्य हो, सड़क, बिजली या पानी हर जगह काम किया है। पंचायती राज का मकसद यही है कि गांव की सरकार, गांव के लोगों की सरकार बने। यही लोकतंत्र की असली बुनियाद है।

पीएम मोदी के नेतृत्व में बिहार को मिला नया आयाम

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वारा बिहार के लिए किए गए कामों की सराहना की। उन्होंने मखाना बोर्ड की स्थापना, पटना आईआईटी के विस्तार, और नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना का ज़िक्र करते हुए कहा, केंद्र और राज्य सरकार मिलकर काम करें, तो बिहार को नई ऊंचाइयों पर ले जाया जा सकता है।

उन्होंने बताया कि हाल ही में ‘प्रगति यात्रा’ के दौरान राज्य सरकार ने 38 जिलों में जाकर विकास कार्यों की समीक्षा की। इसमें 430 नई योजनाओं को स्वीकृति दी गई, जिन पर अब तेजी से काम शुरू हो गया है।

पीएम मोदी का पंचायत प्रतिनिधियों को संदेश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा, गांव की सरकार, असली सरकार होती है। जब पंचायतें मजबूत होंगी, तभी देश मजबूत होगा। उन्होंने डिजिटल इंडिया, आत्मनिर्भर भारत, और स्वच्छ भारत जैसे अभियानों में पंचायतों की अहम भूमिका की बात कही और ग्राम प्रधानों से आग्रह किया कि वे गांव के हर नागरिक को योजनाओं का लाभ पहुंचाने में सक्रिय भूमिका निभाएं।

इस आयोजन ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि जब केंद्र और राज्य सरकार मिलकर काम करती हैं, तो उसका असर निचले स्तर तक दिखता है। पीएम मोदी और नीतीश कुमार की साझा उपस्थिति ने न सिर्फ बिहार के राजनीतिक समीकरणों को नई दिशा दी, बल्कि राज्य की आम जनता को यह भरोसा भी दिलाया कि सरकार उनके विकास और सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

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