Columbus

पहलगाम हमले के बाद भारतीय वायुसेना का शक्ति प्रदर्शन, आसमान में गरजे लड़ाकू विमान, क्या होने वाला है?

पहलगाम हमले के बाद भारतीय वायुसेना का शक्ति प्रदर्शन, आसमान में गरजे लड़ाकू विमान, क्या होने वाला है?
अंतिम अपडेट: 8 घंटा पहले

इंडियन एयरफोर्स ने केंद्रीय क्षेत्र में एक बड़े 'युद्धाभ्यास' (military exercise) का आयोजन किया है, जिसमें राफेल फाइटर जेट और सुखोई-30 फाइटर जेट शामिल हैं। इस अभ्यास का उद्देश्य भारतीय वायुसेना की तत्परता और युद्ध संचालन क्षमता को और अधिक मजबूत करना है।

Pahalgam Terror Attack: भारत-पाकिस्तान के बीच हाल के दिनों में बढ़ते तनाव के बीच भारतीय वायुसेना ने एक महत्वपूर्ण युद्धाभ्यास का आयोजन किया है, जिसे 'युद्धाभ्यास आक्रमण' नाम दिया गया है। इस युद्धाभ्यास में भारतीय वायुसेना के सबसे उन्नत और शक्तिशाली लड़ाकू विमानों, रफाल और सुखोई-30, को शामिल किया गया है। 

यह अभ्यास भारत के मध्य क्षेत्र में हुआ और इसकी टाइमिंग बेहद महत्वपूर्ण है, खासकर तब जब जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव अपनी चरम सीमा पर है।

क्या है 'युद्धाभ्यास आक्रमण' और क्यों है इसकी टाइमिंग अहम?

भारतीय वायुसेना ने बताया कि यह युद्धाभ्यास एक नियमित प्रशिक्षण है, जिसे वायुसेना के युद्धकौशल और संचालन क्षमता को और बेहतर बनाने के लिए समय-समय पर आयोजित किया जाता है। इस अभ्यास के दौरान वायुसेना के विमान कई जटिल ऑपरेशनों का अभ्यास कर रहे हैं, जिनमें हवाई हमलों, लक्ष्य पर सटीक बमबारी और दुश्मन के हवाई रक्षा तंत्र को नष्ट करने के अभ्यास शामिल हैं। 

हालांकि, इस अभ्यास की समयावधि और उसकी प्रकृति को देखते हुए इसे रणनीतिक दृष्टिकोण से अहम माना जा रहा है। विशेष रूप से पहलगाम में आतंकवादी हमले के बाद जब पूरे क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति तनावपूर्ण हो, तब वायुसेना का यह युद्धाभ्यास साफ तौर पर यह इशारा करता है कि भारतीय वायुसेना अपनी तैयारियों को उच्चतम स्तर पर रखने के लिए सक्रिय है।

रफाल और सुखोई-30 का ताकतवर संगम

इस अभ्यास में रफाल फाइटर जेट और सुखोई-30 जैसे उन्नत लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया गया है। रफाल विमानों की भूमिका इस अभ्यास में विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह विमान भारतीय वायुसेना के पास सबसे नए और अत्याधुनिक विमानों में से एक हैं। भारत ने फ्रांस से 36 रफाल विमान खरीदे हैं, और अब ये विमान भारतीय वायुसेना के मुख्य ताकतवर हथियार बन चुके हैं। 

रफाल का उपयोग एक साथ कई मिशनों को पूरा करने के लिए किया जा सकता है, जिससे यह न केवल दुश्मन के विमान को नष्ट करने में सक्षम है, बल्कि यह दुश्मन के रक्षा तंत्र को भी कमजोर कर सकता है। सुखोई-30 विमान, जो भारतीय वायुसेना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, भी इस अभ्यास में शामिल किए गए हैं। सुखोई-30 के पास ऊंची गति, लंबी उड़ान सीमा और भारी हथियारों को ले जाने की क्षमता है, जो इसे किसी भी युद्ध में महत्वपूर्ण बना देती है। दोनों विमानों के संयोजन से भारतीय वायुसेना की युद्ध क्षमता और भी बढ़ गई है।

2019 पुलवामा हमले के बाद की स्थिति

पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट स्थित आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी, जो भारतीय वायुसेना की शक्ति का एक बड़ा प्रदर्शन था। इस हवाई हमले ने भारतीय वायुसेना की ताकत और उद्देश्य की स्पष्टता को दर्शाया था। तब भारतीय वायुसेना ने मिराज 2000 जैसे लड़ाकू विमानों का उपयोग किया था, लेकिन अब रफाल विमानों के शामिल होने से वायुसेना की ताकत और भी मजबूत हुई है।

इसके अलावा, भारत ने हाल ही में S-400 एयर डिफेंस सिस्टम जैसे अत्याधुनिक हथियार भी अपनी सैन्य शक्ति में शामिल किए हैं, जिससे उसे दुश्मन के हवाई हमलों का मुकाबला करने में और भी अधिक मजबूती मिल रही है। यह सिस्टम दुश्मन के विमान और मिसाइलों को लक्षित करने और उन्हें नष्ट करने में सक्षम है, जिससे भारतीय वायुसेना की रक्षा प्रणाली को उच्चतम स्तर पर सुरक्षित किया गया है।

क्या यह अभ्यास पाकिस्तान के लिए एक चेतावनी है?

युद्धाभ्यास 'आक्रमण' और इस दौरान वायुसेना के अत्याधुनिक विमानों का प्रदर्शन पाकिस्तान के लिए एक स्पष्ट संकेत हो सकता है। पाकिस्तान के साथ सीमा पर बढ़ते तनाव को देखते हुए, भारतीय वायुसेना का यह अभ्यास न केवल सैन्य तैयारी को मजबूत करने का एक तरीका है, बल्कि यह पाकिस्तान को यह भी संदेश देता है कि भारत अपनी सैन्य ताकत को हर हाल में बनाए रखेगा और किसी भी तरह के आक्रमण का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है।

साथ ही, इस अभ्यास के दौरान भारतीय वायुसेना ने मध्य और पूर्वी भारतीय क्षेत्र से भी अपने कई विमानों को शामिल किया, जो क्षेत्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह वायुसेना की समग्र ताकत और उसकी रणनीतिक दक्षता को दर्शाता है।

Leave a comment