सनातन परंपरा में हर तिथि और पर्व का विशेष महत्व होता है। 30 जून 2025, सोमवार का दिन धार्मिक दृष्टि से कई वजहों से खास है। इस दिन स्कन्द षष्ठी व्रत रखा जाएगा, जो भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र कार्तिकेय (स्कन्द) को समर्पित माना जाता है। यही नहीं, इस दिन पंचमी तिथि के समाप्त होते ही षष्ठी तिथि का आगमन होगा, जिसके साथ सिद्धि योग भी संयोग बना रहा है। आइए ज्योतिषाचार्य आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं इस दिन का पूरा पंचांग, शुभ मुहूर्त, राहुकाल और सूर्योदय-सूर्यास्त का समय।
तिथि, वार और नक्षत्र का संयोग
30 जून 2025 को आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि प्रातः 9 बजकर 24 मिनट तक रहेगी। इसके बाद षष्ठी तिथि प्रारंभ हो जाएगी, जो स्कन्द षष्ठी व्रत के लिए अत्यंत पवित्र मानी जाती है। सोमवार का दिन स्वयं भगवान शिव को समर्पित माना जाता है, ऐसे में स्कन्द षष्ठी का शिववार के साथ मिलना बहुत ही शुभकारी माना गया है।
इस दिन सिद्धि योग का विशेष प्रभाव रहेगा, जो शाम 5 बजकर 21 मिनट तक प्रभावी होगा। सिद्धि योग को कार्यों में सफलता दिलाने वाला योग कहा गया है, अतः इस योग में व्रत, पूजा, यात्रा या कोई नया कार्य आरंभ करना अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगा। नक्षत्र की बात करें तो 30 जून को पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र रहेगा, जो अगले दिन यानी 1 जुलाई की सुबह 8 बजकर 54 मिनट तक चलेगा। पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र प्रेम, रिश्तों और रचनात्मक कार्यों के लिए उत्तम माना जाता है।
स्कन्द षष्ठी व्रत का महत्व
स्कन्द षष्ठी व्रत भगवान कार्तिकेय को समर्पित होता है, जो विशेष रूप से दक्षिण भारत में व्यापक रूप से मनाया जाता है, लेकिन अब उत्तर भारत में भी इसकी मान्यता बढ़ी है। मान्यता है कि इस दिन व्रत करने से व्यक्ति को शत्रुओं पर विजय, संतान सुख और स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होता है। भगवान स्कन्द के प्रति श्रद्धा रखने वाले भक्त इस दिन उपवास करते हैं और मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना करते हैं।
30 जून 2025 का अभिजीत मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्त को हर दिन का सबसे शक्तिशाली शुभ मुहूर्त माना गया है। इस दिन अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:57 बजे से दोपहर 12:53 बजे तक रहेगा। कोई भी शुभ कार्य, खरीदारी, भूमि पूजन, नया व्यापार या नौकरी से संबंधित निर्णय इस समय लिया जाए तो बेहद शुभ फल प्राप्त होते हैं।
राहुकाल का समय (शहरवार)
- दिल्ली: सुबह 07:11 से 08:55 तक
- मुंबई: सुबह 07:44 से 09:23 तक
- चंडीगढ़: सुबह 07:09 से 08:55 तक
- लखनऊ: सुबह 06:59 से 08:43 तक
- भोपाल: सुबह 07:19 से 09:00 तक
- कोलकाता: सुबह 06:36 से 08:18 तक
- अहमदाबाद: सुबह 07:38 से 09:20 तक
- चेन्नई: सुबह 07:22 से 08:59 तक
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
- सूर्योदय: सुबह 05:26 बजे
- सूर्यास्त: शाम 07:23 बजे
इस दिन का दिनमान काफी लंबा होगा, जिससे भक्तजन सूर्योदय के बाद से सूर्यास्त तक पूजा-पाठ और दान जैसे पुण्य कार्य कर सकेंगे।
कैसे करें स्कन्द षष्ठी व्रत की पूजा?
- प्रातः स्नान के बाद भगवान कार्तिकेय की प्रतिमा या चित्र की स्थापना करें
- पुष्प, फल, धूप, दीपक से भगवान का पूजन करें
- केवड़े का फूल भगवान कार्तिकेय को अत्यंत प्रिय है, इसे अर्पित करें
- स्कन्द षष्ठी व्रत कथा पढ़ें या सुनें
- दिनभर उपवास रखें और संध्या के समय आरती करें
- गरीबों और जरुरतमंदों को भोजन दान देने से पुण्य कई गुना बढ़ जाता है
सिद्धि योग का लाभ कैसे उठाएं?
- सिद्धि योग में किया गया कोई भी कार्य सफल होता है। विशेष रूप से
- भूमि या संपत्ति से जुड़े काम
- किसी व्यवसाय की शुरुआत
- विवाह संबंधी वार्ता
- नई योजनाओं की शुरुआत
- इन्हें सिद्धि योग में करने से जीवन में स्थिरता और सफलता आती है।
क्या करें
- स्कन्द षष्ठी पर भगवान कार्तिकेय का ध्यान करें
- व्रत और दान पुण्य का संकल्प लें
- सिद्धि योग का सदुपयोग करें
क्या न करें
- राहुकाल में कोई भी नया कार्य आरंभ न करें
- बिना मुहूर्त देखे कोई बड़ा फैसला न लें
- व्रत का अनादर न करें, नियमों का पालन अवश्य करें
30 जून 2025 का दिन धर्म, आस्था और भक्ति की दृष्टि से अत्यंत खास है। स्कन्द षष्ठी व्रत, सिद्धि योग और पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र के शुभ संयोग इसे और भी मंगलकारी बना रहे हैं। यदि आप भी इस दिन का सर्वोत्तम लाभ उठाना चाहते हैं, तो आचार्य इंदु प्रकाश द्वारा बताए गए पंचांग और मुहूर्त का ध्यान रखें।