आज एशिया कप 2025 में भारत-पाक मैच खेला जा रहा है। ओवैसी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा और पूछा कि क्या मैच से होने वाला आर्थिक लाभ पहलगाम हमले में मारे गए 26 नागरिकों की जान से अधिक महत्वपूर्ण है।
New Delhi: एशिया कप 2025 के तहत आज भारत और पाकिस्तान के बीच महामुकाबला खेला जा रहा है। यह मुकाबला पहलगाम हमले के बाद पहली बार हो रहा है, इसलिए राजनीतिक और सामाजिक दृष्टि से इसे संवेदनशील माना जा रहा है। दुनियाभर की निगाहें इस मैच पर टिकी हैं। सुरक्षा और भावनाओं के मद्देनजर विपक्षी दलों और राजनीतिक नेताओं ने केंद्र सरकार से सवाल किए हैं।
ओवैसी ने मोदी सरकार पर साधा निशाना
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र की मोदी सरकार से सवाल किया कि क्या इस मैच से होने वाला आर्थिक लाभ पहलगाम में मारे गए 26 नागरिकों की जान से अधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने पूछा कि बीसीसीआई को मैच से कितनी कमाई होगी और क्या यह पैसा लोगों की जान से ऊपर रखा जा सकता है। ओवैसी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा था कि खून और पैसा साथ नहीं चल सकते, आतंकवाद और बातचीत अलग-अलग हैं, लेकिन अब खेल के जरिए आर्थिक लाभ को प्राथमिकता दी जा रही है।
विपक्षी दलों का विरोध
कांग्रेस समेत कई विपक्षी नेताओं ने मैच को बहिष्कार करने की वकालत की है। कांग्रेस के नेता अभिषेक दत्त ने कहा कि सरकार का फैसला आतंकवाद के खिलाफ नीति के विपरीत है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या खेल के लिए 26 नागरिकों की जान को जोखिम में डाला जा सकता है। विपक्ष का कहना है कि खेल को राजनीति और आर्थिक लाभ के कारण प्राथमिकता नहीं दी जानी चाहिए।
ओवैसी का संदेश
ओवैसी ने साफ किया कि भारत सरकार के पास पाकिस्तान के खिलाफ क्रिकेट मैच खेलने से इनकार करने की शक्ति है। उन्होंने पूछा कि क्या मैच से कमाए जाने वाले करोड़ों रुपये लोगों की जान से ज्यादा महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह और उनका दल हमेशा 26 नागरिकों के साथ खड़े रहेंगे और किसी भी आर्थिक लाभ को मानव जीवन पर प्राथमिकता नहीं देंगे।
राजनीति का टकराव
भारत-पाक मुकाबला हमेशा खेल प्रेमियों के लिए खास रहा है। लेकिन इस बार यह केवल खेल नहीं रह गया है। पहलगाम हमले के बाद मुकाबला राजनीतिक और सामाजिक दृष्टि से भी संवेदनशील बन गया है। सुरक्षा के लिहाज से भी यह महत्वपूर्ण है। विपक्ष और ओवैसी ने स्पष्ट किया है कि खेल के पीछे आर्थिक लाभ मानव जीवन से ऊपर नहीं हो सकता।
ओवैसी ने यह भी पूछा कि बीसीसीआई को मैच से कितनी कमाई होगी। अनुमान है कि यह रकम 2000 से 3000 करोड़ रुपये तक हो सकती है। उन्होंने सरकार से सवाल किया कि क्या यह लाभ 26 नागरिकों की जान से अधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि जब सरकार का रुख आतंकवाद के खिलाफ सख्त था, तो अब खेल के नाम पर संवेदनशील मुद्दों को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।