भोजपुरी सुपरस्टार और लोकप्रिय गायक पवन सिंह की भारतीय जनता पार्टी (BJP) में वापसी लगभग तय हो चुकी है। बिहार प्रभारी विनोद तावड़े ने साफ किया कि पवन सिंह बीजेपी में थे और रहेंगे।
पटना: भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह की भाजपा में वापसी अब लगभग तय मानी जा रही है। बिहार प्रभारी विनोद तावड़े ने स्पष्ट कहा है कि पवन सिंह भाजपा में थे और रहेंगे। दिल्ली में विनोद तावड़े और ऋतुराज सिन्हा ने राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा से पवन सिंह की मुलाकात करवाई, जिसे सुलह के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
इस मुलाकात के दौरान पवन सिंह ने उपेंद्र कुशवाहा के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। माना जा रहा है कि यह कदम लोकसभा चुनाव के दौरान उपजे खटास को दूर करने और पार्टी के भीतर एकता को मजबूत करने की दिशा में अहम है।
उपेंद्र कुशवाहा से दिल्ली में मुलाकात
हाल ही में पवन सिंह की दिल्ली में राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात हुई। इस मुलाकात को सुलह का प्रयास माना जा रहा है। जानकारी के अनुसार, मुलाकात के दौरान पवन सिंह ने उपेंद्र कुशवाहा का पैर छूकर आशीर्वाद भी लिया। बीजेपी नेताओं विनोद तावड़े और ऋतुराज सिन्हा ने इस बैठक में मध्यस्थ की भूमिका निभाई।
आरा विधानसभा सीट से चुनाव की संभावना
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि पवन सिंह आरा विधानसभा सीट से NDA उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो शाहाबाद क्षेत्र (भोजपुर, बक्सर, रोहतास, कैमूर) की 22 विधानसभा सीटों पर बीजेपी को फायदा मिल सकता है। लोकसभा चुनाव 2024 में पवन सिंह के निर्दलीय चुनाव लड़ने से BJP उम्मीदवारों को कई क्षेत्रों में नुकसान हुआ था। काराकाट में उपेंद्र कुशवाहा तीसरे स्थान पर रहे थे, जबकि महागठबंधन के राजाराम सिंह ने जीत दर्ज की थी। पवन सिंह की वजह से बक्सर और सासाराम जैसी सीटों पर भी BJP के लिए चुनौती पैदा हुई थी।
पवन सिंह की बीजेपी में वापसी का राजनीतिक महत्व बड़ा है। उनके शामिल होने से NDA को भोजपुरी भाषी क्षेत्रों में मजबूती मिलेगी। इससे पार्टी को आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में रणनीतिक लाभ मिलने की संभावना है। पवन सिंह ने हाल ही में आरा में पूर्व केंद्रीय मंत्री और BJP नेता आरके सिंह से मुलाकात की। इस दौरान आरके सिंह ने कहा कि पवन सिंह को बीजेपी में आना चाहिए। पवन सिंह ने अपने इंटरव्यू में विपक्षी नेता तेजस्वी यादव की भी तारीफ की और उन्हें जमीनी नेता बताया।