अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विदेशी फिल्मों पर 100% टैरिफ लगाने की घोषणा की है। उनका कहना है कि अन्य देशों ने अमेरिकी फिल्म उद्योग से बिजनेस छीन लिया है। इससे पहले उन्होंने ब्रांडेड दवाओं, फर्नीचर और हैवी ट्रकों पर भी उच्च टैरिफ लगाने की घोषणाएं की थीं। यह कदम अमेरिकी उद्योग संरक्षण और अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।
100% tariff on films: अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विदेशी फिल्मों पर 100% टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर पोस्ट में कहा कि अन्य देशों ने अमेरिकी फिल्म उद्योग से बिजनेस छीन लिया है, जिससे कैलिफोर्निया सहित देश के प्रोडक्शन प्रभावित हुए हैं। यह कदम उनके संरक्षणवादी नीतियों के तहत उठाया गया है। इससे पहले ट्रंप ने विदेशी ब्रांडेड दवाओं पर 100%, फर्नीचर पर 30% और हैवी ट्रकों पर 25% टैरिफ की घोषणा की थी, जो 1 अक्टूबर से लागू होगी।
ट्रंप का ट्रुथ सोशल पोस्ट
राष्ट्रपति ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर पोस्ट में लिखा कि विदेशी फिल्में अमेरिकी फिल्म प्रोडक्शन का बिजनेस चुरा रही हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका के बाहर बनने वाली फिल्मों पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने का निर्णय लंबे समय से चली आ रही समस्या का समाधान है। ट्रंप ने इस दौरान कैलिफोर्निया के कमजोर और अक्षम गवर्नर को भी जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने लिखा कि इससे अमेरिकी फिल्म उद्योग को अपनी जमीन सुरक्षित करने में मदद मिलेगी।
ट्रंप ने अपनी पोस्ट में लिखा, "दूसरे देशों ने संयुक्त राज्य अमेरिका से हमारा फिल्म प्रोडक्शन बिजनेस चुरा लिया है, ठीक वैसे ही जैसे किसी बच्चे से कैंडी चुराना। कैलिफोर्निया, अपने कमजोर और अक्षम गवर्नर के कारण, खासतौर पर बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इसलिए, इस लंबे समय से चली आ रही, कभी न खत्म होने वाली समस्या का समाधान करने के लिए मैं संयुक्त राज्य अमेरिका के बाहर बनने वाली सभी फिल्मों पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाऊंगा।"
संरक्षणवादी नीति का संकेत
विश्लेषकों का मानना है कि ट्रंप का यह कदम अमेरिकी फिल्म उद्योग को सुरक्षित करने के उद्देश्य से उठाया गया है। यह नीति न केवल विदेशी फिल्मों पर प्रभाव डालेगी बल्कि अमेरिका के भीतर बनी फिल्में और स्टूडियो भी इसका फायदा उठा सकते हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में अमेरिकी फिल्मों की प्रतिस्पर्धा बढ़ने के बावजूद ट्रंप ने घरेलू उद्योग को प्राथमिकता देने का संकेत दिया है।
पहले भी लगाए गए टैरिफ
बताया जा रहा है कि ट्रंप ने इससे पहले भी अन्य वस्तुओं पर भारी-भरकम टैरिफ लगाने की घोषणा की थी। विदेशों में बनने वाली ब्रांडेड और पेटेंट दवाओं पर 100 प्रतिशत टैरिफ लागू किया गया था। इसके अलावा, किचन कैबिनेट्स और बाथरूम वैनिटीज पर 50 प्रतिशत, फर्नीचर पर 30 प्रतिशत और हैवी ट्रकों पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने का ऐलान भी किया गया था। इन नई दरों का पालन 1 अक्टूबर से शुरू होगा।
वैश्विक फिल्म उद्योग पर असर
विदेशी फिल्मों पर 100 प्रतिशत टैरिफ का असर अंतरराष्ट्रीय फिल्म उद्योग पर भी पड़ेगा। इस फैसले से विदेशी प्रोड्यूसर्स और वितरक अमेरिकी बाजार में अपनी फिल्मों की कीमतों और रणनीतियों पर दोबारा विचार करेंगे। इससे हॉलीवुड स्टूडियो और अन्य देशों के फिल्म उद्योग के लिए अमेरिकी बॉक्स ऑफिस का आकर्षण कम हो सकता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम अमेरिकी फिल्म उद्योग के लिए सुरक्षा कवच साबित हो सकता है। लेकिन साथ ही इससे अंतरराष्ट्रीय सहयोग और क्रॉस-बॉर्डर प्रोडक्शन्स पर असर पड़ने की भी संभावना है।
अमेरिकी फिल्म स्टूडियो का सकारात्मक कदम
अमेरिकी स्टूडियो और प्रोडक्शन हाउस इस फैसले पर अलग-अलग प्रतिक्रिया दे रहे हैं। कुछ स्टूडियो इसे अमेरिकी उद्योग की रक्षा का सकारात्मक कदम मान रहे हैं। वहीं, कई अंतरराष्ट्रीय सहयोगी कंपनियां इस नीति को चुनौतीपूर्ण और अनिश्चितता बढ़ाने वाला कदम बता रही हैं।
ट्रंप की नई नीति सिर्फ फिल्म उद्योग तक ही सीमित नहीं है। इससे पहले उनके द्वारा घोषित टैरिफ की श्रृंखला में किचन कैबिनेट्स, बाथरूम वैनिटीज, फर्नीचर और हैवी ट्रक शामिल थे। यह रणनीति अमेरिकी उद्योग को विदेशी प्रतिस्पर्धा से बचाने और घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देने की दिशा में है।
अमेरिकी अर्थव्यवस्था और व्यापारिक नीतियां
ट्रंप के इस कदम से अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर भी असर पड़ सकता है। घरेलू उत्पादन और रोजगार के अवसर बढ़ सकते हैं, लेकिन अंतरराष्ट्रीय व्यापार और आयात-निर्यात पर इसका दबाव भी देखने को मिल सकता है। विशेषज्ञ मानते हैं कि यह नीति अमेरिका के संरक्षणवादी दृष्टिकोण को और मजबूत करेगी और अंतरराष्ट्रीय फिल्म उद्योग में बदलाव लाएगी।