दिल्ली के राजौरी गार्डन के बर्गर किंग रेस्तरां में हत्या के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी हिमांशु भाऊ की गर्लफ्रेंड, अनु धनखड़, जिसे "लेडी डॉन" के नाम से जाना जाता है, को नेपाल से गिरफ्तार कर लिया है। अनु धनखड़ का आपराधिक इतिहास और संबंधी गतिविधियाँ उसे दिल्ली और हरियाणा के आपराधिक जगत में एक महत्वपूर्ण चेहरा बनाते हैं।
नई दिल्ली: दिल्ली के राजौरी गार्डन के बर्गर किंग रेस्तरां में हुई हत्या के मामले में पुलिस ने आरोपी हिमांशु भाऊ की गर्लफ्रेंड, अनु धनखड़ को नेपाल से गिरफ्तार कर लिया और उसे दिल्ली लाया गया है। अनु धनखड़, जिसे "लेडी डॉन" के नाम से भी जाना जाता है, पर आरोप है कि उसने अमन जून नाम के शख्स को हनी ट्रैप में फंसाकर अपने शूटरों से उसकी हत्या करवाई। अनु धनखड़ का आपराधिक पृष्ठभूमि और मुखर्जी नगर में अपनी पहचान छिपाकर रहना इस मामले में उसकी संलिप्तता को और गहरा बना देता है। रोहतक की रहने वाली अनु धनखड़ की अपराध जगत में पैठ है, और वह कथित तौर पर हिमांशु भाऊ के आपराधिक कृत्यों में एक प्रमुख भूमिका निभा रही थी।
अमेरिका भागने की फिराक में थी अनु धनखड़

दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को खुलासा किया कि कुख्यात गैंगस्टर हिमांशु भाऊ की 19 वर्षीय गर्लफ्रेंड अनु धनखड़, जिसे 'लेडी डॉन' के नाम से जाना जाता है, को नेपाल से गिरफ्तार कर लिया गया है। अनु, हरियाणा के रोहतक की रहने वाली है और जून 2023 में दिल्ली के राजौरी गार्डन स्थित बर्गर किंग रेस्तरां में अमन नाम के व्यक्ति की हत्या में संलिप्त थी। इस वारदात के बाद से वह फरार थी और पुलिस के मुताबिक, वह नेपाल से अमेरिका भागने की योजना बना रही थी। पुलिस उपायुक्त (विशेष प्रकोष्ठ) अमित कौशिक ने पीटीआई को बताया कि धनखड़ को इंटरपोल और नेपाल पुलिस के सहयोग से गिरफ्तार किया गया हैं।
अनु धनखड़ कैसे बनी लेडी डॉन?

अनु हरियाणा के रोहतक जिले की रहने वाली है और हिमांशु भाऊ की गर्लफ्रेंड के रूप में जानी जाती है, जो खुद भी एक कुख्यात गैंगस्टर है। दोनों के रिश्ते और आपराधिक साझेदारी के कारण अनु धनखड़ पर पुलिस की नजर थी। अनु धनखड़ पढ़ाई में काफी तेज मानी जाती है और साइकोलॉजी में ग्रेजुएट है। पुलिस के अनुसार, उसे तकनीक का बेहतरीन ज्ञान है और दिल्ली की सड़कों और गलियों की गहरी समझ भी है। सकी इस कुशलता और तेज दिमाग के कारण हिमांशु भाऊ की गैंग में उसकी महत्त्वपूर्ण भूमिका बन गई।
अनु का आपराधिक सफर हिमांशु के साथ जुड़ने के बाद तेजी से बढ़ा। उसे हिमांशु भाऊ के कई अपराधों में सहयोगी माना जाता है और उसने कई संगठित अपराधों में हिमांशु का साथ दिया है। इस जोड़ी का नाम दिल्ली के राजौरी गार्डन के बर्गर किंग में हत्या के एक हाई-प्रोफाइल मामले में भी सामने आया, जिसके बाद अनु धनखड़ को फरार घोषित किया गया था। बर्गर किंग मर्डर केस के बाद अनु तेजी से चर्चाओं में आई और गैंग में उसका कद भी बढ़ गया।
क्या हैं बर्गर किंग मर्डर केस?

दिल्ली के राजौरी गार्डन स्थित बर्गर किंग आउटलेट में 18 जून को अमन नामक युवक की हत्या की घटना एक हनीट्रैप साजिश का परिणाम थी। आरोपी अनु धनखड़ ने सोशल मीडिया के जरिए अमन से दोस्ती की और उसे बर्गर किंग में मिलने बुलाया। जब अमन वहां पहुंचा और दोनों रेस्टोरेंट में बैठे थे, तभी हिमांशु भाऊ की गैंग के तीन सदस्य बाइक से वहां आए। दो शूटर अंदर गए और करीब से अमन पर 20-25 राउंड फायरिंग की, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के समय रेस्टोरेंट में लगभग 50 ग्राहक और 10 कर्मचारी मौजूद थे, जिनमें से कई लोग हमले के बाद डरे-सहमे भागने लगे।
हत्या के बाद अनु धनखड़ ने बड़ी चालाकी से दिल्ली के मुखर्जी नगर स्थित अपने पीजी में जाकर अपना सामान लिया और चंडीगढ़ होते हुए अमृतसर और फिर कटरा पहुंच गई। अक्टूबर में उसे नेपाल से अमेरिका भागने की तैयारी करने के लिए हिमांशु भाऊ द्वारा निर्देश मिले, लेकिन नेपाल जाते समय लखीमपुर खीरी के पास पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।













