Columbus

Chardham Yatra 2025: शुभ मुहूर्त में शीतकाल के लिए बंद हुए गंगोत्री धाम के कपाट, श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़

Chardham Yatra 2025: शुभ मुहूर्त में शीतकाल के लिए बंद हुए गंगोत्री धाम के कपाट, श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़

चारधाम यात्रा अब समापन की ओर है। आज सुबह 11:30 बजे गंगोत्री में मां गंगा मंदिर के कपाट शीतकालीन के लिए बंद कर दिए गए हैं। कपाट बंद होने पर धाम मां गंगा के जयकारों से गूंज उठा। 

Chardham Yatra 2025: चारधाम यात्रा 2025 अब अपने समापन की ओर बढ़ रही है। गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ धामों में शीतकालीन बंदी की तैयारी शुरू हो गई है। इस साल भी हजारों श्रद्धालुओं ने चारों धामों में आस्था और भक्ति के साथ दर्शन किए। आज यानी 22 अक्टूबर 2025 को गंगोत्री धाम के कपाट सुबह 11.30 बजे शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। इस मौके पर धाम में मां गंगा के जयकारों से वातावरण गूंज उठा। मंदिर को भव्य रूप से सजाया गया और भक्तों ने अपने श्रद्धा भाव के साथ मां गंगा के दर्शन किए।

मंदिर से जुड़े पुजारी और प्रशासन ने बताया कि गंगोत्री धाम में शीतकालीन बंदी के बाद भी श्रद्धालुओं के लिए मुखबा गांव में मां गंगा की उत्सव डोली का दर्शन संभव होगा। मुखबा गांव में विशेष रूप से मंदिर के भव्य स्वागत की तैयारियां की गई हैं।

अन्य धामों के कपाट बंद होने का समय

  • यमुनोत्री धाम: 23 अक्टूबर 2025 को सुबह 8.30 बजे शीतकालीन बंदी। इस दिन भैयादूज पर मां यमुना मंदिर के कपाट बंद किए जाएंगे। इसके बाद मां यमुना की उत्सव मूर्ति खरसाली गांव में स्थानांतरित की जाएगी।
  • केदारनाथ धाम: 23 अक्टूबर 2025 को सुबह 8.30 बजे बंद।
  • बदरीनाथ धाम: 25 नवंबर 2025 को अपराह्न 2.56 बजे बंद।

चारधाम यात्रा के दौरान इन धामों में विशेष सुरक्षा और व्यवस्थाएं की जाती हैं ताकि श्रद्धालुओं की यात्रा सुरक्षित और सहज रूप से पूरी हो सके।

यात्रियों का भव्य आंकड़ा

इस बार चारधाम यात्रा 2025 में अब तक 49.30 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। इनमें गंगोत्री और यमुनोत्री धाम पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या इस प्रकार है:

  • गंगोत्री धाम: 7,57,762 श्रद्धालु
  • यमुनोत्री धाम: 6,44,366 श्रद्धालु

यात्रा के शेष दिनों में अन्य धामों के बंद होने के बाद यह आंकड़ा 50 लाख पार करने की संभावना है। यह संख्या पिछले वर्षों की तुलना में काफी अधिक रही है, जो चारधाम यात्रा की बढ़ती लोकप्रियता और भक्तों की आस्था को दर्शाती है। चारधाम यात्रा के शेष समय में, श्रद्धालु और पर्यटक मुखबा और खरसाली गांवों में मां गंगा और मां यमुना की पूजा-अर्चना कर सकते हैं। इस दौरान बर्फबारी का मनोरम दृश्य भी देखने को मिलेगा।

Leave a comment