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खेल से देश सेवा तक! नीरज चोपड़ा को मिली भारतीय सेना में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल की उपाधि

खेल से देश सेवा तक! नीरज चोपड़ा को मिली भारतीय सेना में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल की उपाधि

ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा को भारतीय सेना में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल की उपाधि से सम्मानित किया गया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में आयोजित समारोह में यह सम्मान उनकी असाधारण उपलब्धियों के लिए प्रदान किया गया।

Neeraj Chopra: ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता और भाला फेंक (Javelin Throw) के स्टार एथलीट नीरज चोपड़ा को भारतीय सेना में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल (Honorary Lieutenant Colonel) के पद से सम्मानित किया गया है। यह समारोह दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी की मौजूदगी में आयोजित हुआ। यह सम्मान नीरज की असाधारण खेल उपलब्धियों और लाखों युवाओं को प्रेरित करने में उनकी भूमिका की मान्यता के रूप में दिया गया।

ओलंपिक चैंपियन से भारतीय सेना तक का सफर

नीरज चोपड़ा भारतीय खेल इतिहास में वह नाम हैं जिन्होंने टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत के लिए ट्रैक एंड फील्ड (Track and Field) में पहला स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा। इस उपलब्धि ने उन्हें न केवल वैश्विक मंच पर भारत का गौरव बनाया बल्कि उन्हें सशस्त्र बलों में मानद रैंक से भी नवाजा गया। रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी राजपत्र (Gazette Notification) के अनुसार, यह नियुक्ति 16 अप्रैल से प्रभावी मानी गई है।

नीरज ने 26 अगस्त 2016 को भारतीय सेना में नायब सूबेदार (Naib Subedar) के रूप में शामिल होकर अपने सैन्य सफर की शुरुआत की थी। उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन को देखते हुए 2021 में उन्हें सूबेदार (Subedar) के पद पर पदोन्नत किया गया। 2022 में भारतीय सेना ने उन्हें परम विशिष्ट सेवा पदक (Param Vishisht Seva Medal) से सम्मानित किया, जो सेना का एक प्रतिष्ठित सम्मान है।

नीरज की उपलब्धियाँ

नीरज चोपड़ा की उपलब्धियों की सूची लंबी है। उन्होंने 2018 एशियाई खेलों (Asian Games) और कॉमनवेल्थ गेम्स (Commonwealth Games) दोनों में स्वर्ण पदक जीता। 2021 में उन्हें खेल जगत का सर्वोच्च सम्मान मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार (Khel Ratna Award) मिला। इससे पहले उन्हें 2018 में अर्जुन पुरस्कार (Arjuna Award) से सम्मानित किया गया था।

भारत सरकार ने 2022 में उन्हें देश के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म श्री (Padma Shri) से भी नवाजा। यह सभी उपलब्धियाँ नीरज के समर्पण, अनुशासन और खेल भावना का प्रतीक हैं।

सेना में सम्मान का महत्व

भारतीय सेना में मानद रैंक मिलना केवल खेल उपलब्धि का प्रतीक नहीं, बल्कि राष्ट्र के प्रति योगदान की पहचान भी है। नीरज चोपड़ा से पहले सचिन तेंदुलकर, कपिल देव और महेंद्र सिंह धोनी जैसे खिलाड़ियों को भी भारतीय सशस्त्र बलों में मानद रैंक दी जा चुकी है। नीरज अब उस प्रतिष्ठित श्रेणी में शामिल हो गए हैं जहाँ देश के खेल नायक अपने साहस और समर्पण के लिए सेना द्वारा सम्मानित होते हैं।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने समारोह में कहा कि नीरज जैसे खिलाड़ियों की सफलता देश की युवा पीढ़ी को प्रेरित करती है। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना का यह सम्मान न केवल नीरज की व्यक्तिगत उपलब्धियों की मान्यता है बल्कि यह पूरे खेल जगत के लिए गर्व का क्षण है।

हालिया प्रदर्शन और चुनौतियाँ

हाल ही में नीरज चोपड़ा ने विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप (World Athletics Championship) में भाग लिया, जहाँ वे अपने विश्व खिताब की रक्षा नहीं कर सके। उन्होंने 84.03 मीटर का सर्वश्रेष्ठ थ्रो किया और आठवें स्थान पर रहे। यह परिणाम उनके पिछले प्रदर्शन की तुलना में निराशाजनक था क्योंकि वे 2021 कोर्टेन खेलों के बाद लगातार 26 प्रतियोगिताओं में शीर्ष दो में रहे थे।

प्रतियोगिता के बाद नीरज ने कहा कि उन्हें पीठ में हल्की समस्या थी, जिसके कारण वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं दे सके। हालांकि उन्होंने इसे खेल का हिस्सा बताया और कहा कि हर खिलाड़ी के जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं।

नीरज चोपड़ा न केवल एथलेटिक्स के सुपरस्टार हैं बल्कि नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा का प्रतीक भी हैं। हरियाणा के एक छोटे से गाँव से लेकर विश्व मंच तक उनकी यात्रा ने यह साबित किया कि मेहनत, अनुशासन और विश्वास से कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है।

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