दुनिया के नंबर एक शतरंज खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन ने एक बार फिर शानदार फॉर्म में वापसी की है। फ्रीस्टाइल शतरंज ग्रैंड स्लैम में कार्लसन ने पहले अर्जुन एरिगेसी को 2-0 और फिर आर. प्रज्ञानंद को 3-1 से मात दी।
स्पोर्ट्स न्यूज़: शतरंज के दिग्गज मैग्नस कार्लसन ने एक बार फिर साबित कर दिया कि क्यों उन्हें दुनिया का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी कहा जाता है। फ्रीस्टाइल शतरंज ग्रैंड स्लैम 2025 में उन्होंने शानदार वापसी करते हुए भारत के दो उभरते सितारों अर्जुन एरिगेसी और आर प्रज्ञानंद को हराकर तीसरे स्थान के मुकाबले में जगह बना ली है। अब कार्लसन का सामना दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी और अमेरिका के हिकारू नाकामुरा से होगा।
इस टूर्नामेंट की पुरस्कार राशि 750,000 अमेरिकी डॉलर रखी गई है और शतरंज प्रेमियों के लिए यह टूर्नामेंट रोमांच और थ्रिल से भरपूर रहा है। जहां फाइनल मुकाबले में अमेरिका के हैंस मोके नीमन का सामना दिग्गज लेवोन अरोनियन से होगा, वहीं तीसरे स्थान के लिए कार्लसन बनाम नाकामुरा मुकाबला सभी के आकर्षण का केंद्र होगा।
कार्लसन ने की वापसी
फॉर्म में कुछ उतार-चढ़ाव के बाद मैग्नस कार्लसन ने आखिरकार अपनी लय हासिल कर ली। उन्होंने भारत के अर्जुन एरिगेसी को 2-0 से हराया और फिर प्रज्ञानंद को 3-1 से शिकस्त दी। कार्लसन के लिए प्रज्ञानंद के खिलाफ यह मुकाबला और भी अहम था क्योंकि इसी टूर्नामेंट में प्रज्ञानंद ने उन्हें पहले हराकर बड़ा झटका दिया था और उनके फाइनल में पहुंचने की संभावनाओं पर विराम लगा दिया था।
हालांकि, कार्लसन ने इस बार अपने अनुभव का पूरा इस्तेमाल किया। भले ही पहले गेम में प्रज्ञानंद ने बढ़त बनाई, लेकिन नॉर्वे के दिग्गज खिलाड़ी ने अगले तीन गेम में दमदार वापसी करते हुए बाजी पलट दी और जीत अपने नाम कर ली।
अर्जुन एरिगेसी: लय बनाने के बाद चूके
भारत के युवा ग्रैंडमास्टर अर्जुन एरिगेसी ने भी इस टूर्नामेंट में अच्छा खेल दिखाया, लेकिन कार्लसन के सामने टिक नहीं पाए। पहले गेम में अर्जुन ने अच्छी शुरुआत की और बढ़त भी बनाई, मगर उसे कायम नहीं रख सके। दूसरे गेम में कार्लसन ने अपने अनुभव और कौशल का लोहा मनवाया और अर्जुन को कोई वापसी का मौका नहीं दिया।
अब अर्जुन का मुकाबला पांचवें स्थान के प्ले-ऑफ में अमेरिका के फैबियानो कारूआना से होगा। फैबियानो कारूआना भी दुनिया के टॉप खिलाड़ियों में शामिल हैं, इसलिए अर्जुन के लिए यह मुकाबला आसान नहीं रहने वाला।
प्रज्ञानंद के लिए सातवें स्थान का मुकाबला
भारतीय फैंस की उम्मीदों का बड़ा नाम आर प्रज्ञानंद अब सातवें स्थान के लिए अमेरिका के वेस्ली सो से भिड़ेंगे। प्रज्ञानंद ने इस टूर्नामेंट में अपने शानदार खेल से एक बार फिर यह साबित किया कि वह भविष्य के विश्व चैंपियन बनने की क्षमता रखते हैं। हालांकि, इस बार अनुभव और निरंतरता की कमी ने उन्हें शीर्ष चार में जगह नहीं बनाने दी। फिर भी प्रज्ञानंद की कार्लसन के खिलाफ जीत और अन्य शानदार मुकाबले उनके करियर के लिए आत्मविश्वास बढ़ाने वाले साबित होंगे।
फाइनल में नीमन और अरोनियन की टक्कर
फाइनल मुकाबला अमेरिका के हैंस मोके नीमन और लेवोन अरोनियन के बीच खेला जाएगा। नीमन इस टूर्नामेंट में सबसे कम रैंकिंग वाले खिलाड़ी के रूप में उतरे थे लेकिन अपने शानदार प्रदर्शन से सभी को चौंका दिया। फाइनल में नीमन के सामने अनुभवी अरोनियन की चुनौती होगी, जो अपने पुराने फॉर्म में लौटते दिख रहे हैं।
इस मुकाबले पर सभी की निगाहें इसलिए भी होंगी क्योंकि विजेता को 200,000 अमेरिकी डॉलर की इनामी राशि मिलेगी। नीमन के आक्रामक खेल और अरोनियन के ठोस डिफेंस के बीच मुकाबला रोमांचक रहने वाला है।
कार्लसन बनाम नाकामुरा: क्लासिक राइवलरी
तीसरे स्थान के लिए होने वाला मुकाबला मैग्नस कार्लसन और हिकारू नाकामुरा के बीच होगा। दोनों ही खिलाड़ी विश्व शतरंज में लंबे समय से प्रतिद्वंद्वी रहे हैं और हर मुकाबले में दर्शकों को रोमांचक खेल का अनुभव कराते आए हैं। नाकामुरा के लिए यह मुकाबला प्रतिष्ठा से जुड़ा है क्योंकि वह वर्तमान में विश्व रैंकिंग में दूसरे स्थान पर हैं और कार्लसन को हराना उनके करियर के लिए बड़ी उपलब्धि होगी। वहीं कार्लसन का उद्देश्य होगा कि टूर्नामेंट में फाइनल में ना पहुंच पाने की भरपाई तीसरे स्थान से करें और अपने फैंस को संतुष्ट करें।