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चंडीगढ़ में इन्वेस्टमेंट स्कैम टेलीग्राम पर 15 लाख का नुकसान, जानें कैसे रहें सुरक्षित

चंडीगढ़ में इन्वेस्टमेंट स्कैम टेलीग्राम पर 15 लाख का नुकसान, जानें कैसे रहें सुरक्षित

चंडीगढ़ के एक व्यक्ति ने टेलीग्राम पर मिली नकली ट्रेडिंग साइट में निवेश करके 15.17 लाख रुपये गंवा दिए। शुरुआती छोटे मुनाफे से फंसाए गए भानु ने बाद में बड़ी रकम लगाई, लेकिन पैसे वापस नहीं आए। साइबर एक्सपर्ट्स और पुलिस लोगों को संदिग्ध प्लेटफॉर्म से बचने और सतर्क रहने की चेतावनी दे रहे हैं।

Investment Scam Alert: चंडीगढ़ के सेक्टर 14 के निवासी भानु को 3 जून को टेलीग्राम पर एक नकली ट्रेडिंग साइट का संदेश मिला, जिसमें रोजाना छोटे मुनाफे का वादा किया गया था। शुरुआती सफलता को देखकर भानु ने बड़ी रकम निवेश की, लेकिन कुल 15.17 लाख रुपये का नुकसान हुआ। इस मामले में भानु ने साइबर क्राइम पुलिस को शिकायत दी, और साइबर विशेषज्ञ निवेशकों को संदिग्ध प्लेटफॉर्म से सावधान रहने की सलाह दे रहे हैं।

टेलीग्राम पर नकली ट्रेडिंग साइट का झांसा

चंडीगढ़ के सेक्टर 14 के निवासी भानु को 3 जून को टेलीग्राम पर एक फर्जी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का संदेश मिला। संदेश में दावा किया गया कि 10,999 रुपये की शुरुआती निवेश पर रोजाना 3,000 से 5,000 रुपये तक का मुनाफा कमाया जा सकता है। प्रारंभिक छोटे मुनाफे को देखकर भानु ने इसे भरोसेमंद समझ लिया और धीरे-धीरे बड़ी रकम निवेश करना शुरू किया।

धोखेबाजों ने नकली ऐप और आकर्षक इंटरफेस के जरिए भानु का विश्वास जीत लिया। शुरुआत में छोटी राशि वापस मिलने से उसे सही लगने का भ्रम हुआ, जो बाद में 15.17 लाख रुपये के नुकसान में बदल गया।

बड़ी रकम और फर्जी वादों से हुआ स्कैम

भानु के निवेश बढ़ने के बाद धोखेबाजों ने विशेष इवेंट और अधिक मुनाफे का झांसा दिया। जब भानु ने पैसे निकालने की कोशिश की, तो उससे 2.44 लाख रुपये की वेरिफिकेशन फीस मांग की गई। इसके बाद कोई पैसा वापस नहीं आया और धोखेबाजों ने गायब हो गए।

इस घटना ने यह स्पष्ट किया कि ऑनलाइन निवेश स्कैम में छोटे मुनाफे के लालच और फर्जी वादे लोगों को फंसाने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, अधिक मुनाफे के दावे और संदिग्ध प्लेटफॉर्म में निवेश से बचना चाहिए।

पुलिस जांच और साइबर एक्सपर्ट की चेतावनी

भानु ने सेक्टर 17 की साइबर क्राइम पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, और मामले की जांच जारी है। ऐसे स्कैम पहले भी सामने आए हैं, जैसे हैदराबाद में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने 1 करोड़ रुपये से ज्यादा गंवा दिए थे।

साइबर एक्सपर्ट्स का कहना है कि ऑनलाइन निवेश धोखाधड़ी में शुरुआती छोटे मुनाफे से लोगों को फंसा कर बाद में बड़ी रकम हड़प ली जाती है। वे सलाह देते हैं कि संदिग्ध प्लेटफॉर्म से निवेश करने से बचें और कोई भी असामान्य गतिविधि तुरंत पुलिस या साइबर क्राइम सेल को रिपोर्ट करें।

यह मामला दर्शाता है कि भारत में इन्वेस्टमेंट स्कैम तेजी से बढ़ रहे हैं और सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। निवेश के वादों में लालच न करें और हमेशा आधिकारिक प्लेटफॉर्म या प्रमाणित ब्रोकर्स के माध्यम से ही पैसे लगाएं।

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