मेरठ के बहसूमा थाना क्षेत्र के मोहम्मदपुर शकिस्त गाँव निवासी शहजाद उर्फ निक्की को पुलिस ने सरूरपुर जंगल में मुठभेड़ में मार गिराया। वह 25,000 रुपये के इनामी बदमाश था और उस पर कई आपराधिक मुकदमे दर्ज थे, जिनमें चोरी, लूट, दुष्कर्म, पोक्सो अधिनियम आदि शामिल हैं।
जब पुलिस मृतक का शव उसके घर ले गई, तो उसके पिता रहीसुद्दीन (उर्फ पप्पू) ने साफ कह दिया कि वे शहजाद का शव नहीं लेंगे। उन्होंने बताया कि उन्होंने 16 वर्ष पहले ही अपने बेटे से सभी नाते (रिश्ते) तोड़ दिए थे।
माँ नसीमा ने भी पति के इस निर्णय का समर्थन किया। मृतक के दो छोटे भाई — परवेज और वसीम —घटनास्थल पर मौजूद थे।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पारिवारिक सदस्य शव लेने से इंकार करने के कारण शव को मेरठ के कब्रिस्तान में ही अंतिम संस्कार कर दिया गया।