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घर को प्राकृतिक आपदाओं में जानिए कैसे मदद करता है होम इंश्योरेंस

घर को प्राकृतिक आपदाओं में जानिए कैसे मदद करता है होम इंश्योरेंस

देशभर में हर साल कहीं न कहीं बाढ़, भूकंप, लैंडस्लाइड या तूफान जैसी प्राकृतिक आपदाएं लोगों की संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचाती हैं। हाल ही में हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटकों ने एक बार फिर इस खतरे की याद दिला दी है। मानसून के सीजन में नदियां उफान पर हैं और कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन चुके हैं। ऐसे में अगर आपका घर क्षतिग्रस्त हो जाए तो इसकी आर्थिक भरपाई कैसे होगी? बहुत से लोग इस सवाल के जवाब से अनजान हैं। लेकिन होम इंश्योरेंस इस नुकसान की भरपाई कर सकता है।

होम इंश्योरेंस कैसे करता है मदद

होम इंश्योरेंस यानी घर के लिए बीमा एक ऐसी योजना है जो प्राकृतिक या मानवजनित आपदाओं से हुए नुकसान के खिलाफ सुरक्षा देती है। इस बीमा के जरिए अगर किसी भूकंप, बाढ़, आग, बिजली गिरने, चोरी या दंगे जैसी घटनाओं में आपके घर या घर में रखे सामान को नुकसान होता है, तो बीमा कंपनी उसकी भरपाई करती है।

होम इंश्योरेंस लेना अनिवार्य तो नहीं है, लेकिन मौजूदा वक्त में जिस तरह अप्रत्याशित घटनाएं बढ़ रही हैं, उसे देखते हुए इसकी मांग तेजी से बढ़ रही है।

होम इंश्योरेंस के दो प्रमुख प्रकार

होम इंश्योरेंस मुख्य रूप से दो तरह का होता है। पहला है घर की संरचना यानी बिल्डिंग का बीमा और दूसरा घर के अंदर रखे सामान का बीमा।

  1. स्ट्रक्चर इंश्योरेंस कवर: यह बीमा योजना मकान की दीवार, छत, फर्श और इमारत की पूरी संरचना को कवर करती है। अगर आपके घर को भूकंप, बाढ़, आग, तूफान, बिजली गिरने या दंगों के कारण नुकसान पहुंचता है तो स्ट्रक्चर इंश्योरेंस इस नुकसान की भरपाई करता है।
  2. कंटेंट इंश्योरेंस कवर: यह बीमा आपके घर के अंदर रखे सामान को सुरक्षा देता है। इसमें इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, फर्नीचर, घरेलू सामान, आभूषण और अन्य कीमती वस्तुएं शामिल होती हैं। अगर किसी घटना में आपके घर का सामान क्षतिग्रस्त होता है या चोरी हो जाता है, तो कंटेंट इंश्योरेंस उस नुकसान की भरपाई करता है।

किसे लेना चाहिए होम इंश्योरेंस

भूकंप जोन में रहने वाले, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले या उन इलाकों में जहां हर साल किसी न किसी प्राकृतिक आपदा की आशंका बनी रहती है, वहां रहने वालों के लिए यह बीमा काफी उपयोगी हो सकता है। ऐसे क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए यह प्लान राहत की तरह काम कर सकता है।

क्या कवर करता है होम इंश्योरेंस

  • भूकंप, बाढ़, तूफान, लैंडस्लाइड जैसी प्राकृतिक आपदाओं से नुकसान
  • बिजली गिरने या आग लगने की घटनाएं
  • दंगे, चोरी, डकैती जैसी मानवजनित घटनाएं
  • दीवारों, छतों, पाइपलाइन और वायर्डिंग को हुआ नुकसान
  • इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स जैसे टीवी, फ्रिज, वॉशिंग मशीन, लैपटॉप आदि का नुकसान
  • कीमती सामान जैसे गहने, आर्ट वर्क और अन्य वस्तुएं

बीमा लेते वक्त किन बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है

  • बीमा कंपनी की क्लेम सेटलमेंट प्रक्रिया कैसी है
  • किन-किन घटनाओं को कवर किया जा रहा है
  • क्या सामान की मरम्मत या बदलने की लागत बीमा में शामिल है
  • घर की लोकेशन को बीमा में कैसे आंका गया है
  • क्लेम प्रोसेस कितना आसान है

बाढ़ और भूकंप जैसी घटनाओं में सबसे ज्यादा होता है नुकसान

सरकारी आंकड़ों और रिपोर्टों की मानें तो हर साल हजारों घर बाढ़, भूकंप या भूस्खलन से प्रभावित होते हैं। इन घटनाओं में न सिर्फ लोगों की जान जाती है बल्कि उनकी जीवनभर की पूंजी भी तबाह हो जाती है। ऐसे में अगर घर का बीमा हो तो कम से कम आर्थिक रूप से राहत मिल सकती है।

घर का बीमा कैसे लें

आजकल लगभग सभी प्रमुख बीमा कंपनियां ऑनलाइन होम इंश्योरेंस की सुविधा देती हैं। आप उनकी वेबसाइट पर जाकर कुछ बेसिक जानकारियां भरकर बीमा प्लान की डिटेल्स देख सकते हैं और प्रीमियम का अंदाजा लगा सकते हैं। वहीं बीमा एजेंट या बैंकिंग पार्टनर के जरिए भी बीमा खरीदा जा सकता है। कुछ बैंक होम लोन के साथ बीमा को जोड़कर भी यह सुविधा देते हैं।

कई कंपनियां दे रही हैं एक्स्ट्रा फीचर्स

आज के समय में बीमा कंपनियां ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए कई एड-ऑन सुविधाएं भी दे रही हैं, जैसे कि पालतू जानवरों की सुरक्षा, लॉस ऑफ रेंट कवर, किरायेदारों के लिए अलग बीमा विकल्प आदि। कुछ कंपनियां तो क्लेम पर कैशलेस रिपेयर की भी सुविधा देती हैं।

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