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Gold Price Today: सोना 1.06 लाख पार, जानें कहां पहुंचे प्रति 10 ग्राम के ताज़ा भाव

Gold Price Today: सोना 1.06 लाख पार, जानें कहां पहुंचे प्रति 10 ग्राम के ताज़ा भाव

3 सितंबर 2025 को सोने की कीमतों ने नया रिकॉर्ड बनाया। एमसीएक्स पर अक्टूबर फ्यूचर्स 1,06,199 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गए। ग्लोबल अनिश्चितता, त्योहारों की मांग और केंद्रीय बैंकों की बढ़ती खरीदारी से सोने को सहारा मिला है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय रिजर्व में सोने की हिस्सेदारी तीन दशक के उच्चतम स्तर पर है।

Gold Price Today: बुधवार, 3 सितंबर 2025 को सोने की कीमतों ने कारोबार की शुरुआत ही रिकॉर्ड स्तर पर की। एमसीएक्स पर अक्टूबर फ्यूचर्स 1,06,199 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गए, जो अब तक का उच्चतम स्तर है। पिछला बंद भाव 1,05,792 रुपये रहा था। ग्लोबल अनिश्चितता, फेस्टिव सीजन की बढ़ती मांग और केंद्रीय बैंकों की ओर से लगातार खरीदारी ने कीमतों को मजबूती दी है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की रिपोर्ट बताती है कि 2025 की पहली तिमाही में सोने की हिस्सेदारी अंतरराष्ट्रीय रिजर्व में बढ़कर 24% हो गई, जो तीन दशक का उच्चतम स्तर है।

MCX पर सोने का नया स्तर

MCX पर अक्टूबर 2025 गोल्ड फ्यूचर्स का कारोबार सुबह 106199 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। यह सोने का अब तक का सर्वाधिक भाव है। पिछले कारोबारी दिन सोना 105792 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। बुधवार के शुरुआती कारोबार में सोने के दाम 105925 रुपये से लेकर 106199 रुपये प्रति 10 ग्राम के दायरे में रहे। लगातार बढ़ते दामों ने निवेशकों और खरीदारों का ध्यान खींचा है।

क्यों बढ़ रहे हैं सोने के दाम

बाजार विश्लेषकों का कहना है कि सोने की कीमतों को इस समय कई संकेतों का समर्थन मिल रहा है। ग्लोबल अनिश्चितता एक बड़ा कारण है। दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में मंदी और भू-राजनीतिक तनाव ने निवेशकों को सुरक्षित पनाहगाह की ओर मोड़ा है। दूसरी ओर भारत समेत एशियाई देशों में त्योहारी सीजन शुरू हो चुका है। अगले तीन हफ्तों में शादियों और त्योहारों के चलते मांग और तेज होने की संभावना है। इन कारणों ने सोने की कीमतों को नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है।

निवेश मांग में तेजी

दुनिया भर में निवेश मांग इतनी बढ़ गई है कि सोना अब अंतरराष्ट्रीय रिजर्व में दूसरा सबसे अहम एसेट बन चुका है। केंद्रीय बैंकों की लगातार खरीदारी ने सोने की मांग को और मजबूती दी है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की रिपोर्ट के अनुसार, 2025 की पहली तिमाही में सोने की हिस्सेदारी वैश्विक रिजर्व में तीन प्रतिशत अंक बढ़कर 24 प्रतिशत हो गई। यह तीन दशक का उच्चतम स्तर है। लगातार तीसरे साल गोल्ड रिजर्व में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

रिजर्व में सोने की हिस्सेदारी क्यों बढ़ी

सोने की रिजर्व हिस्सेदारी बढ़ने की कई वजह हैं। संकट के समय इसका बेहतर प्रदर्शन, लंबे समय तक मूल्य बनाए रखने की क्षमता और निवेश पोर्टफोलियो को संतुलित रखने की भूमिका इसमें प्रमुख हैं। यही कारण है कि केंद्रीय बैंक अपने भंडार में लगातार सोना जोड़ रहे हैं। बाजार विशेषज्ञों का अनुमान है कि यह रुझान आगे भी जारी रहेगा।

अमेरिका और यूरोप की अर्थव्यवस्थाओं में मंदी की आशंका, डॉलर इंडेक्स में उतार-चढ़ाव और भू-राजनीतिक तनाव ने सोने को सुरक्षित निवेश का विकल्प बना दिया है। निवेशक इस समय शेयर बाजार और क्रिप्टो जैसे जोखिम वाले साधनों से दूरी बना रहे हैं। इसका सीधा फायदा सोने को मिल रहा है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद ने भी सोने की कीमतों को समर्थन दिया है।

त्योहारी सीजन में बढ़ी मांग

भारत में नवरात्र और दीवाली जैसे त्योहार नजदीक हैं। इन अवसरों पर सोना खरीदने की परंपरा मजबूत है। इसके अलावा शादियों का सीजन भी शुरू हो चुका है। ज्वैलरी शॉप्स और ट्रेडर्स को उम्मीद है कि मांग और बढ़ेगी। घरेलू बाजार की इस मजबूत मांग ने भी सोने के भाव को नई ऊंचाई पर पहुंचाया है।

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