अमेरिकी सांसद आरओ खन्ना ने ट्रंप पर भारत-अमेरिका रिश्ते बिगाड़ने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि 50% टैरिफ से भारत को चीन और रूस के करीब जाने का मौका मिलेगा, जो अमेरिका के लिए रणनीतिक नुकसान है।
Trump Tariff: अमेरिकी सांसद और भारतीय मूल के नेता आरओ खन्ना ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि ट्रंप अपनी नोबेल शांति पुरस्कार (Nobel Peace Prize) की महत्वाकांक्षा में भारत और अमेरिका के दशकों पुराने रिश्तों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। खन्ना के मुताबिक, भारत पर 50% टैरिफ लगाने का फैसला दोनों देशों के बीच आर्थिक और रणनीतिक साझेदारी पर सीधा प्रहार है।
भारत पर 50% टैरिफ से क्यों भड़के आरओ खन्ना
आरओ खन्ना ने कहा कि ट्रंप का यह कदम केवल भारत के निर्यात के लिए ही नहीं, बल्कि अमेरिकी कारोबार के लिए भी नुकसानदेह है। उन्होंने बताया कि 30 साल की मेहनत से दोनों देशों के बीच जो आर्थिक और रणनीतिक रिश्ते मजबूत हुए थे, उन्हें एक झटके में धक्का पहुंचा है।
खन्ना ने चेतावनी दी कि इस टैरिफ से भारत को चीन और रूस के करीब जाने का मौका मिलेगा, जो अमेरिका के लिए बड़ा रणनीतिक झटका साबित हो सकता है। उन्होंने इस स्थिति को "Five-Alarm Fire" यानी एक गंभीर आपातकाल करार दिया।
नोबेल शांति पुरस्कार का विवाद और भारत की नाराजगी
खन्ना ने आरोप लगाया कि ट्रंप का यह फैसला केवल इसलिए आया क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित करने से इनकार कर दिया था। पाकिस्तान ने ऐसा किया, लेकिन भारत ने यह कदम नहीं उठाया।
ट्रंप का दावा था कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने में अहम भूमिका निभाई, लेकिन पीएम मोदी ने साफ कह दिया कि सीजफायर का मसला दोनों देशों ने आपस में सुलझाया, इसमें अमेरिका का कोई रोल नहीं था। मोदी के इस रुख से नाराज होकर ट्रंप ने भारत पर 50% टैरिफ थोप दिया।
भारत-अमेरिका रिश्तों पर मंडराते संकट के बादल
आरओ खन्ना का कहना है कि ट्रंप का यह फैसला भारत-अमेरिका के बीच बढ़ते सामरिक और आर्थिक रिश्तों के लिए खतरा है। यह केवल व्यापार तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि रक्षा और सुरक्षा के मामलों पर भी असर डाल सकता है।
उन्होंने चेतावनी दी कि भारत को चीन और रूस के करीब जाने का अवसर मिलेगा। पहले से ही भारत रूस से सस्ता तेल और S-400 जैसे हथियार खरीद रहा है। इस टैरिफ के बाद भारत और रूस की साझेदारी और मजबूत हो सकती है।
भारतीय-अमेरिकियों से आरओ खन्ना की अपील
आरओ खन्ना ने भारतीय-अमेरिकी समुदाय से अपील की कि वे इस मुद्दे पर आवाज उठाएं। उन्होंने कहा, "मैं उन भारतीय-अमेरिकियों से पूछता हूं, जो ट्रंप के समर्थक हैं, अब आप कहां हैं? जब वह भारत-अमेरिका के रिश्तों को बर्बाद कर रहे हैं, तब आप चुप क्यों हैं?"
खन्ना ने साफ कहा कि ट्रंप का अहम अमेरिका और भारत के दशकों पुराने रिश्तों के लिए खतरा है। अगर यही रवैया जारी रहा, तो दोनों देशों की साझेदारी पर गंभीर असर पड़ेगा।
अन्य भारतीय-अमेरिकी नेताओं की प्रतिक्रिया
भारतीय मूल की नेता निक्की हेली ने भी ट्रंप की आलोचना की। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि भारत को रूस से तेल खरीदने पर पुनर्विचार करना चाहिए। वहीं, भारतीय-अमेरिकी कारोबारी विनोद खोसला ने तंज कसते हुए कहा, "अगर ट्रंप को नोबेल मिला, तो मैं इस पुरस्कार की अहमियत ही भूल जाऊंगा।"