SEBI ने Imagine Marketing (boAt) के Confidential DRHP को मंजूरी दी है, जिससे कंपनी IPO की तैयारी कर सकेगी। 2013 में स्थापित boAt भारत का प्रमुख कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स और वियरेबल्स ब्रांड बन चुका है। कंपनी का फोकस स्टाइलिश, किफायती ऑडियो और स्मार्ट डिवाइसेज़ पर है। प्रमोटर्स Aman Gupta और Sameer Mehta हैं, जिनका नेतृत्व ब्रांड की सफलता में अहम रहा है।
boAt IPO: SEBI ने लाइफस्टाइल इलेक्ट्रॉनिक्स ब्रांड boAt की पैरेंट कंपनी Imagine Marketing के Confidential DRHP को मंजूरी दी है। इसका मतलब है कि IPO दस्तावेज़ अभी सार्वजनिक नहीं होंगे, बल्कि SEBI और स्टॉक एक्सचेंजों द्वारा गोपनीय समीक्षा होगी। कंपनी 2013 में स्थापित हुई और भारत में ऑडियो, वियरेबल्स और मोबाइल एक्सेसरीज़ में तेजी से अग्रणी बन गई है। इसके प्रमोटर्स Aman Gupta और Sameer Mehta हैं। boAt का उद्देश्य युवा ग्राहकों को किफायती, टिकाऊ और ट्रेंडी प्रोडक्ट्स देना है। इस कदम से कंपनी को IPO की समयसीमा और रणनीति तय करने में अधिक फ्लेक्सिबिलिटी मिलेगी।
क्या है कॉन्फिडेंशियल DRHP
कंपनी ने इस बार IPO के लिए कॉन्फिडेंशियल रास्ता चुना है। कॉन्फिडेंशियल DRHP का मतलब है कि कंपनी अपना दस्तावेज आम जनता के सामने नहीं रखती, बल्कि इसे सीधे सेबी और स्टॉक एक्सचेंजों को जमा करती है। इसका फायदा यह है कि कंपनी अपनी रणनीतिक जानकारी को सार्वजनिक किए बिना नियामक समीक्षा करवा सकती है। इससे कंपनी को आईपीओ का समय और संरचना तय करने में लचीलापन मिलता है।
boAt ने साल 2022 में भी करीब 2000 करोड़ रुपये के IPO के लिए आवेदन किया था। लेकिन उस समय बाजार की परिस्थितियां अनुकूल नहीं थीं और कंपनी को पीछे हटना पड़ा था। अब एक बार फिर कंपनी ने हिम्मत जुटाई है और इस बार गोपनीय तरीके से तैयारी की है।
boAt की शुरुआत और सफर
इमैजिन मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड ही वह कंपनी है जिसने boAt ब्रांड को जन्म दिया। इसकी शुरुआत साल 2013 में हुई थी। महज दस सालों में बोएट भारत का सबसे बड़ा कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स और लाइफस्टाइल एक्सेसरीज ब्रांड बन गया। कंपनी का मकसद है युवाओं को स्टाइलिश, टिकाऊ और सस्ते प्रोडक्ट्स उपलब्ध कराना।
कंपनी का बिजनेस मॉडल
boAt का बिजनेस मॉडल काफी विविध है।
- ऑडियो प्रोडक्ट्स जैसे हेडफोन, ईयरफोन, वायरलेस ईयरबड्स और ब्लूटूथ स्पीकर।
- वियरेबल्स जैसे स्मार्टवॉच और फिटनेस बैंड।
- मोबाइल एक्सेसरीज जैसे चार्जिंग केबल, पावरबैंक और चार्जर।
- गेमिंग और प्रोफेशनल ऑडियो गियर भी कंपनी की पेशकश में शामिल हैं।
किफायती दाम और स्टाइलिश डिजाइन
boAt की खासियत है कि यह किफायती दाम में ट्रेंडी और स्टाइलिश डिजाइन देता है। यही कारण है कि कंपनी को "वैल्यू फॉर मनी" ब्रांड के रूप में पहचान मिली। कंपनी का बड़ा ग्राहक वर्ग युवा है, जो स्टाइल और दाम दोनों को तवज्जो देता है।
boAt ने वियरेबल्स मार्केट में अपनी मजबूत पकड़ बना ली है। ट्रू वायरलेस स्टीरियो यानी TWS कैटेगरी में इसकी हिस्सेदारी काफी बड़ी है। IDC और काउंटरपॉइंट जैसी रिसर्च एजेंसियों की रिपोर्ट बताती हैं कि बोएट लगातार भारत के शीर्ष 2-3 ब्रांड में शामिल रहा है। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जैसे अमेजन और फ्लिपकार्ट पर इसकी बिक्री मजबूत है, वहीं ऑफलाइन चैनल्स पर भी पकड़ तेजी से बढ़ रही है।
बड़े निवेशकों की दिलचस्पी
साल 2021 में वारबर्ग पिंकस ने इमैजिन मार्केटिंग में करीब 100 मिलियन डॉलर का निवेश किया था। इससे कंपनी को विस्तार और प्रोडक्ट इनोवेशन में मदद मिली। वित्त वर्ष 2023 और 2024 में कंपनी की आमदनी 3000 करोड़ रुपये से ऊपर रही, हालांकि मार्जिन पर दबाव देखा गया।
शुरुआत में कंपनी का फोकस सिर्फ ऑडियो प्रोडक्ट्स पर था। लेकिन अब यह तेजी से वियरेबल्स और स्मार्ट डिवाइसेज की तरफ बढ़ रही है। कंपनी चाहती है कि वह सिर्फ ऑडियो तक सीमित न रहकर स्मार्ट टेक्नोलॉजी ब्रांड बने।
बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स
बोर्ड में कई अनुभवी चेहरे शामिल हैं।
- विवेक गम्भीर, जो पहले गॉदरेज कंपनी के सीईओ रह चुके हैं, नॉन एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर और चेयरमैन हैं।
- अनीश सराफ, जो वारबर्ग पिंकस से जुड़े हैं, भी नॉन एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर हैं।
- इसके अलावा पुर्वी शेट, आनंद राममूर्ति, आशीष रमदास कमाट और देवन वाघानी जैसे सदस्य कंपनी की रणनीति और फैसलों में शामिल हैं।
साल 2022 की रिपोर्ट के मुताबिक अमन गुप्ता और समीर मेहता के पास लगभग 40-40 फीसदी हिस्सेदारी थी। वहीं साउथ लेक इन्वेस्टमेंट लिमिटेड के पास करीब 19 फीसदी हिस्सा था। यह हिस्सा प्रेफरेंस शेयरों के इक्विटी में बदलने के बाद 36 फीसदी तक हो सकता है। ऐसे में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी थोड़ी कम हो सकती है, लेकिन उनका नियंत्रण अभी भी मजबूत रहेगा।