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Google Chrome यूजर्स के लिए हाई रिस्क अलर्ट जानें सुरक्षा खामी और बचाव के आसान उपाय

Google Chrome यूजर्स के लिए हाई रिस्क अलर्ट जानें सुरक्षा खामी और बचाव के आसान उपाय

भारत में गूगल क्रोम डेस्कटॉप वर्जन में गंभीर सुरक्षा खामी पाई गई है, जिसके चलते साइबर अपराधियों के लिए यूजर्स के सिस्टम को हैक करना आसान हो गया है। CERT-In ने हाई रिस्क अलर्ट जारी करते हुए यूजर्स को तुरंत ब्राउजर अपडेट करने और सुरक्षा पैच लागू करने की सलाह दी है, ताकि डेटा और सिस्टम सुरक्षित रहें।

Google Chrome Security Alert: भारत में गूगल क्रोम के डेस्कटॉप वर्जन में गंभीर सुरक्षा खामी पाई गई है, जिससे लाखों यूजर्स के सिस्टम हैक होने का खतरा बढ़ गया है। CERT-In ने यह चेतावनी जारी की है और यूजर्स को तुरंत पुराने वर्जन को अपडेट करने और सुरक्षा पैच लगाने का निर्देश दिया है। यह खामी Windows, macOS और Linux प्लेटफॉर्म पर चल रहे ब्राउजर को प्रभावित करती है, इसलिए सभी डेस्कटॉप यूजर्स को सावधान रहना जरूरी है।

Chrome में सुरक्षा खामी का अलर्ट

गृह मंत्रालय के तहत आने वाली इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) ने Google Chrome के डेस्कटॉप वर्जन में गंभीर सुरक्षा खामी पाई जाने के बाद हाई रिस्क सिक्योरिटी अलर्ट जारी किया है। यह खामी पुराने वर्जन वाले यूजर्स के लिए सबसे अधिक खतरा पैदा कर रही है और साइबर अपराधी इससे सिस्टम हैक कर सकते हैं। Linux, Windows और macOS पर चलने वाले Chrome ब्राउजर के 141.0.7390.107/.108 वर्जन इससे प्रभावित हैं।

सिक्योरिटी खामी के कारण हैकर्स किसी भी टारगेट सिस्टम को क्रॉम्प्रोमाइज कर सकते हैं या उसे क्रैश कर सकते हैं। इस खतरे के मद्देनजर CERT-In ने यूजर्स को तुरंत ब्राउजर अपडेट करने की सलाह दी है।

डेस्कटॉप यूजर्स पर खतरे की गंभीरता

Google Chrome भारत में सबसे लोकप्रिय ब्राउजर है, जिसे ऑफिस, अध्ययन और मनोरंजन के लिए लाखों लोग रोजाना उपयोग करते हैं। इस सुरक्षा खामी की वजह से डेस्कटॉप यूजर्स के डेटा और सिस्टम को नुकसान पहुंचने का जोखिम बढ़ गया है। खासकर पुराने वर्जन वाले यूजर्स के लिए यह खतरा अधिक है।

CERT-In और साइबर एक्सपर्ट्स ने स्पष्ट किया है कि अपडेट न करने से सिस्टम हैकिंग, डेटा चोरी और क्रैश जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

बचाव के उपाय और अपडेट प्रक्रिया

Google ने यूजर्स की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इस खामी का सुरक्षा पैच जारी कर दिया है। यूजर्स अपने Chrome ब्राउजर को मैनुअल या ऑटोमैटिक अपडेट के जरिए तुरंत अपडेट कर सकते हैं। ऑटोमैटिक अपडेट चालू करने से भविष्य में बार-बार मैन्युअल अपडेट करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

साइबर एक्सपर्ट्स का सुझाव है कि सभी यूजर्स समय-समय पर अपने डिवाइस और एप्लिकेशन अपडेट करते रहें। इसके अलावा, अनजान लिंक या संदिग्ध वेबसाइट पर क्लिक करने से बचें और मजबूत पासवर्ड का इस्तेमाल करें।

Google Chrome के डेस्कटॉप वर्जन में मिली यह सुरक्षा खामी यूजर्स के लिए गंभीर खतरा है, लेकिन समय पर ब्राउजर अपडेट और सुरक्षा पैच लागू करने से आप अपने सिस्टम और डेटा को सुरक्षित रख सकते हैं।

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