IRFC ने BRBCL के लिए 1,125 करोड़ रुपये की refinancing सुविधा शुरू की है। इस मदद से BRBCL की वित्तीय लागत घटेगी और प्रॉफिटिबिलिटी बढ़ेगी। रेलवे मंत्रालय को भी सीधा लाभ मिलेगा। IRFC का उद्देश्य भारतीय रेलवे को विश्वसनीय कारोबारी समर्थन प्रदान करना है।
IRFC NEWS: इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉरपोरेशन (IRFC) ने भारतीय रेल बिजली कंपनी लिमिटेड (BRBCL) के लिए 1,125 करोड़ रुपये तक की refinancing सुविधा की शुरुआत की है। BRBCL, एनटीपीसी और रेलवे मंत्रालय का ज्वॉइंट वेंचर है। इस कदम से BRBCL की वित्तीय लागत कम होगी, प्रॉफिटिबिलिटी बढ़ेगी और रेलवे को उपलब्ध कराई जाने वाली बिजली की लागत घटेगी। इस मौके पर दोनों कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
IRFC और BRBCL के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद
इस नई रिफाइनेंसिंग लोन अग्रीमेंट पर BRBCL के नबीनगर कार्यालय में आज हस्ताक्षर किए गए। IRFC के सीजीएम (BD) सुनील गोयल और BRBCL के सीईओ दीपक रंजन देहुरी ने अपने-अपने संगठनों के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में इस समझौते पर दस्तखत किए। इस अवसर पर दोनों कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे, जिससे इस समझौते के महत्व को रेखांकित किया गया।
दोनों कंपनियों के लिए फायदे
IRFC द्वारा दी जा रही रिफाइनेंसिंग मदद BRBCL की वित्तीय लागत को कम करने में सहायक होगी। इससे BRBCL की प्रॉफिटेबिलिटी में सुधार आएगा और रेलवे को बिजली की लागत भी कम होगी। रेलवे मंत्रालय, जो इस कंपनी में इक्विटी होल्डर और अंतिम ग्राहक दोनों है, सीधे इस फैसले से लाभान्वित होगा। यह कदम दोनों पक्षों के लिए वित्तीय और कारोबारी रूप से फायदेमंद माना जा रहा है।
IRFC के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक ने कहा कि IRFC भारतीय रेलवे के सभी स्टेकहोल्डर्स को इनोवेटिव और कॉम्पिटेटिव बिजनेस सॉल्यूशन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह भी कहा कि BRBCL के रिफाइनेंसिंग से यह स्पष्ट होता है कि IRFC रेलवे को भरोसेमंद कारोबारी समर्थन देना जारी रखेगा।
रेलवे इकोसिस्टम में IRFC का समर्थन
IRFC रेलवे इकोसिस्टम के अलग-अलग संस्थानों को समर्थन देकर लॉन्ग-टर्म कॉर्डिनेशन, इनपुट एफेक्टिविटी और क्षेत्रीय कारोबारी स्थिरता सुनिश्चित करना चाहता है। इस पहल के माध्यम से IRFC ने यह संदेश दिया है कि वह न केवल रेलवे की जरूरतों को पूरा करने पर ध्यान दे रहा है, बल्कि पूरे रेलवे नेटवर्क के वित्तीय और कारोबारी स्वास्थ्य को भी मजबूत करने में सक्रिय है।
IRFC शेयर में 0.66% गिरावट
IRFC के शेयर इस मंगलवार को 0.66 फीसदी की गिरावट के साथ ₹125.89 पर कारोबार कर रहे थे। साल 2025 में अब तक IRFC के शेयर 16 फीसदी तक नीचे आ चुके हैं। हालांकि, इस नई रिफाइनेंसिंग पहल और रेलवे इकोसिस्टम में IRFC की सक्रिय भूमिका को देखते हुए निवेशकों में भविष्य को लेकर सकारात्मक रुझान देखने को मिल सकता है।
Railway सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ेगी
BRBCL के लिए यह रिफाइनेंसिंग सुविधा वित्तीय स्थिरता के लिहाज से महत्वपूर्ण है। इससे कंपनी की लागत घटेगी, नकदी प्रवाह में सुधार होगा और दीर्घकालिक निवेश योजनाओं को गति मिलेगी। IRFC द्वारा दी जा रही यह मदद भारतीय रेलवे को दी जाने वाली सेवाओं की गुणवत्ता और लागत प्रभावशीलता में सुधार करेगी।