लीसेस्टर में दिवाली पर सुरक्षा कारणों से आतिशबाजी और मेले पर रोक लगाई गई। हिंदू समुदाय नाराज है। सांसद शिवानी राजा ने काउंसिल से पुनर्विचार की मांग की। यह त्योहार भारत के बाहर सबसे बड़ा माना जाता है।
Diwali Leicester: ब्रिटेन के लीसेस्टर शहर में इस साल दिवाली (Diwali) का जश्न सामान्य रूप से मनाने पर संकट मंडरा रहा है। शहर की पहचान बन चुकी आतिशबाजी (Fireworks), सांस्कृतिक कार्यक्रम और मेले पर सुरक्षा कारणों से रोक लगा दी गई है। हिंदू समुदाय का कहना है कि इतने बड़े आयोजन को इस तरह सीमित करना उनकी भावनाओं पर चोट है। वहीं, सांसद शिवानी राजा ने चेतावनी दी है कि अगर हालात ऐसे ही रहे तो दुनिया का सबसे बड़ा दिवाली उत्सव, जो भारत से बाहर होता है, अपनी चमक खो सकता है।
लीसेस्टर में यह दिवाली दुनिया भर में प्रसिद्ध है। बेलग्रेव रोड पर आयोजित होने वाले मेले और सांस्कृतिक कार्यक्रम शहर का मुख्य आकर्षण माने जाते हैं। लेकिन इस बार स्थानीय प्रशासन ने आतिशबाजी, स्टेज शो और दिवाली विलेज के लिए अनुमति नहीं दी है। अधिकारीयों ने इसका कारण पब्लिक सेफ्टी (Public Safety) बताया।
20 अक्टूबर को सड़कें बंद, पर आतिशबाजी नहीं
लेस्टर सिटी काउंसिल ने घोषणा की है कि 20 अक्टूबर को बेलग्रेव रोड पर ट्रैफिक बंद रहेगा और दिवाली की सजावट की जाएगी। लेकिन इस बार आतिशबाजी और मंचीय कार्यक्रम आयोजित नहीं होंगे। दिवाली विलेज भी नहीं लगेगा, जिसमें खाने-पीने के स्टॉल और पारंपरिक मेले का मजा रहता था।
यह फैसला शहर की सेफ्टी एडवाइजरी ग्रुप (SAG – Safety Advisory Group) की सिफारिश के बाद लिया गया। SAG में काउंसिल, पुलिस और इमरजेंसी सेवाओं के अधिकारी शामिल हैं। पिछले साल इस आयोजन में करीब 50,000 लोग पहुंचे थे, जिससे सुरक्षा चिंताएं बढ़ गई थीं।
बेलग्रेव बिजनेस एसोसिएशन ने आतिशबाजी और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए अलग प्रस्ताव पेश किया था, लेकिन SAG ने इसे खारिज कर दिया। मेयर पीटर सोल्सबी ने कहा कि समुदाय के सुझावों को गंभीरता से देखा गया, लेकिन सुरक्षा कारणों से उन्हें ठुकराया गया।
सांसद शिवानी राजा ने जताई आपत्ति
लेस्टर ईस्ट की सांसद शिवानी राजा ने इस फैसले को गलत बताया और कहा कि दीपावली (Diwali) 'खतरे में' है। उन्होंने X (Twitter) पर लिखा कि हमारे जश्न पर संकट मंडरा रहा है और यह हमारी सांस्कृतिक पहचान को नुकसान पहुंचा सकता है।
राजा ने कहा कि लेस्टर की दिवाली दुनिया में भारत के बाहर सबसे बड़ी है और शहर का मुख्य आकर्षण है। उन्होंने लेस्टरशायर पुलिस प्रमुख को पत्र लिखा है और यूके सरकार के डिजिटल, कल्चर, मीडिया और स्पोर्ट्स मंत्रालय से भी हस्तक्षेप की अपील की है।
पिछली दिवाली पर भी विवाद
यह पहला मौका नहीं है जब UK में दिवाली विवादों में घिरी है। पिछले साल प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के दौर में 10 डाउनिंग स्ट्रीट पर हुई दिवाली रिसेप्शन में नॉन-वेज स्नैक्स और शराब परोसी गई थी। हिंदू, सिख और जैन समुदाय ने इसे धार्मिक भावनाओं के खिलाफ बताया था।
सांसद शिवानी राजा ने उस समय भी प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था और भविष्य में धार्मिक संवेदनशीलता के प्रति गाइडेंस देने की पेशकश की थी। आलोचना बढ़ने पर डाउनिंग स्ट्रीट ने माफी मांगी और भविष्य में संवेदनशीलता बरतने का आश्वासन दिया।
लेस्टर का साम्प्रदायिक इतिहास
लेस्टर में 2022 में भारत-पाकिस्तान एशिया कप मैच के बाद हिंदू-मुस्लिम झड़पें हुई थीं। सोशल मीडिया पर फैली अफवाहों ने तनाव बढ़ा दिया था और 40 से ज़्यादा गिरफ्तारियां हुई थीं। इसके बाद नेताओं को शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील करनी पड़ी थी।
साल 2021 की जनगणना के अनुसार, इंग्लैंड और वेल्स में पहली बार ईसाई आबादी 50% से नीचे आ गई। मुस्लिम आबादी बढ़कर 6.5% हो गई, जबकि हिंदुओं की संख्या 1.7% थी। लेकिन लेस्टर में हिंदू आबादी लगभग 18% है और यही शहर की दिवाली की खास पहचान है।
अमेरिका में उल्टा माहौल
जहां लेस्टर में दिवाली पर प्रतिबंध लगाया गया है, वहीं अमेरिका में इसका विस्तार हो रहा है। साल 2024 में पेनसिल्वेनिया ने दिवाली को स्टेट हॉली-डे घोषित किया। न्यूयॉर्क, न्यू जर्सी और टेक्सास पहले ही इसे मान्यता दे चुके हैं। कई स्कूल डिस्ट्रिक्ट भी दिवाली पर छुट्टी दे रहे हैं।