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Lenskart IPO में धमाकेदार शुरुआत! जानिए सब्सक्रिप्शन और GMP अपडेट

Lenskart IPO में धमाकेदार शुरुआत! जानिए सब्सक्रिप्शन और GMP अपडेट

भारत की सबसे बड़ी आईवियर कंपनी Lenskart का ₹7,278 करोड़ का IPO 31 अक्टूबर को खुला और पहले दिन सुबह 11 बजे तक 9% सब्सक्राइब हुआ। ग्रे मार्केट प्रीमियम करीब 18% तक बढ़ा है। हालांकि एनालिस्ट्स ने ऊंची वैल्यूएशन को देखते हुए निवेशकों को सावधानी बरतने की सलाह दी है।

Lenskart IPO: Lenskart Solutions Ltd. का ₹7,278 करोड़ का IPO 31 अक्टूबर से निवेशकों के लिए खुल गया। पहले दिन सुबह 11 बजे तक इश्यू 9% सब्सक्राइब हुआ, जिसमें रिटेल इन्वेस्टर्स की हिस्सेदारी 37% रही। कंपनी ₹2,150 करोड़ के नए इश्यू और 12.75 करोड़ शेयरों की बिक्री के जरिए फंड जुटा रही है। ₹382–₹402 के प्राइस बैंड वाले इस IPO का GMP लगभग 18% तक पहुंचा है। एनालिस्ट्स का कहना है कि वैल्यूएशन महंगा है, इसलिए निवेशकों को सोच-समझकर कदम उठाना चाहिए।

ग्रे मार्केट में दिखा दमदार रुझान

Lenskart के अनलिस्टेड शेयरों के प्रति निवेशकों का रुझान पहले से ही जोश में था। ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) पहले दिन करीब 18.4 प्रतिशत तक पहुंच गया। यह एक दिन पहले के मुकाबले लगभग 1 प्रतिशत की बढ़ोतरी दिखाता है। बुधवार को GMP 17.4 प्रतिशत था, जबकि उससे पहले यह सिर्फ 11.9 प्रतिशत पर था।

IPO Watch के अनुसार, कुछ मार्केट रिपोर्ट्स में यह प्रीमियम 11 से 12 प्रतिशत के बीच बताया गया है। इसके बावजूद बाजार में माहौल सकारात्मक बना हुआ है। एनालिस्ट्स का मानना है कि Lenskart का मजबूत ब्रांड और टेक्नोलॉजी-ड्रिवन मॉडल निवेशकों को आकर्षित कर रहा है।

पहले दिन का सब्सक्रिप्शन स्टेटस

IPO के पहले दिन सुबह 11 बजे तक यह 9 प्रतिशत सब्सक्राइब हुआ।

  • रिटेल निवेशकों का हिस्सा 37 प्रतिशत भरा।
  • नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) ने 8 प्रतिशत तक सब्सक्राइब किया।
  • क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) की ओर से अभी बड़ी बोलियां नहीं आई थीं।

कंपनी ने IPO का प्राइस बैंड ₹382 से ₹402 प्रति शेयर तय किया है। न्यूनतम निवेश 37 शेयरों यानी लगभग ₹14,874 से शुरू होता है। यह इश्यू 2 नवंबर तक खुला रहेगा। शेयर अलॉटमेंट 5 नवंबर को और लिस्टिंग 10 नवंबर को होने की उम्मीद है।

कंपनी का बिजनेस मॉडल और ग्रोथ

Lenskart ने पिछले कुछ वर्षों में अपने बिजनेस को तेजी से विस्तार दिया है। कंपनी का मॉडल ओम्नी-चैनल स्ट्रैटेजी पर आधारित है, जिसमें ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों प्लेटफॉर्म शामिल हैं। Lenskart के पास भारत में हजारों स्टोर हैं और अब यह सिंगापुर, मिडल ईस्ट और यूरोप जैसे अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुकी है।

एनालिस्ट्स का कहना है कि कंपनी की सफलता का राज इसके टेक्नोलॉजी इंटीग्रेशन और कस्टमर-सेंट्रिक अप्रोच में छिपा है। ऑनलाइन बुकिंग से लेकर मुफ्त आई टेस्ट और होम डिलीवरी तक की सुविधा ने इसे लोगों की पसंदीदा ब्रांड बना दिया है।

वैल्यूएशन को लेकर उठे सवाल

हालांकि, कुछ बाजार विशेषज्ञ कंपनी की वैल्यूएशन को लेकर सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, Lenskart की P/E वैल्यूएशन लगभग 230 गुना बताई जा रही है। इसे कई एनालिस्ट “महंगा सौदा” मान रहे हैं।

Lenskart के को-फाउंडर और CEO पियूष बंसल ने एक इंटरव्यू में कहा कि कंपनी का मकसद सिर्फ वैल्यूएशन बढ़ाना नहीं है, बल्कि ग्राहकों और शेयरधारकों दोनों के लिए “वास्तविक मूल्य” बनाना है। उन्होंने कहा कि “अंततः मार्केट ही तय करता है कि असली वैल्यू क्या है।”

कंपनी का दावा है कि उसका EBITDA CAGR पिछले कुछ सालों में 90 प्रतिशत तक रहा है। वहीं, भारत का आईवियर मार्केट अभी भी “अंडर-पेनेट्रेटेड” है, जिसका मतलब है कि आने वाले समय में कंपनी के पास ग्रोथ के बड़े मौके हैं।

एंकर इन्वेस्टर्स की मजबूत लिस्ट

IPO खुलने से पहले ही Lenskart ने ₹3,268.4 करोड़ जुटा लिए थे। इसमें दुनिया के कई बड़े निवेशक शामिल रहे। कंपनी को 147 एंकर इन्वेस्टर्स से निवेश मिला, जिनमें Goldman Sachs, BlackRock, Fidelity, T Rowe Price, Nomura, JP Morgan और Government of Singapore जैसे दिग्गज नाम शामिल हैं।

एनालिस्ट्स की राय

मार्केट एक्सपर्ट श्रवण शेट्टी (Primus Partners) ने कहा कि निवेशकों की दिलचस्पी इसलिए ज्यादा है क्योंकि Lenskart को एक टेक्नोलॉजी-ड्रिवन कंज्यूमर कंपनी के रूप में देखा जा रहा है।

सिद्धार्थ मौर्य (Vibhavangal Anukulakara) के अनुसार, कंपनी की ग्रोथ तो शानदार है लेकिन इंटरनेशनल मार्केट में बढ़ती प्रतिस्पर्धा और ऑपरेशनल कॉस्ट इसके लिए चुनौती बन सकती है।

शिवानी न्याती (Swastika Investmart) ने कहा कि बिजनेस मॉडल मजबूत है, लेकिन वैल्यूएशन ऊंचा है, इसलिए उन्होंने इस IPO को “Neutral” रेटिंग दी है।

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