हर किसी के जीवन में खुद का घर होना एक बड़ी उपलब्धि मानी जाती है। इस लक्ष्य को हासिल करने में होम लोन एक मजबूत सहारा बनता है, जिससे लोग अपनी कमाई के अनुसार किस्तों में भुगतान कर घर का मालिक बन सकते हैं।
LIC Housing Finance Interest Rate Reduce: भारतीय मध्यवर्ग का सबसे बड़ा सपना है अपना खुद का घर। महंगाई और बढ़ती जीवन आवश्यकताओं के बीच यह सपना साकार करना कई बार कठिन हो जाता है, लेकिन अब यह सपना थोड़ी राहत के साथ पूरा किया जा सकता है। दरअसल, एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस ने अपने होम लोन पर ब्याज दरों में कटौती की घोषणा की है। यह फैसला भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा रेपो रेट में की गई हालिया कटौती के बाद लिया गया है।
इस खबर से उन लाखों परिवारों को राहत मिलने वाली है जो अपने आशियाने की तलाश में हैं या पहले से लोन लेने का विचार कर रहे थे लेकिन उच्च ब्याज दरों के कारण फैसला टाल रहे थे। अब सस्ते ब्याज दर पर होम लोन मिलना संभव हो गया है, जिससे नए ग्राहकों को बड़ा फायदा मिलने वाला है।
रेपो रेट में कटौती का सीधा लाभ
भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल ही में मौद्रिक नीति की समीक्षा करते हुए रेपो रेट को 6.25 प्रतिशत से घटाकर 6.00 प्रतिशत कर दिया है। रेपो रेट वह दर होती है जिस पर वाणिज्यिक बैंक आरबीआई से कर्ज लेते हैं। जब यह दर घटती है तो बैंकों और वित्तीय संस्थाओं की कर्ज देने की लागत कम हो जाती है, जिससे वे ग्राहकों को भी कम ब्याज दरों पर ऋण देने में सक्षम हो जाते हैं।
इसी कड़ी में एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस ने अपने होम लोन पर ब्याज दरों में 50 बेसिस पॉइंट्स की कटौती की है। इसका सीधा असर नए होम लोन लेने वालों पर पड़ेगा, जिन्हें अब पहले की तुलना में सस्ती दरों पर ऋण उपलब्ध कराया जाएगा।
नई ब्याज दरें: शुरुआत 7.50 प्रतिशत से
एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस द्वारा घोषित नई ब्याज दरें 7.50 प्रतिशत से शुरू होंगी। यह दर पहले की तुलना में काफी सस्ती मानी जा रही है, खासकर ऐसे समय में जब महंगाई ने आम आदमी की जेब पर दबाव बढ़ा रखा है।
नए आवेदकों के लिए यह एक सुनहरा अवसर है। कम ब्याज दरों के चलते उनकी ईएमआई घटेगी और कुल लोन की लागत में भी कमी आएगी। वहीं, लंबे समय के लिए होम लोन लेने वाले ग्राहकों को ब्याज की बड़ी बचत हो सकती है।
एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस: घर खरीदने की राह आसान
एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड भारत की प्रमुख हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों में से एक है, जिसकी स्थापना वर्ष 1989 में भारतीय जीवन बीमा निगम द्वारा की गई थी। कंपनी का उद्देश्य देशवासियों को सस्ते और सुलभ आवास ऋण की सुविधा देना है ताकि हर परिवार अपने घर का सपना पूरा कर सके।
इस कदम से यह स्पष्ट है कि कंपनी सरकार के ‘हर परिवार को घर’ के विजन को मजबूती दे रही है। ब्याज दर में कटौती करके एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस ने यह सुनिश्चित किया है कि आम नागरिक को रियल एस्टेट की ओर कदम बढ़ाने में आर्थिक बाधाएं कम से कम हों।
होम लोन लेने की प्रक्रिया क्या है?
अगर आप एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस से होम लोन लेना चाहते हैं तो इसके लिए आवेदन प्रक्रिया बेहद आसान और ऑनलाइन भी उपलब्ध है। इच्छुक ग्राहक कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करते समय आपको निम्नलिखित दस्तावेज जमा करने होंगे
- पहचान पत्र (आधार कार्ड, पैन कार्ड)
- आय प्रमाण पत्र (सैलरी स्लिप, बैंक स्टेटमेंट, आईटीआर)
- आवासीय प्रमाण पत्र
- संपत्ति से जुड़े दस्तावेज (सेल डीड, एग्रीमेंट, एनओसी आदि)
दस्तावेजों की जांच और पात्रता का मूल्यांकन करने के बाद लोन की स्वीकृति दी जाती है। इसके बाद लोन की राशि सीधे आवेदक के खाते में स्थानांतरित की जाती है या विक्रेता को भुगतान किया जाता है।
किन्हें मिलेगा ज्यादा लाभ?
एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस की ब्याज दरों में कटौती से सबसे अधिक लाभ उन ग्राहकों को मिलेगा जो पहली बार घर खरीद रहे हैं। इसके अलावा मध्यम आय वर्ग के वे लोग जो अपने परिवार के लिए बेहतर आवास की तलाश में हैं, उन्हें भी अब कम ईएमआई के साथ अपना सपना पूरा करने का अवसर मिलेगा।
महिलाओं के लिए भी एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस विशेष ब्याज दरों की पेशकश करता है, जिससे वे अधिक सशक्त और आत्मनिर्भर बन सकें। इसके अलावा संयुक्त आवेदकों और वरिष्ठ नागरिकों को भी कई बार विशेष छूट दी जाती है।
घर खरीदने वालों के लिए सुनहरा मौका
रियल एस्टेट सेक्टर में स्थिरता आने और ब्याज दरों में कमी के कारण यह समय घर खरीदने के लिहाज से सबसे बेहतर माना जा रहा है। जिन लोगों ने अभी तक सिर्फ प्लानिंग की थी, वे अब फाइनली उस प्लान को एक्शन में बदल सकते हैं।
एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस के इस फैसले से बाजार में आवासीय संपत्तियों की मांग में वृद्धि देखी जा सकती है, जिससे निर्माण कंपनियों को भी लाभ मिलेगा और रियल एस्टेट सेक्टर को नई गति मिलेगी।
पुराने ग्राहकों के लिए क्या विकल्प?
हालांकि इस समय ब्याज दरों में कटौती का लाभ नए ग्राहकों को ही मिल रहा है, लेकिन पुराने ग्राहक चाहें तो अपने लोन को री-नेगोशिएट या बैलेंस ट्रांसफर करवा सकते हैं। इसके जरिए वे भी कम ब्याज दर का लाभ उठा सकते हैं।
इसके लिए उन्हें कंपनी से संपर्क कर री-सेट अनुरोध करना होगा या फिर किसी अन्य फाइनेंस कंपनी में बैलेंस ट्रांसफर के लिए आवेदन करना होगा। हालांकि इसमें कुछ प्रोसेसिंग फीस और डॉक्यूमेंटेशन की जरूरत होती है।