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महिलाओं में खून की कमी क्यों होती है? जानिए कारण और खून बढ़ाने के असरदार उपाय

महिलाओं में खून की कमी क्यों होती है? जानिए कारण और खून बढ़ाने के असरदार उपाय

महिलाओं में खून की कमी यानी एनीमिया एक गंभीर समस्या है, जो पोषण की कमी, मासिक धर्म और गर्भावस्था के दौरान ज्यादा बढ़ जाती है। भारत में बड़ी संख्या में महिलाएं और किशोरियां इस समस्या से जूझ रही हैं। आयरन, फोलिक एसिड और विटामिन से भरपूर डाइट, नियमित जांच और एक्सरसाइज से खून की कमी को पूरा किया जा सकता है।

Blood Deficiency in Women: भारत में महिलाओं में खून की कमी (एनीमिया) एक आम स्वास्थ्य समस्या है। नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के अनुसार 15 से 19 वर्ष की लगभग 60% लड़कियां और 53% गर्भवती महिलाएं इससे प्रभावित हैं। खून की कमी के पीछे मुख्य कारण है आयरन और फोलिक एसिड की कमी, मासिक धर्म और गर्भावस्था में पोषण की अनदेखी। इससे थकान, कमजोरी और गंभीर स्थितियों में मां-बच्चे दोनों की सेहत खतरे में पड़ जाती है। विशेषज्ञ महिलाओं को आयरन, विटामिन A और C से भरपूर डाइट लेने और नियमित जांच कराने की सलाह देते हैं।

महिलाएं अपनी सेहत पर क्यों नहीं देती ध्यान

अक्सर देखा गया है कि महिलाएं घर और बाहर दोनों जिम्मेदारियों को निभाने में अपनी सेहत को नजरअंदाज कर देती हैं। खानपान संतुलित न होना, नियमित जांच न कराना और समय पर पोषण न लेना खून की कमी की समस्या को बढ़ावा देता है। महिलाएं ज्यादातर परिवार की सेहत और जरूरतों को पहले रखती हैं, जिसके चलते उनकी खुद की सेहत पीछे छूट जाती है। यही कारण है कि उनमें एनीमिया के मामले लगातार सामने आते रहते हैं।

खून की कमी कैसे होती है

शरीर में रेड ब्लड सेल्स यानी लाल रक्त कणिकाएं होती हैं, जिनका काम है ऑक्सीजन को शरीर के हर हिस्से तक पहुंचाना। जब शरीर में ये कोशिकाएं पर्याप्त मात्रा में नहीं बनतीं तो खून की कमी हो जाती है। इसकी वजह से शरीर को जरूरी ऑक्सीजन नहीं मिल पाती और कमजोरी, थकान और चक्कर जैसी समस्याएं शुरू हो जाती हैं।

गर्भवती महिलाओं में स्थिति और गंभीर

गर्भवती महिलाओं में खून की कमी की समस्या और भी गंभीर हो जाती है। नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के मुताबिक भारत में करीब 53 प्रतिशत गर्भवती महिलाएं एनीमिया से पीड़ित हैं। पीरियड्स के दौरान खून की कमी होना और डाइट में आयरन तथा फोलिक एसिड की कमी खून बनने की प्रक्रिया को प्रभावित करती है। गर्भावस्था में तो महिलाओं को अपने साथ-साथ बच्चे के लिए भी खून बनाना पड़ता है। ऐसे में पोषण की कमी खतरनाक साबित होती है।

एनीमिया से होने वाले लक्षण

खून की कमी का सबसे आम लक्षण है हमेशा थकान महसूस होना। इसके अलावा चेहरे का पीला पड़ना, सांस लेने में तकलीफ, बार-बार सिरदर्द होना और हल्के काम में भी कमजोरी महसूस होना एनीमिया की निशानियां हैं। कई बार महिलाएं इन लक्षणों को सामान्य समझकर नजरअंदाज कर देती हैं, जिससे स्थिति और बिगड़ जाती है।

खून की कमी पूरी करने के लिए क्या खाएं

खून की कमी को पूरा करने के लिए सबसे जरूरी है आयरन से भरपूर डाइट लेना। महिलाओं को रोजाना करीब 19 मिलीग्राम आयरन की जरूरत होती है। पालक, चुकंदर, टोफू, सेब, अनार, बादाम, खजूर, किशमिश, आंवला, अंडा और गुड़ आयरन के अच्छे स्रोत हैं। इसके अलावा विटामिन A और C भी बेहद जरूरी हैं। संतरा, नींबू, पपीता, स्ट्रॉबेरी, शिमला मिर्च और माल्टा जैसे फल और सब्जियां शरीर में आयरन को सही तरीके से अवशोषित करने में मदद करती हैं।

फोलिक एसिड की कमी भी खून की कमी का बड़ा कारण है। हरी पत्तेदार सब्जियां, केला, मूंगफली, ब्रोकली, चिकन और अंकुरित अनाज का सेवन करना चाहिए ताकि शरीर में नई लाल रक्त कणिकाएं बन सकें।

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