मध्य प्रदेश विधानसभा में जनजातीय मंत्री विजय शाह को बर्खास्त करने की मांग को लेकर कांग्रेस ने हंगामा किया। मंत्री पर महिला सैन्य अधिकारी के अपमान का आरोप लगा। सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
MP News: मध्य प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र शुक्रवार को उस वक्त हंगामे का केंद्र बन गया, जब जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह को बर्खास्त करने की मांग को लेकर विपक्षी दलों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। विपक्ष ने मंत्री पर महिला सैन्य अधिकारी का अपमान करने का गंभीर आरोप लगाया, जिससे सदन की कार्यवाही अव्यवस्थित हो गई।
भोपाल गैस त्रासदी पर पूछे गए प्रश्न से शुरू हुआ विवाद
पूरा मामला तब शुरू हुआ जब कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने भोपाल गैस त्रासदी पीड़ितों के पुनर्वास और राहत कार्यों से जुड़े सवाल पूछे। प्रश्न का उत्तर देने के लिए मंत्री विजय शाह खड़े हुए ही थे कि कांग्रेस विधायक फूल सिंह बरैया ने अचानक महिला सैन्य अधिकारी के अपमान का मुद्दा उठाते हुए मंत्री को घेर लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि मंत्री विजय शाह ने हाल ही में एक महिला सैन्य अधिकारी के साथ दुर्व्यवहार किया है।
विपक्ष का विरोध, नारेबाजी और आसंदी के सामने प्रदर्शन
बरैया के आरोप के बाद विपक्ष के अन्य विधायक भी इस मुद्दे पर एकजुट हो गए और नारेबाजी करने लगे। सभी विपक्षी सदस्य आसंदी के सामने आकर मंत्री को बर्खास्त करने की मांग करने लगे। विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने सभी सदस्यों से अपने स्थान पर बैठने और प्रश्नकाल की कार्यवाही चलने देने की अपील की, लेकिन स्थिति नहीं संभली। हंगामा बढ़ता गया और कार्यवाही बाधित हो गई।
सत्तापक्ष का पलटवार, भाजपा विधायकों ने भी की नारेबाजी
हंगामे के दौरान सत्ता पक्ष भी पीछे नहीं रहा। संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि जो लोग पहले सेना का अपमान करते थे, आज वे सेना के सम्मान की बातें कर रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस पर पाकिस्तान और चीन का समर्थन करने का आरोप भी लगाया। इससे भाजपा विधायक भी नारेबाजी करने लगे, जिससे सदन में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
विधानसभा अध्यक्ष ने स्थगित की कार्यवाही
लगातार जारी हंगामे के चलते विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही कुछ देर के लिए स्थगित कर दी। इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी सदन में मौजूद थे, लेकिन उन्होंने इस विवाद पर कोई बयान नहीं दिया।