Columbus

'मुझे आपकी शक्ति का अंदाजा है' - ब्रह्मकुमारी शांति शिखर में बोले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

'मुझे आपकी शक्ति का अंदाजा है' - ब्रह्मकुमारी शांति शिखर में बोले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवा रायपुर के सेक्टर-20 में बने ब्रह्माकुमारी संस्थान के भव्य ‘शांति शिखर रिट्रीट सेंटर – एकेडमी फॉर ए पीसफुल वर्ल्ड’ का उद्घाटन किया। यह केंद्र लगभग 1.5 एकड़ क्षेत्र में निर्मित किया गया है और इसका उद्देश्य आध्यात्मिकता, ध्यान और आंतरिक शांति को बढ़ावा देना है।

नवा रायपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को ब्रह्मकुमारी संस्था के नवनिर्मित ‘एकेडमी फॉर ए पीसफुल वर्ल्ड’ (Academy for a Peaceful World) का उद्घाटन किया। यह भव्य ध्यान केंद्र नवा रायपुर के सेक्टर-20 में 1.5 एकड़ में फैला हुआ है और इसे ‘शांति शिखर रिट्रीट सेंटर’ नाम दिया गया है। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेन डेका और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय भी मौजूद थे।

प्रधानमंत्री ने इस मौके पर छत्तीसगढ़, झारखंड और उत्तराखंड के नागरिकों को स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि तीनों राज्य अपनी स्थापना के 25 वर्ष पूरे कर रहे हैं और यह देश की विकास यात्रा में एक ऐतिहासिक क्षण है। राज्यों के विकास में ही देश का विकास निहित है। इसी मंत्र के साथ भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का अभियान लगातार आगे बढ़ रहा है,” प्रधानमंत्री मोदी ने कहा।

ब्रह्मकुमारी संस्था से पीएम मोदी का पुराना रिश्ता

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में ब्रह्मकुमारी संस्था से अपने लंबे और गहरे जुड़ाव को याद किया। उन्होंने बताया कि उन्होंने दशकों पहले से संस्था के कार्यक्रमों में भाग लिया है और उसके आध्यात्मिक व सेवा भाव से प्रेरित रहे हैं। मैंने ब्रह्मकुमारी संस्था को एक वटवृक्ष की तरह बढ़ते देखा है। 2011 में अहमदाबाद में ‘फ्यूचर ऑफ पावर’ कार्यक्रम से लेकर 2012 में संस्था के 75वें वर्ष के उत्सव तक, मेरा इस परिवार से गहरा रिश्ता रहा है, पीएम मोदी ने कहा।

उन्होंने आगे कहा कि “दिल्ली आने के बाद भी मुझे कई बार ब्रह्मकुमारी परिवार से जुड़ने का अवसर मिला — चाहे वह आज़ादी का अमृत महोत्सव हो या स्वच्छता अभियान। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने हमेशा इस संस्था के कार्यों में “शब्दों से ज्यादा सेवा” देखी है। मुझे आपकी शक्ति का अंदाजा है और मैं शक्ति का पुजारी हूं, उन्होंने भावपूर्ण अंदाज में कहा।

ओम शांति के अर्थ को किया व्याख्यायित

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में “ओम शांति” के भाव का विशेष उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक अभिवादन नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति की आध्यात्मिक जड़ है। ओम का अर्थ है ब्रह्म — समस्त ब्रह्मांड की ऊर्जा। और शांति का अर्थ है स्थिरता, सद्भाव और आंतरिक संतुलन। यही वह भावना है जो मानवता को जोड़ती है और जीवन में संतुलन लाती है।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि ब्रह्मकुमारी संस्था इसी सिद्धांत पर काम करती है — “कथन और आचरण में एकता”। उन्होंने कहा कि यही सच्चे परिवर्तन की कुंजी है।प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ब्रह्मकुमारी संस्था ने शक्ति, सेवा और साधना के समन्वय से लाखों लोगों के जीवन को दिशा दी है। यहां हर बहन पहले खुद को तप और साधना में ढालती है, तभी वह समाज की सेवा के लिए तैयार होती है। यही इस संस्था की असली ताकत है,” उन्होंने कहा।  उन्होंने संस्था की महिला नेतृत्व संरचना की भी सराहना की और कहा कि ब्रह्मकुमारी ने महिला सशक्तिकरण का सबसे सुंदर उदाहरण प्रस्तुत किया है।

तीनों राज्यों के स्थापना दिवस पर संदेश

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि छत्तीसगढ़, झारखंड और उत्तराखंड के निर्माण ने देश के विकास को नई दिशा दी। आज तीनों राज्य अपनी स्थापना के 25 वर्ष पूरे कर रहे हैं। ये राज्य न केवल प्राकृतिक संसाधनों से संपन्न हैं, बल्कि अपने परिश्रमी लोगों के कारण भी विशेष पहचान रखते हैं,” उन्होंने कहा। पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार इन राज्यों के विकास के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर, शिक्षा, पर्यटन और निवेश के क्षेत्रों में लगातार सहयोग कर रही है।

Leave a comment