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OpenAI ला रहा है AI-पावर्ड Web Browse: Chrome और Perplexity को मिलेगी सीधी टक्कर

OpenAI ला रहा है AI-पावर्ड Web Browse: Chrome और Perplexity को मिलेगी सीधी टक्कर

OpenAI जल्द ही एक AI-पावर्ड वेब ब्राउज़र लॉन्च करने जा रहा है जो Chrome और Perplexity को टक्कर देगा। इसमें ‘Operator’ नामक AI एजेंट यूज़र्स की जगह वेब ब्राउज़िंग, रिसर्च, ईमेल जवाब जैसी कई जटिल टास्क करेगा।

OpenAI: अब सिर्फ एक चैटबॉट कंपनी नहीं रह गई है। ChatGPT की शानदार सफलता के बाद अब कंपनी एक ऐसा कदम उठाने जा रही है जो तकनीकी दुनिया में क्रांतिकारी साबित हो सकता है — AI-पावर्ड वेब ब्राउज़र। यह ब्राउज़र सीधी टक्कर देगा Google Chrome और Perplexity के Comet ब्राउज़र को। आज जब दुनिया की अधिकांश आबादी अपना काम, पढ़ाई और मनोरंजन वेब ब्राउज़र पर कर रही है, ऐसे में AI की सहायता से चलने वाला ब्राउज़र एक बड़ा गेम-चेंजर बन सकता है।

क्या होगा खास OpenAI के ब्राउज़र में?

OpenAI का यह ब्राउज़र सामान्य ब्राउज़िंग अनुभव को पूरी तरह बदलने के इरादे से तैयार किया जा रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इसमें AI एजेंट 'Operator' होगा, जो आपके लिए वेब पेज ब्राउज़ करेगा, ज़रूरी जानकारी खोजेगा, और यहां तक कि आपके लिए ईमेल का उत्तर भी तैयार करेगा।

इसका मकसद है यूज़र्स की तरफ से रूटीन और जटिल टास्क को अपने आप करना, जिससे यूज़र्स केवल निर्णायक भूमिका निभा सकें। उदाहरण के लिए:

  • आपको रिसर्च करनी है? Operator खुद सामग्री खोजेगा, सारांश बनाएगा और ज़रूरत पड़े तो साइट्स भी फ़िल्टर करेगा।
  • शॉपिंग करनी है? यह ब्राउज़र आपके बजट, पसंद और ज़रूरतों के हिसाब से ऑप्शन सजेस्ट करेगा।
  • डॉक्यूमेंटेशन, रिपोर्टिंग या ईमेल जवाब तक यह AI खुद संभाल सकता है।

लॉन्च से पहले अंतिम तैयारियाँ

माना जा रहा है कि यह ब्राउज़र आने वाले कुछ हफ्तों में लॉन्च हो सकता है। फिलहाल OpenAI की ओर से आधिकारिक लॉन्च डेट सामने नहीं आई है, लेकिन कई टेक वेबसाइट्स और लीक्स इस दिशा में इशारा कर चुकी हैं कि एक इंटरनल टेस्टिंग प्रोग्राम चल रहा है और UI लगभग फाइनल हो चुका है। यह भी बताया जा रहा है कि ब्राउज़र macOS और Windows दोनों के लिए उपलब्ध होगा, और इसमें ChatGPT के GPT-4o मॉडल को इन-बिल्ट रूप में जोड़ा जाएगा।

क्यों डर सकता है Google Chrome?

Google Chrome एक समय का सबसे हल्का और तेज़ ब्राउज़र था, लेकिन आज के समय में RAM खपत और डेटा ट्रैकिंग जैसे मुद्दों के चलते इसकी आलोचना भी हो रही है। OpenAI का ब्राउज़र इन कमियों को ध्यान में रखते हुए privacy-first, low resource consumption और smart decision-making जैसे तीन मजबूत स्तंभों पर आधारित होगा।

इसके AI फीचर्स Chrome के एक्सटेंशन मॉडल को भी चुनौती दे सकते हैं क्योंकि यूज़र को एक्सटेंशन की बजाय एकीकृत AI टूल्स मिलेंगे, जिनमें शामिल होंगे:

  • ऑटो-सारांश
  • ऑटो-पेमेंट और फ़ॉर्म भरना
  • AI-पावर्ड नोट्स
  • इंटेलिजेंट टैब्स सॉर्टिंग
  • डार्क मोड और विज़ुअल थीम्स में स्मार्ट रेकमेंडेशन

मुकाबले में कौन-कौन?

1. Google Chrome

अभी भी मार्केट शेयर में सबसे ऊपर, लेकिन AI इंटीग्रेशन में धीमा। हाल ही में Gemini को इंटीग्रेट करने की कोशिशें शुरू हुई हैं।

2. Microsoft Edge

Edge में Bing AI पहले से ही इंटीग्रेट है। नए WebUI 2.0 इंटरफेस के साथ Microsoft दावा कर रहा है कि पेज लोडिंग 40% तेज़ हुई है। साथ ही Read Aloud और Split Screen जैसे फीचर्स इसे उपयोगी बनाते हैं।

3. Perplexity का Comet ब्राउज़र

AI-पावर्ड ब्राउज़िंग के मामले में Perplexity एक नया नाम है, लेकिन OpenAI की ब्रांड वैल्यू और ChatGPT की लोकप्रियता इसे कड़ी टक्कर दे सकती है।

यूज़र्स के लिए क्या होगा बदलाव?

OpenAI का ब्राउज़र सिर्फ एक टूल नहीं होगा, बल्कि यह एक AI असिस्टेंट-फ्रेंडली डिजिटल इकोसिस्टम की शुरुआत करेगा।

  • छात्र इसका इस्तेमाल प्रोजेक्ट रिसर्च, नोट्स बनाने और लैंग्वेज ट्रांसलेशन में कर सकेंगे।
  • ऑफिस प्रोफेशनल्स इसके माध्यम से ईमेल, रिपोर्ट और क्लाइंट रिसर्च जैसे कामों को तेज़ी से निपटा सकेंगे।
  • क्रिएटर्स और डेवलपर्स इसके AI-सहायता से समय की बचत कर पाएंगे और उत्पादकता बढ़ा पाएंगे।

प्राइवेसी और डेटा सिक्योरिटी पर क्या होगा असर?

OpenAI इस बार यूज़र डेटा को ट्रांसपेरेंसी और कंसेंट के साथ इस्तेमाल करने की बात कर रहा है। मतलब – यूज़र जब चाहें डेटा डिलीट कर सकते हैं, या अपनी ब्राउज़िंग हिस्ट्री AI ट्रेनिंग में शामिल न करने का विकल्प चुन सकते हैं। इससे OpenAI को AI को और स्मार्ट बनाने में डेटा मिलेगा, और यूज़र्स को मिलेगा सुरक्षित अनुभव।

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