प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को नई दिल्ली में एनडीए की बैठक के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की आलोचना की और सिंधु जल समझौते को देश हित के खिलाफ बताया। पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार पूर्व की सरकारों द्वारा किए गए पापों को सुधारने में जुटी है।
नई दिल्ली: मंगलवार को नई दिल्ली में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की बैठक आयोजित की गई, जिसमें गठबंधन के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन को सम्मानित किया गया। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीपी राधाकृष्णन के सार्वजनिक जीवन और उनके कार्यों की सराहना करते हुए उन्हें देश के लिए एक आदर्श नेता बताया। उन्होंने सभी विपक्षी और सहयोगी पार्टियों से अपील की कि राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद के लिए निर्विरोध चुना जाए, ताकि इस उच्च पद के लिए सभी राजनीतिक दल एकजुटता का संदेश दें।
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने इतिहास के एक महत्वपूर्ण मामले, यानी सिंधु जल संधि, का जिक्र करते हुए देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित नेहरू की आलोचना भी की, जिससे यह संदेश गया कि राष्ट्रहित के मुद्दों पर स्पष्ट दृष्टिकोण होना जरूरी है।
सीपी राधाकृष्णन को समर्थन देने की अपील
बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने एनडीए के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन को सम्मानित किया। उन्होंने राधाकृष्णन के सार्वजनिक जीवन की प्रशंसा करते हुए सभी पार्टियों से अपील की कि उन्हें उपराष्ट्रपति पद के लिए निर्विरोध चुना जाए। पीएम मोदी ने कहा कि राधाकृष्णन का जीवन सरल, निष्पक्ष और विवादों से दूर रहा है, और उनकी उपस्थिति संसद में संतुलन बनाए रखने में सहायक होगी।
संसदीय मामलों के मंत्री किरन रिजिजू ने मीडिया से बातचीत में कहा कि राधाकृष्णन का उपराष्ट्रपति पद पर निर्वाचित होना पूरे देश के लिए खुशी की बात होगी। उन्होंने कहा कि भाजपा नीत एनडीए के पास संसद में बहुमत है, इसलिए उपराष्ट्रपति चुनाव में राधाकृष्णन आसानी से जीत दर्ज कर सकते हैं।
पंडित नेहरू और सिंधु जल समझौता
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित नेहरू ने पाकिस्तान के साथ सिंधु जल समझौते पर हस्ताक्षर करते समय देश की संसद और अपनी कैबिनेट को भरोसे में नहीं लिया। पीएम मोदी ने कहा, पंडित नेहरू ने देश हित की कीमत पर अपनी छवि चमकाई और भारत के 80 फीसदी से अधिक पानी को पाकिस्तान द्वारा उपयोग करने की अनुमति दे दी।
पीएम मोदी ने बताया कि नेहरू ने अपने एक सहयोगी से कहा था कि यह समझौता भारत-पाकिस्तान के बीच अन्य मुद्दों और विवादों को हल करने में मदद करेगा, लेकिन वास्तविकता में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार उन पापों को सुधार रही है जो पिछले शासनकाल में हुए। इसके साथ ही पीएम मोदी ने हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार द्वारा सिंधु जल समझौते को अस्थायी रूप से स्थगित करने का उल्लेख किया। यह कदम देश की जल सुरक्षा और राष्ट्रीय हित को ध्यान में रखते हुए उठाया गया।
आर्थिक उपलब्धियों का जिक्र
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में एस एंड पी ग्लोबल रेटिंग्स के हालिया फैसले का भी उल्लेख किया। रेटिंग एजेंसी ने भारत की लॉन्ग टर्म सॉवेरिन क्रेडिट रेटिंग को अपग्रेड किया है। पीएम मोदी ने कहा कि यह निर्णय देश की मजबूत अर्थव्यवस्था और निवेश आकर्षण को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि अपग्रेड रेटिंग से देश में विदेशी निवेश बढ़ेगा और आर्थिक विकास की गति तेज होगी।
एनडीए की बैठक में पीएम मोदी ने सभी राजनीतिक पार्टियों से अपील की कि वे सीपी राधाकृष्णन को समर्थन दें। राधाकृष्णन बुधवार को उपराष्ट्रपति पद के लिए अपने नामांकन दाखिल कर सकते हैं। एनडीए के पास संसद में बहुमत होने के कारण माना जा रहा है कि राधाकृष्णन निर्विरोध जीत दर्ज करेंगे।