राहुल गांधी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में व्यापक वोट चोरी और मतदाता सूची में गड़बड़ी का आरोप लगाया। उन्होंने H-Files का हवाला देते हुए कहा कि राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर चुनाव प्रक्रिया में अनियमितताएं हुई हैं।
New Delhi: कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में गड़बड़ी और वोट चोरी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि राज्य में लगभग 25 लाख मतदाता फर्जी हैं। राहुल गांधी के अनुसार, कुछ मतदाता अस्तित्वहीन हैं, कुछ डुप्लीकेट नामों के साथ सूची में शामिल हैं और कुछ मतदाता विशेष रूप से किसी पार्टी को वोट देने के लिए बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा में हर आठवें मतदाता को इस श्रेणी में रखा जा सकता है, जो कुल मतदाताओं का लगभग 12.5 प्रतिशत है।
राहुल गांधी ने यह आरोप राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर चुनाव प्रक्रिया में गड़बड़ी के संदर्भ में लगाया। उन्होंने कहा कि उन्हें हरियाणा में अपने उम्मीदवारों से कई शिकायतें मिलीं, जिसमें उन्हें आशंका हुई कि कुछ काम नहीं कर रहा और चुनावी प्रक्रिया में अनियमितताएं हुई हैं। राहुल गांधी ने एग्जिट पोल के नतीजों पर भी सवाल उठाया और कहा कि सभी पूर्वानुमान उलट गए। उन्होंने कहा कि उन्होंने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में इस तरह के अनुभव किए हैं, लेकिन हरियाणा पर ध्यान केंद्रित किया और वहां की स्थिति की जांच करने का फैसला किया।
H-Files का हवाला
राहुल गांधी ने इस मामले में H-Files का हवाला दिया और कहा कि उनके पास पूरे राज्य में वोट चोरी का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि यह केवल व्यक्तिगत निर्वाचन क्षेत्रों तक सीमित नहीं है, बल्कि राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर व्यापक रूप से हुआ। राहुल गांधी ने इस मामले में GenZ और युवा पीढ़ी को स्पष्ट संदेश दिया कि यह उनका भविष्य प्रभावित करता है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में पारदर्शिता आवश्यक है और वे इसे 100 प्रतिशत प्रमाण के साथ उजागर कर रहे हैं।
चुनाव आयोग का जवाब

राहुल गांधी के आरोपों पर चुनाव आयोग ने भी प्रतिक्रिया दी। आयोग के सूत्रों ने कहा कि मतदाता सूची के विरुद्ध शून्य अपील प्राप्त हुई हैं। 90 विधानसभा सीटों में से केवल 22 चुनाव याचिकाएं उच्च न्यायालय में लंबित हैं। आयोग ने यह सवाल उठाया कि कांग्रेस के पोलिंग एजेंट मतदान केंद्रों पर क्या कर रहे थे और यदि निर्वाचक पहले ही मतदान कर चुका था या एजेंटों को पहचान पर संदेह था, तो उनसे आपत्ति क्यों नहीं की गई।
चुनाव आयोग ने यह भी कहा कि SIR प्रक्रिया के तहत डुप्लीकेट, मृत और स्थानांतरित मतदाताओं को हटाया जाता है। आयोग ने पूछा कि कांग्रेस ने पुनरीक्षण और संशोधन के दौरान कोई आपत्ति क्यों नहीं दर्ज की। आयोग ने यह स्पष्ट किया कि हाउस नंबर जीरो उन घरों के लिए उपयोग किया गया है, जिनके लिए पंचायत या नगर पालिका ने कोई मकान नंबर नहीं दिया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह कैसे तय किया गया कि इन डुप्लीकेट मतदाताओं ने कांग्रेस को वोट दिया या भाजपा को, इस पर कोई प्रमाण नहीं है।
डुप्लीकेट मतदाता और वोटर सूची
राहुल गांधी ने विशेष रूप से वोटर सूची में गड़बड़ी का उदाहरण दिया। उन्होंने बताया कि एक ही तस्वीर पर कई मतदाताओं के नाम दर्ज हैं। उनका कहना है कि इससे यह स्पष्ट होता है कि चुनाव प्रक्रिया में अनियमितताएं हुई हैं। राहुल गांधी ने यह सवाल भी उठाया कि यदि डुप्लीकेट मतदाता हैं तो उन्होंने किस पार्टी को वोट दिया, इसका प्रमाण कैसे मिला।
एग्जिट पोल पर सवाल
राहुल गांधी ने एग्जिट पोल के परिणामों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सभी एग्जिट पोल कांग्रेस की जीत की ओर इशारा कर रहे थे, लेकिन वास्तविक परिणाम उलट थे। उन्होंने इसे गंभीर मामला बताते हुए कहा कि चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखना आवश्यक है। राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस ने पहले भी विभिन्न राज्यों में इस तरह की समस्याओं का अनुभव किया है, लेकिन हरियाणा में यह मामला और भी गंभीर प्रतीत होता है।













