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RBL Bank में M&M का Exit, 691 करोड़ रुपये की ब्लॉक डील से होगा 274 करोड़ का फायदा

RBL Bank में M&M का Exit, 691 करोड़ रुपये की ब्लॉक डील से होगा 274 करोड़ का फायदा

Mahindra & Mahindra ने RBL Bank में अपनी लगभग 3.5% हिस्सेदारी 691 करोड़ रुपये में बेचने का निर्णय लिया है। कंपनी ने यह निवेश 2023 में किया था। इस डील से कंपनी को करीब 274 करोड़ रुपये का लाभ होगा।

RBL Bank: महिंद्रा एंड महिंद्रा ने आरबीएल बैंक में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचने का निर्णय लिया है। कंपनी के पास बैंक में लगभग 3.5 प्रतिशत हिस्सेदारी है। यह हिस्सेदारी एक ब्लॉक डील के तहत लगभग 691 करोड़ रुपये में बेची जाएगी। इस डील को पूरा करने की जिम्मेदारी कोटक सिक्योरिटीज को सौंपी गई है। इस सौदे के बाद महिंद्रा पूरी तरह से इस बैंक से बाहर निकल आएगी। यह कदम इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि यह सौदा महिंद्रा के लिए बड़ा मुनाफा लेकर आने वाला है।

निवेश से कमाया बड़ा प्रॉफिट

महिंद्रा ने जुलाई 2023 में आरबीएल बैंक में लगभग 417 करोड़ रुपये का निवेश किया था। उस समय कंपनी ने बैंक की 3.5 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी थी। अब जब कंपनी वही हिस्सेदारी 691 करोड़ रुपये में बेचने जा रही है तो यह सौदा लगभग 274 करोड़ रुपये का लाभ देने वाला है। यानी दो साल से थोड़ा अधिक समय में महिंद्रा को अपने निवेश पर करीब 60 प्रतिशत से भी अधिक का रिटर्न मिल रहा है। यह एक लाभदायक निवेश रणनीति का उदाहरण है।

ब्लॉक डील का मूल्य निर्धारण

कंपनी ने आरबीएल बैंक के शेयरों की बिक्री के लिए फ्लोर प्राइस 317 रुपये प्रति शेयर तय किया है। यह मूल्य 4 नवंबर के एनएसई क्लोजिंग प्राइस 323.8 रुपये से लगभग 2.1 प्रतिशत कम है। एक बड़ी ब्लॉक डील होने के कारण फ्लोर प्राइस को थोड़ा कम रखा जाता है ताकि खरीदार आसानी से आकर्षित हो सकें। इस डील में लगभग 2.12 करोड़ इक्विटी शेयर बेचे जाएंगे जो बैंक की कुल हिस्सेदारी का करीब 3.45 प्रतिशत हिस्सा होगा।

बाजार में शेयरों की स्थिति

मंगलवार के कारोबारी सत्र में महिंद्रा एंड महिंद्रा का शेयर बीएसई पर 3,581.55 रुपये पर बंद हुआ था जो 0.93 प्रतिशत की बढ़त को दर्शाता है। वहीं आरबीएल बैंक का शेयर 324 रुपये पर बंद हुआ जो 1.38 प्रतिशत की गिरावट दिखाता है। आरबीएल बैंक के शेयरों में यह गिरावट इस खबर के आने के तुरंत बाद देखने को मिली क्योंकि बड़ी हिस्सेदारी बिकने की सूचना मिलने पर बाजार में अल्पावधि में दबाव बनना सामान्य है।

आरबीएल बैंक में विदेशी निवेश की भूमिका

जहां एक ओर महिंद्रा अपनी हिस्सेदारी बेच रही है, वहीं दूसरी ओर यूएई का दूसरा सबसे बड़ा बैंक Emirates NBD बैंक PJSC आरबीएल बैंक में निवेश बढ़ाने की तैयारी कर रहा है। पिछले महीने Emirates NBD ने बैंक में अधिकतम हिस्सेदारी खरीदने के लिए 26,580 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की थी। यह निवेश 280 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से प्रेफरेंशियल अलॉटमेंट के माध्यम से किया जाएगा। इस निवेश के बाद Emirates NBD बैंक में लगभग 60 प्रतिशत हिस्सेदारी रख सकता है। इससे आरबीएल बैंक के बिजनेस मॉडल को नई गति मिलने की उम्मीद है।

बैंक पर संभावित प्रभाव

विदेशी निवेश के आने से बैंक की पूंजी स्थिति मजबूत होगी। पूंजी में बढ़ोतरी से बैंक अपनी उधारी क्षमता बढ़ा सकेगा और नए वित्तीय उत्पादों तथा लोन पोर्टफोलियो को बेहतर तरीके से विस्तार दे सकेगा। यह बैंक के लिए विकास का एक नया चरण हो सकता है। महिंद्रा के बाहर जाने से बैंक की संचालन नीति पर कोई नकारात्मक असर नहीं होगा, बल्कि नए निवेशक की रणनीति के साथ बैंक अपने लक्ष्य आगे बढ़ा सकता है।

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