एलुमिनियम उत्पाद बनाने वाली शर्वया मेटल्स के शेयर आज BSE SME पर लिस्ट हुए। आईपीओ ₹196 के भाव पर था और लिस्टिंग पर ₹219 में खुला, जिससे निवेशकों को 11.73% का शुरुआती लाभ मिला। हालांकि बाद में शेयर टूटकर ₹208.05 के लोअर सर्किट पर पहुंच गया। कंपनी ने आईपीओ से जुटाए पैसों का उपयोग प्लांट, मशीनरी, सिविल कंस्ट्रक्शन और वर्किंग कैपिटल में करेगी।
IPO Listing: शर्वया मेटल्स, जो एलुमिनियम के एलॉयड इनगॉट्स, बिलेट्स, स्लैब्स, शीट्स और इलेक्ट्रिक व्हीकल बैटरी एनक्लोजर्स बनाती है, के शेयर आज BSE SME पर लिस्ट हुए। ₹196 के आईपीओ भाव पर शेयर जारी किए गए थे, जो लिस्टिंग पर ₹219 में खुले। हालांकि, कुछ समय बाद शेयर लोअर सर्किट पर गिरकर ₹208.05 पर पहुंच गया। आईपीओ से जुटाए गए ₹49 करोड़ में से ₹20.40 करोड़ प्लांट और मशीनरी में, ₹5.17 करोड़ सिविल कंस्ट्रक्शन और इलेक्ट्रिफिकेशन में, और ₹9 करोड़ वर्किंग कैपिटल पर खर्च होंगे।
IPO की एंट्री और लिस्टिंग पर गेन
शर्वया मेटल्स का IPO 4-9 सितंबर तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस IPO को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला और ओवरऑल यह 4.83 गुना सब्सक्राइब हुआ। इसके तहत ₹196 के भाव पर नए शेयर जारी किए गए। आज BSE SME पर यह शेयर ₹219.00 पर लिस्ट हुआ, जिससे निवेशकों को 11.73% का लिस्टिंग गेन मिला।
हालांकि, शुरुआती उत्साह के बाद शेयर गिरकर ₹208.05 पर लोअर सर्किट में आ गया। इस स्थिति में IPO निवेशक अब लगभग 6.15% के मुनाफे में हैं। इस उतार-चढ़ाव ने बाजार में शर्वया मेटल्स के शेयरों पर निवेशकों की नजरें और भी मजबूत बना दी हैं।
IPO के पैसे का इस्तेमाल
शर्वया मेटल्स ने इस IPO के जरिए कुल ₹58.80 करोड़ जुटाए। इसमें से ₹49 करोड़ नए शेयर जारी करने से आए हैं, जबकि 5 लाख शेयर ऑफर फॉर सेल के तहत बिके। ऑफर फॉर सेल का पैसा शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला।
नए शेयरों से जुटाए गए पैसों में से ₹5.17 करोड़ सिविल कंस्ट्रक्शन और इलेक्ट्रिफिकेशन पर खर्च होंगे। ₹20.40 करोड़ प्लांट और मशीनरी की खरीद के लिए रखे जाएंगे। ₹9.00 करोड़ वर्किंग कैपिटल की जरूरतों के लिए आवंटित किए गए हैं। बाकी का पैसा आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर इस्तेमाल किया जाएगा।
शर्वया मेटल्स की कंपनी प्रोफाइल
शर्वया मेटल्स की स्थापना 2014 में हुई थी। कंपनी एलुमिनियम के विभिन्न उत्पाद बनाती है जैसे एलॉयड इनगॉट्स, बिलेट्स, स्लैब्स, शीट्स और इलेक्ट्रिक वेईकल बैट्री एनक्लोजर्स। ये उत्पाद भारत में ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी निर्यात किए जाते हैं।
कंपनी के ग्राहकों में कुकवेयर, कंज्यूमर एप्लाएंसेज, ऑटोमोटिव और डिफेंस सेक्टर की कंपनियां शामिल हैं। इसके उत्पादों की मांग लगातार बढ़ रही है, जो कंपनी की वित्तीय सेहत को मजबूत बनाती है।
वित्तीय प्रदर्शन
वित्त वर्ष 2023 में कंपनी का शुद्ध मुनाफा ₹1.95 करोड़ रहा। वित्त वर्ष 2024 में यह थोड़ा घटकर ₹1.54 करोड़ रह गया, लेकिन वित्त वर्ष 2025 में मुनाफा तेजी से बढ़कर ₹12.51 करोड़ तक पहुंच गया।
इस दौरान कंपनी की टोटल इनकम सालाना 26% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹112.76 करोड़ पर पहुंच गई। कंपनी का कर्ज वित्त वर्ष 2023 के अंत में ₹14.92 करोड़, वित्त वर्ष 2024 में ₹13.47 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹14.97 करोड़ रहा।
रिजर्व और सरप्लस की स्थिति भी सुधरी है। वित्त वर्ष 2023 में यह ₹3.09 करोड़, वित्त वर्ष 2024 में ₹40 लाख और वित्त वर्ष 2025 में ₹15.25 करोड़ तक पहुंच गया।
शेयर लिस्टिंग में उतार-चढ़ाव
IPO के पहले दिन ही शेयर की लिस्टिंग में उतार-चढ़ाव ने निवेशकों की उत्सुकता बढ़ा दी है। शुरुआती तेजी से निवेशकों को अच्छा मुनाफा हुआ, लेकिन लोअर सर्किट आने के बाद बाजार में हल्की निराशा भी देखी गई।
विशेषज्ञों का कहना है कि कंपनी के मजबूत वित्तीय प्रदर्शन और लगातार बढ़ती आय को देखते हुए दीर्घकालिक निवेशकों के लिए शर्वया मेटल्स एक आकर्षक विकल्प हो सकता है। हालांकि, शुरुआती दिनों में शेयर की अस्थिरता बाजार में सावधानी बरतने की जरूरत दिखाती है।